मित्रों!
सोमवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
--
--
अंत:सलिला
--
कुछ भी लिख ‘उलूक’
मगर लिख रोज लिख
हर समय लिख
किस लिये कोई दिन
बिना कुछ लिखे ही बितारा
उलूक टाइम्स पर सुशील कुमार जोशी
--
--
--
--
--
--
वो कृष्ण है
जो जीवन जीना सिखाये
हर रंग में रंग जाना सिखाये
वो कृष्ण है
जो मान दे सभी को
सबके दिलों में समा जाये
वो कृष्ण है...
आत्ममुग्धा
--
--
--
शब्दों की माला
मैं चाहूँ तुझे ही, ये कैसे बताऊँ
जो पढ़ के ना समझे तो कैसे जताऊँ
देखूँ तुझे तो मैं, ख़ुद ही को भूलूँ
यूँ चेहरे से नज़रें मैं कैसे हटाऊँ ...
अनकहे किस्से पर
Amit Mishra 'मौन'
--
अखिल भुवन में जिनका वन्दन
अरुण अधर पर वंशी रखकर
जो प्रेम राग को गाते हैं
वो मधुसूदन वो यदुनंदन
जग को अनुराग सिखाते हैं...
--
बात मित्रों की !
जब पलटती हूँ
अतीत के पन्नों को
कुछ लम्हे, कुछ बातें,
जेहन में बसी हैं आज भी ,
कुछ तस्वीरें चस्पा हैं मित्रों की...
hindigen पर रेखा श्रीवास्तव
--
--
Main raat kaise guzarun.
--
छंद-सोरठा
सोरठा हर पूजन के बाद, जलता है पावन हवन।
खुशबू से आबाद,खुशी बाँटता है पवन...
मधुर गुँजन पर
ऋता शेखर 'मधु'
--
सुप्रभात ! विविधरंगी पोस्ट्स से सजा चर्चा मंच..सभी रचनाकारों को बधाई !
जवाब देंहटाएंआभार आदरणीय आज की चर्चा में बहुत कुछ के बीच कुछ 'उलूक' का भी देने के लिये। सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा। मेरी रचना को शामिल करने के लिए धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन चर्चा प्रस्तुति सर
जवाब देंहटाएंमुझे स्थान देने के लिए तहे दिल से आभार
प्रणाम
सादर
व्यवस्थित सार्थक सूत्रों से सजा चर्चा मंच|
जवाब देंहटाएंमंच पर हमारे सोरठे को स्थान देने के लिए आभार|
सादर
वाह बेहतरीन रचनाओं का संगम।एक से बढ़कर एक प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंBhojpuriSong.in