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रविवार, जून 16, 2013

प्यार: पापा का : चर्चा मंच 1277

"जय माता दी" रु की ओर से आप सबको सादर प्रणाम. चलते हैं आप सभी के चुने हुए प्यारे लिंक्स पर.

प्रस्तुतकर्ता : Mukesh Kumar Sinha


प्रस्तुति : Anju (Anu) Chaudhary

प्रस्तुति : सरिता भाटिया
प्रस्तुति : Vibha Rani Shrivastava

प्रस्तुति : Sadhana Vaid
प्रस्तुति : Vandana Gupta
प्रस्तुति : सदा
प्रस्तुति : वाणी गीत
प्रस्तुतकर्ता : राजेंद्र कुमार
प्रस्तुति : Yashoda Agrawal
प्रस्तुतकर्ता : (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')


प्रस्तुति : Sonal Rastogi


प्रस्तुतकर्ता : डॉ टी एस दराल
प्रस्तुतकर्ता : Jyoti Khare


प्रस्तुति : उपासना सियाग


प्रस्तुति : Shikha Kaushik


प्रस्तुति : Amrita Tanmay


प्रस्तुतकर्ता : प्रवीण पाण्डेय

Virendra Kumar Sharma

प्रस्तुति : Garima
प्रस्तुति : Rekha Joshi

इसी के साथ आप सबको शुभविदा मिलते हैं रविवार को. आप सब चर्चामंच पर गुरुजनों एवं मित्रों के साथ बने रहें. आपका दिन मंगलमय हो
जारी है..."मयंक का कोना" 
(1)
सीता हारेगी तो कौन जीतेगा ? नक्सली या सरकार ?
सीता की उम्र लगभग सत्रह साल. शाम को अपने घर में बर्तन साफ़ कर रही थी. तभी सलवा जुडूम और सुरक्षा बलों ने गाँव पर हमला बोल दिया. गाँव के लोग जान बचाने के लिये जंगल की तरफ भागने लगे. सीता के माँ बाप भी घर पर ही थे. तभी चार एसपीओ (विशेष पुलिस अधिकारी) ने सीता के घर पर धावा बोल दिया....
लो क सं घ र्ष ! पर Randhir Singh Suman

(2)
बस महज इतना ही योगदान है क्या पिता का?
पिता होना या पिता के लिये कुछ लिखना या कहना 
इतिहास के पन्नों पर कभी अंकित ही नहीं हुआ 
किसी ने पिता को उतना महत्त्व ही नहीं दिया 
तो कैसे मिलती सामग्री इतिहास के पन्नों में....
ज़ख्म…जो फूलों ने दिये पर vandana gupta 
(3)
'पिता' पर स्वरचित रचनाएँ : भाग 2.
आज 'पिता दिवस' है | सभी पिताओं से अनुरोध कि बच्चों के सही मार्गदर्शक बनकर उन्हें सही गलत के चयन में उनका साथ दें | एवं सभी बच्चे अपने पिता के सही चुनाव को आज्ञापूर्वक स्वीकार करें | *' सभी को पितादिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ...
गुज़ारिश पर सरिता भाटिया 

(4)
सुदृढ़ बाहें ...... ( पितृदिवस पर कुछ हाइकु )
विशाल वृक्ष जैसे देता है छाया पिता ही तो हैं । 
पिता की गोदी आश्रय संबल का डर भला क्यों ...
बिखरे मोती पर संगीता स्वरुप

(5)
आज पिता सम्मान पा रहे हैं...
शुभ प्रभात.... 
आज फादर्स डे पितृ दिवस नमन उनको 
आज पिता सम्मान पा रहे हैं कल किसने देखा.. 
और देखेगा भी कौन.. 
कि पिता किस हाल में हैं..
मेरी धरोहर पर yashoda agrawal 

20 टिप्‍पणियां:

