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रविवार, जनवरी 08, 2012

चर्चा मंच ७५२ :मेरे बचपन का दोस्त

फ़ुरसत में चर्चा शुरू करने से पहले सबको सादर प्रणाम , वैसे आज चर्चा शुरू करने से पहले मैंने  ज्योतिषाचार्य दवे जी की  मुफ्त सलाह ली थी  उन्होंने बड़े स्नेह  से रफ़्तार   के साथ कृष्ण की व्यथा की एक करुण कहानी बतायी. साथ ही बताया की  मेरे बचपन का दोस्त..  लोकपाल बन के  .कमीशनखोरी  कर रहा है . 



आज के लिए उतना ही , 

सादर कमल 





13 टिप्‍पणियां:

  1. वाह!
    आज की चर्चा में चमत्कार!
    शब्दों मे्ं लिंकों की भरमार!!
    कमलसिंह जी आपका आभार!!!

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  2. थोडे से शब्दों में काफी लिंक पिरो दिए हैं
    सुंदर चर्चा

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  3. बेहतरीन तरीके से सजाया चर्चा मंच।
    मेरी पोस्‍ट ''स्‍कूल के माथे कलंक का टीका'' को शामिल करने के लिए आभार.......

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  4. छोटी सही पर कमाल की चर्चा ..सभी लिनक्स पर अवश्य जाऊंगी..
    kalamdaan.blogspot.com

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  5. thank so much for sharing my ghajal in ;charcha manch 'i really like all these links which have shown to us !

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  6. खूबसूरती से पिरोया है, एक अटूट बंधन सा प्रतीत होता है

    जवाब देंहटाएं
  7. प्रतिस्पर्धा का है बाजार,
    चर्चामंच में लाना होगा सुधार
    कुछ नया करने की कोशिश कीजिये
    वरना......?-गिरने लगेगा बाजार

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  8. u to mera wasta sabdo ki jaadugari se nahi hain...dil se dhnyawaad kamal bhai ko....sabhi bade bhai log ko mera namaskaar.....

    Anshuman Verma

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