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शुक्रवार, अगस्त 02, 2019

"लेखक धनपत राय" (चर्चा अंक- 3415)

शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
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नारी ज़ात के लोथड़े को  

पुरुष ज़ात के गिद्ध नोंचते मिले 

थक गयी  जब मैं, शब्दों के  बेबाकपन  से,ख़ामोशी की राह चुनी |तय हुआ चलने से पहले | ख़ामोश रहूँगी  मरने से पहले |कुछ सुनूँगी न कहूँगी
बस ठूँठ बन चलती रहूँगी ...
Anita saini  
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डर पर पहला प्रहार 

मैं एक बार महिलाओं के बीच बुलाई जाती हूँ, महिलाएं मुस्लिम थीं। वे अनपढ़ लेकिन कामगार भी थीं। महिलाएं कहने लगी कि हम तलाक-तलाक-तलाक से कब निजात पाएंगे? मेरे पास उत्तर नहीं था लेकिन समझ आने लगा था कि महिलाओं की यह तड़प एक दिन क्रान्ति का सूत्रपात अवश्य करेगी। मैं मूलत: चिकित्सक भी रही हूँ, देखती थी महिलाओं की आँखों में निराशा, उदासी और कहीं-कहीं मानसिक अवसाद। उनके अन्दर डर बढ़ता जा रहा था, वे आवाज नहीं उठा पा रही थीं। जब पहली बार शाहबानो ने आवाज उठाई थी तब राजीव गाँधी को कठमुल्लों ने अपने वोटों की ताकत से डरा दिया था और बेचारी शाहबानो बेचारी बनकर ही रह गयी थी... 
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बेपीर 

अल्प विराम पर deepshikhaaj  

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सावन गीत 

रिमझिम बरस रहा सावनमन जा पहुँचा मैके का आँगन
अल्हड़ सखियों की टोलियाँसब चुन लाती थीं कलियाँझूला झुलाये अमुआ की डालियाँवो बचपन की गलियाँतब जीवन था बस क्रीड़ावनरिमझिम बरस रहा सावन ...

झरोख़ा पर निवेदिता श्रीवास्तव 
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फूल और शूल संग रहते हैं 

फूल और शूल संग रहते हैं
एक ही वृन्त पर खिलते हैं
भिन्न-भिन्न गुण होते हैं
विवश शाख सब सहते हैं... 
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6 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर अंक बढ़िया प्रस्तुति।

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  2. मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए धन्यवाद आदरणीय
    देश मे फ़ेल रहे झूठ को उजागर करती ये पोस्ट " मोब लिंचिंग का इतिहास और इसकी क्रूरता : eksacchai ब्लॉग लौट आया " को यहाँ स्थान मिला ये मेरे लिए सौभाग्य की बात है

    जवाब देंहटाएं
  3. कलम के सिपाही को ह्रदय तल से नमन.
    जैसा उनका लेखन था वैसा ही जीवन.

    शास्त्रीजी, धन्यवाद. सभी को बधाई !
    अजित जी की रचना बहुत पसंद आई !

    जीवन की सबसे महत्वपूर्ण घटना होती है भयमुक्त होना.
    क्योंकि वास्तविक जीवन यहीं से आरम्भ होता है.

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  4. सुन्दर चर्चा. मेरी कविता शामिल करने के लिए शुक्रिया.

    जवाब देंहटाएं
  5. बेहतरीन चर्चा प्रस्तुति 👌
    देर से पहुँचने के लिए माफ़ी चाहती हूँ सर, मुझे स्थान देने के लिए तहे दिल से आभर, सभी रचनाकारों को हार्दिक बधाई
    प्रणाम
    सादर

    जवाब देंहटाएं

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