आज की चर्चा में आपका स्वागत है
उत्तराखंड में जो कहर कुदरत ने बरपाया है वो तो दुखद है ही लेकिन उससे ज्यादा दुखद है इसके लेकर हो रही राजनीति । मोदी-राहुल, मोदी-राहुल ये सुन-सुनकर कान पक गए हैं । इनमें से एक सिर्फ एक राज्य का मुख्यमंत्री है तो दूसरा कोई पद ही नहीं रखता । देश इन दोनों से कहीं ज्यादा बड़ा है । मोदी समर्थकों से इतना कहा जा सकता है कि चुनाव आएँगे मोदी को प्रधानमन्त्री बनाना चाहते हो तो तब जोर दिखाना अब देश की आपदा के समय हर बात में राहुल-मोदी को ले आना कदापित उचित नहीं । जाति, धर्म, भाषा के हिसाब से तो पहले ही बहुत बंट चुके हैं हम अब पार्टियों ( खासकर मोदी-राहुल ) में न बांटो ।
चलते हैं चर्चा की ओर
प्रक्रति के अन्धाधुंध दोहन का परिणाम है यह आपदा
डर गया इस “रूप” से, मैं मेघ को कैसे बुलाऊँ
लेकिन मानव है कि – आज भी प्रकृति से होड़ करता है
जीवनोपयोगी बातें
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हिंदी साहित्य : काल विभाजन एवं नामकरण
कम्प्यूटर के बंद और शुरू होने की जानकारी
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अपना घर ही अच्छा है
अजवाइन से कुछ रोगों का उपचार ...
अब के सावन आ रही है तेरी याद
आत्म संतोष
मैंने तो "मैं' के धरातल पर रामराज्य स्थापित किया था
अपना मन टटोलना चाहता
आखिरी पहर, लबरेज सहर
पगलाए से पतंगें
छटपटाता रहा चाँद डरता रहा
किनारे तुम्हारे आने की बाट जोहने लगते हैं
सुन लेते यदि धरती की पुकार
देवभूमि के देवदूत और लुटेरे
जन्म के अनुबंध फ़िर ढीले हुए
औरत होने का मतलब
तेरे हाथों की खुशबू की महक आती है अम्मा
आज यह दायित्व सब, हम पर आता है|
जब कोई अपना रूठ गया
वीडियो दर्शन
आज की चर्चा में बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(1)
सुकून मिलता है ....अतीत में !!!
ज्यों काफ़िर मुहँ से लगी छूटती नही ये यादों की लड़ी कभी भी टूटती नही
कुछ अरसे के लिए हो जाता हूँ ,बेखबर
फिर भी ये कभी मुझसे यूँ रूठती नही
करने लगता हूँ याद बीती हुई यादें ...
यादें...पर Ashok Saluja
(2)
सुसाइड नोट-एक लघु कथा
भारतीय नारी पर shikha kaushik
(3)
रॉबर्ट वाड्रा का 'जमीनी खेल' ओर बदलता कानून
AAWAZ पर SACCHAI
(4)
स्वराज या गुंडाराज – मर्ज़ी है आपकी क्योंकि देश है आपका
अपनी बात को मैं इन दो पंक्तियों के माध्यम से आरम्भ कर रहा हूँ
*कुछ ज़बानों पर हैं ताले, कुछ तलवों में हैं छाले*
*पर कहते हैं कहने वाले, के स्वराज चल रहा है * *किस हाल से हमारा यह समाज गुज़र रहा है ?...
तमाशा-ए-जिंदगीपरतुषार राज रस्तोगी
(5)
उसको मीठा होना चाहिए था, बाप उसका हलवाई है
Hasya Kavi Albela KhatriपरAlbela Khtari
(6)
कार्टून :- उत्तराखंड में भॉंडनृत्य
Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून
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धन्यवाद
दिलबाग
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ज्यों काफ़िर मुहँ से लगी छूटती नही ये यादों की लड़ी कभी भी टूटती नही
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फिर भी ये कभी मुझसे यूँ रूठती नही
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*पर कहते हैं कहने वाले, के स्वराज चल रहा है * *किस हाल से हमारा यह समाज गुज़र रहा है ?...
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(5)
उसको मीठा होना चाहिए था, बाप उसका हलवाई है
Hasya Kavi Albela KhatriपरAlbela Khtari
(6)
कार्टून :- उत्तराखंड में भॉंडनृत्य
Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून
आज की लिंक्स बहुत सोचने को बाध्य कर रही हैं |
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार दिलबाग विर्क जी |शुभ प्रभात |
आशा
भाई दिलबाग विर्क जी!
जवाब देंहटाएंआपने आज बृहस्पतिवार (27-06-2013) को बहुत बंट चुके हम अब और न बांटो ( चर्चा - 1288 )
मे बहुत सुन्दर और व्यापक चर्चा की है!
आभार के साथ...सादर...!
डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'
bahut badhiya hai charchamanch pr samay ki kami ke karan nahi padh pa rahi hoon ..dhanyavad ....
जवाब देंहटाएंwaah ji waah aanand aaya
जवाब देंहटाएंसुंदर
जवाब देंहटाएंसटीक -
शुभकामनायें-
meri pahli rachna ko charchamanch me shamil karne hetu bahut bahut dhanyawaad...
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा ....खूबसूरत लींक
जवाब देंहटाएंकार्टून को भी चर्चा में सम्मिलित करने के लिए आपका विनम्र आभार.
जवाब देंहटाएंSARTHAK CHACHA .MERI POST KO YAHAN STHAN PRADAN KARNE HETU SHASTRI JI KA HARDIK AABHAR
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा !!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा खूबसूरत लींक .
जवाब देंहटाएंSundar Links , Sadhuwad !
जवाब देंहटाएंJay Hind !
बहुत बढ़िया लिंक....आभार !!!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और व्यापक चर्चा,मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार दिलबाग विर्क जी.
जवाब देंहटाएंधन्यवाद दिलबाग साब..
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ..!!
दिलबाग सर नमस्कार
जवाब देंहटाएंबहुत ही सामयिक सूत्र जोड़े हैं इस चर्चा में बधाई
मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार
विस्तृत चर्चा ...
जवाब देंहटाएंशुक्रिया मुझे भी शामिल करने का ...
बहुत बढ़िया लिंक....आभार
जवाब देंहटाएंखूबसूरत चर्चा
जवाब देंहटाएंदिलबाग जी,आप का बहुत-बहुत शुक्रिया इस मान-सम्मान के लिए ...
जवाब देंहटाएंस्वस्थ रहें!
यथा संभव सभी लिंक पढ़े ...बहुत अच्छे लगे ...यहाँ किस तरह टिप्पणी की जाती है ,पता नहीं ..पर सभी को fallow करते हुए कोशिश कर रही हूँ ...मुझे भी यहाँ स्थान देने के लिए आदरणीय दिलबाग़ विर्क जी का बहुत-बहुत आभार ..!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर लिंक्स सजाए हैं आपने....मेरी रचना शामिल करने के लिए आपका धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआदरणीय दिलबाग जी बहुत सुन्दर चर्चा रही ..आज के हालत की छवियाँ दिल छू गयीं ..मेरे ब्लाग से भी आप ने छटपटाया बहुत चाँद को चुन हर्ष हुआ
जवाब देंहटाएं..जय श्री राधे ..बधाई
भ्रमर ५