स्नेहिल अभिवादन
रविवार की चर्चा में आप का हार्दिक स्वागत है|
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देखिये मेरी पसन्द की कुछ रचनाओं के लिंक |
- अनीता सैनी
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दोहे
"कपड़े का पंडाल"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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nayisoch
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स्टेज बहुत बड़ा है
आग देखने वालों की भीड़ है
‘उलूक’ तमाशा देख मदारी का
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शर्त बिना सब मिथ्या
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कल तक बरखा मनभावन
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कुंठा परोस रहे clinics
पर ये कार्यवाही काबिले-तारीफ है
एक गीत -अब बारूदी गन्ध न महके
छान्दसिक अनुगायन
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किसी दरवेश के दरगाह से
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किसी दरवेश के दरगाह से
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अलविदा कश्मीरियत
सागरिका किस्सू
(जानी मानी पत्रकार, कश्मीरी विशेषज्ञ, कश्मीरी पंडित)
अलविदा कश्मीरियत
सागरिका किस्सू
(जानी मानी पत्रकार, कश्मीरी विशेषज्ञ, कश्मीरी पंडित)
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रामबन से अनंतनाग की दूरी 100 किलोमीटर से कम ही है। लेकिन इसे तय करने में करीब चार घंटे लग जाते हैं और कभी-कभी ज़्यादा भी। अनंतनाग से बांडीपुरा की दूरी लगभग सवा सौ किमी होगी। यह दूरी तय करने में अमूमन पाँच से छह घंटे लगने ही हैं। दक्षिण से उत्तर की ओर देखें तो इसी दायरे में सिमटी है कश्मीर घाटी। श्रीनगर इन दोनों के लगभग बीच में पड़ता है। श्रीनगर से आगे चलकर बांडीपुरा के लगभग पास में एक झील है…
इयत्ता पर इष्ट देव सांकृत्यायन
इयत्ता पर इष्ट देव सांकृत्यायन
‘कश्मीरी लोग बरसों से मुश्किलें झेल रहे हैं। उनके हालात तब भी बुरे थे जब मैं छोटी थी, तब भी जब मेरे माता पिता छोटे थे और वे लोग तब भी मुश्किलों में जी रहे थे जब मेरे दादा जी जवान थे। उन्हें और कष्ट झेलने की जरूरत नहीं है।’ -मलाला का ट्वीट मलाला युसूफजई का यह ट्वीट कश्मीर की जनता का दुख दर्द बयां करता है उस कश्मीर की जनता का जो शुरू से लेकर आज तक भारत में सरदार पटेल व श्यामा प्रसाद मुखर्जी की बदौलत विशेष दर्जा प्राप्त कर रह रही थी, जिसे भारतीय जनता के मुकाबले बहुत सस्ता अन्न व जीवन के लिए आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध होती थी
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किस काम की तरक्की
होगा किसान भूखा किस काम की तरक्की कागज के आँकड़ों में बस नाम की तरक्की। खलिहान की फसल को तो ले गया महाजन इस साल फिर हुई है गोदाम की तरक्की… अरुण कुमार निगम (हिंदी कवितायेँ)
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ओम की महिमा
किस काम की तरक्की
होगा किसान भूखा किस काम की तरक्की कागज के आँकड़ों में बस नाम की तरक्की। खलिहान की फसल को तो ले गया महाजन इस साल फिर हुई है गोदाम की तरक्की… अरुण कुमार निगम (हिंदी कवितायेँ)
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ओम की महिमा
ॐ के जाप से जहां मन को शांति मिलती है वहीं इसके उच्चारण से हमारे पूरे शरीर में इसकी ध्वनि गूंजती है, ॐ के उच्चारण से ही शरीर के अलग अलग भागों मे कंपन शुरू हो जाती है जैसे की ‘अ’:- शरीर के निचले भाग में पेट के पास कंपन करता है. ‘उ’– शरीर के मध्य भाग में कंपन होती है जो की छाती.के पास ‘म’ शरीर के मस्तिष्क में कंपन करता है, ॐ शब्द के उच्चारण से कई शारीरिक, मानसिक, और आत्मिक लाभ मिलते हैं. अमेरिका के एक FM रेडियो पर सुबह की शुरुआत ॐ शब्द के उच्चारण से ही होती है. l वेदों के अनुसार जिस सनातन सत्य की महिमा का वर्णन किया गया है विज्ञान धीरे-धीरे उससे सहमत होता नजर आ रहा है।धार्मिक मान्यताओं में तो ओम को महामंत्र माना ही जाता है, वैज्ञानिकों के अनुसार भी हमारे पूरे ब्रह्मांड में ओम की गुंजन जैसी ध्वनि रिकार्ड की गई है l ओम का उच्चारण एक गूँगा भी कर सकता है, यहां तक कि स्पीच थेरेपी में भी इसका उच्चारण करवाया जाता है l
Ocean of Bliss
Ocean of Bliss
अनीता जी सबसे पहले सुप्रभातम् ! फिर मेरी रचना को यहाँ मान देने के लोए साभार आपका ।
जवाब देंहटाएंएक अंक में काफी कुछ संकलित करने का प्रयास सच में सराहनीय है।
"कपडे के पंडाल" से लेकर "ॐ" तक का सफ़र मानो चंद्रयान-2 का सफ़र करा रहा हो। एक से एक पक्षपात से परे समसामयिक, ज्ञानवर्द्धक और हृदयस्पर्शी रचनाएं ....
सच में ॐ एक ध्वनि-विज्ञान है और हमने उसे श्रृंगार-विज्ञान बना दिया है। चाहे दीवाल पर टाँग कर या गले में लॉकेट का श्रृंगार करने में व्यवहार किया जा रहा हो।
शुभ प्रभात प्रिय सखी
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचना संकलन एवं प्रस्तुति सभी रचनाएं उत्तम
रचनाकारों को हार्दिक बधाई मेरी रचना को स्थान देने के लिए सहृदय आभार। विविधता पूर्ण अंक।एक से बढ़कर एक रचनाएं।🌷🌷
सुन्दर अंक। आभार।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिंक्स |अनीता जी सादर अभिवादन
जवाब देंहटाएंFirst time अनीता जी आपकी प्रस्तुति देख रही हूँ, हृदय को छू गई आपकी प्रस्तुति, मेरी पोस्ट को स्थान् देने के लिए हार्दिक धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन रचनाओं से सजी सुंदर प्रस्तुति मेरी रचना को चर्चा मंच पर स्थान देने के लिए आपका हार्दिक आभार प्रिय अनीता जी
जवाब देंहटाएंसुन्दर सरस प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट रचनाओं से सजा लाजवाब चर्चा मंच...
जवाब देंहटाएंशानदार प्रस्तुति करण
मेरी रचना को स्थान देने के लिए हदयतल से धन्यवाद एवं आभार अनीता जी !
बहुत सुन्दर सूत्रों का संकलन आज के अंक में ! मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका हृदय से बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार अनीता जी ! सप्रेम वन्दे !
जवाब देंहटाएंउपयोगी लिंकों से साथ सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएं--
आपका आभार अनीता सैनी जी