शनिवार की चर्चा में आपका स्वागत है ……लीजिये हाजिर हैं आपके लिये कुछ चुनिंदा लिंक्स
पहेली !
बूझो तो जाने
क्या क्या देखा ?
प्रयोग करके देखिये
जल ही जीवन है
तन का नहीं मन का ……समझे ना
इसे भी जानिये
जिनके नाम नहीं होते वो ही मुकाम पाते हैं
ख्याल अच्छा है
एक पहचान
एक दृश्यावलोकन
कैसे हुआ जानिये
हाथ से हमेशा फ़िसलती ही रही
जो चाहे बना लो
एक बार अन्दर की ओर देख रे
उफ़ कैसे कहें
किया तो मैने है मैला
सपनों की दुनिया के पीछे भागते सपनों का अंत
एक ना एक दिन होता ही है
पिता जी को श्रद्धांजलि
नमन है हमारा
महागान हो कोई जैसे
नीतीश के दांत : खाने के और दिखाने के और !
चलो पता तो चला
409. अहिल्या...
कब तर पाती हैं
....तेरे आने से.....
मैं जी जाऊँगी
जानना जरूरी है
ये हुई ना बात
यात्रा जारी है
जारी रहनी चाहिये
आज के लिये इतने ही लिंक्स ………फिर मिलते हैं आपका दिन शुभ हो
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(1)
दिशा लेकर चलता है
बस वो एक ही
अकेला होता है
दिशाहीनो का तो
एक मसीहा होता है
मेरे घर में होता है
और ऎसा होता है
कहने को हर कोई
बहुत कुछ कहता है
जो करना ही
नहीं होता है...
बस वो एक ही
अकेला होता है
दिशाहीनो का तो
एक मसीहा होता है
मेरे घर में होता है
और ऎसा होता है
कहने को हर कोई
बहुत कुछ कहता है
जो करना ही
नहीं होता है...
उल्लूक टाईम्स पर सुशील
(2)
(3)
हस्ती को उलझाती रही
बेतरह उलझी रस्सियों को
मैं सुलझाती रही ....
रचनाकार रश्मि शर्मा
बहुत शानदार चर्चा!
जवाब देंहटाएंअभी तो हल्द्वानी में ओबीओ के कार्यक्रम में जा रहा हूँ!
बहुत ही सुन्दर सूत्र..
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्रों से सजी सुन्दर चर्चा !!
जवाब देंहटाएंaccche link he ..........meri post ko samil karne ke liye aapka aabhar
जवाब देंहटाएंबहुत बहुत आभार वन्दना जी , इस सुन्दर टीका-टिपण्णी वाली चर्चा और उसमे मेरी प्रविष्ठी सम्मिलित करने हेतु !
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स
बेहद सुन्दर पठनीय सूत्रों से सुसज्जित लाजवाब चर्चा वंदना जी हार्दिक आभार.
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा में दिख रही है चर्चाकार की मेहनत !
जवाब देंहटाएंऊल्लूक टाईम्स का आभार !
बहुत-बहुत धन्यवाद आपका..
जवाब देंहटाएं:-)
चर्चा मंच पर संगठित सभी पठनीय सामग्री बेहद रोचक हैं चर्चामंच के गुरुओं को सादर प्रणाम !
जवाब देंहटाएंसुन्दर पठनीय सूत्रों से सुसज्जित लाजवाब चर्चा वंदना जी, हार्दिक आभार।
जवाब देंहटाएंसुन्दर पठनीय सूत्रों से सुसज्जित लाजवाब चर्चा, हार्दिक आभार।
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा मंच...आज मेरी रचनाएं चर्चामंच और मयंक का कोना दोंनों में शामिल हैं....सुखद लग रहा है...धन्यवाद आपका
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन और सुन्दर प्रस्तुती
जवाब देंहटाएंआज की चर्चा का तो कोई जवाब ही नहीं.. लाजवाब...
जवाब देंहटाएंसुंदर प्रस्तुति , आभार आपका !
जवाब देंहटाएंवाह ! इतने सारे लिंक्स और सटीक टिप्पणियों के साथ..बधाई ! आभार !
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