  1. शुभ प्रभात अरुण
    आज की चर्चा
    सामयिक महत्व पर केन्द्रित

    आज पिता सम्मान पा रहे हैं
    कल किसने देखा..
    और देखेगा भी कौन..
    कि पिता किस हाल में हैं...
    खाना गरम मिला या नहीं
    दवा समय पर मिली या नहीं
    रात बिछौना का चादर बदला था या नहीं
    ये तो अच्छा है कि मेरे पिता की अब स्मृति शेष है..
    मैं अपने भाईयों-भाभियों को जानती-पहचानती हूँ
    वे होते तो क्या हाल होता उनका
    मेरा प्रणाम उनको......
    अब सुखी तो हैं वो
    क्षमा....
    हकीकत लिख गई

    सादर

    जवाब देंहटाएं
  2. शुभप्रभात बेटे जी
    हार्दिक शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं
  3. पितृ दिवस पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
    उम्दा लिंक्स |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  4. मयंक भैय्या
    वन्दन
    आपने मेरी व्यथा को यहाँ स्थान दिया
    आपको बताउँ..
    इस व्यथा का जन्म स्थान आज ही इसी चर्चा मंच में हुआ
    पढ़िये....इसी मंच में मेरी प्रतिक्रिया
    सादर

    आभारी
    यशोदा

    जवाब देंहटाएं
  5. .सार्थक व् सराहनीय लिंक्स संयोजन . आभार . मगरमच्छ कितने पानी में ,संग सबके देखें हम भी . आप भी जानें संपत्ति का अधिकार -४.नारी ब्लोगर्स के लिए एक नयी शुरुआत आप भी जुड़ें WOMAN ABOUT MAN "झुका दूं शीश अपना"

    जवाब देंहटाएं
  6. पितृ दिवस पर हार्दिक शुभकामनाएं,सार्थक व् सराहनीय लिंक्स संयोजन,सादर

    जवाब देंहटाएं
  7. सार्थक व् सराहनीय लिंक्स संयोजन .मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आभार
    हम हिंदी चिट्ठाकार हैं
    भारतीय नारी

    जवाब देंहटाएं
  8. सभी रचनाएँ बहुत सुन्दर है और भाव पूर्ण है बहुत सुन्दर प्रस्तुति...!

    जवाब देंहटाएं
  9. सभी के पिता जी को सादर प्रणाम
    जिनके पिता नहीं है उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि
    बढिया चर्चा

    जवाब देंहटाएं
  10. गुरु जी को प्रणाम मेरी रचना को स्थान देने के लिए शुक्रिया
    अरुण पिता दिवस पर पिता की सार्थक चर्चा के लिए बधाई
    उम्दा links

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत ही सुन्दर सूत्रों से भरी चर्चा।

    जवाब देंहटाएं
  12. ्बहुत सुन्दर लिंक्स से सुसज्जित चर्चा ………पितृ दिवस की शुभकामनायें

    जवाब देंहटाएं
  13. फादर्स डे की सभी बंधु बांधवों को हार्दिक शुभकामनायें ! अरुण जी मेरी रचना को इस मंच पर आपने स्थान दिया मेरा आभार एवँ धन्यवाद स्वीकार करें !

    जवाब देंहटाएं
  14. पितृ दिवस को समर्पित बेहतरीन व सुन्दर
    links.....
    शुभ कामनायें...

    जवाब देंहटाएं
  15. बहुत ही सुन्दर चर्चा ,मेरी पोस्ट को स्थान देने के लिए आभार

    जवाब देंहटाएं
  16. पितृ मय हो गया सारा चर्चा मंच पिता का स्वार्थहीन छाता है ही ऐसा जब तक रहे छाँव दे .सुरक्षा दे .बचपन बनाए रहे पिताजी कहनेका सुख दे .शुक्रिया हमारी रचना को बिठाने का चर्चा ए मंच में .

    जवाब देंहटाएं
  17. रविवार को छुट्टी का सदुपयोग करने के लिए चर्चा मंच में आपने बहुत अच्छे लिंक दिये हैं आपने अरुण जी!
    आपका आभारी हूँ!

    जवाब देंहटाएं
  18. अरुण भाई सुंदर सार्थक चर्चा आयोजित की है पिता पर
    साधुवाद
    भावुक रचनाओं का संग्रह
    सभी रचनाकारों को बधाई
    चर्चा मंच के संयोजकों का आभार

    मुझे सम्मलित करने का भी आभार

    जवाब देंहटाएं

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