रूपचन्द्र शास्त्री मयंक
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अनुपमा पाठक
अनुशील
-- जय कलाम
आज मेरी कलम भी कुछ लिखना चाहती है तुम्हारे बेदाग चरित्र पर। तुम जैसे पथ प्रदर्शक पंडित और ज्ञानी नहीं आयेंगे बार बार। देखो आज तो ये बच्चे भी नहीं खेलना चाहते खिलौनों से बस रोना चाहते हैं...
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chandan bhati
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Kunwar Kusumesh
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Virendra Kumar Sharma
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चन्द्र भूषण मिश्र ‘ग़ाफ़िल’
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Tushar Rastogi
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Gopesh Jaswal
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Rajesh Kumari
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सुशील कुमार जोशी
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shashi purwar
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...अभी बहुत दिन हुए नहीं ; इसी साल की फरवरी के अंत
में अपने एक सहकर्मी भौतिक विज्ञान के प्राध्यापक की
किताब 'Special Theory of Relativity and Relativistic
Electromagnetism' के लिए कुछ लिखा था। हालांकि उस लिखे में अपना लिखा कुछ
खास था नहीं। अपने साथी से मैंने यह भी कहा था कि फिजिक्स की एकेडेमिक
किस्म की किताब में हिन्दी के इस मास्टर के लिखे का भला क्या मतलब ? लेकिन , भाई का प्रेम और सतत आग्रह सो
अंग्रेजी में अपना हाथ बेहद तंग होते हुए भी कुछ घसीट दिया था या यों
कहें कि अपनी रुचि के मुताबिक आईंस्टीन के कहे पर गढ़े - पढ़े कुछ
कविता जैसे 'मैटर' को बस एक साथ संकलित करने जैसा
कुछ कर - सा दिया था ; लीजिए ,वही ' आमुख' आज यहाँ सबके साथ साझा है
:...
Was Albert
Einstein a poet? Can we find his name in the long list of poets of the
world? Answer of this type of quarry may be NO. But, he is a poet. We can
remember his famous photograph with Rabindra Nath Tagore. Though, there
are various schools of thoughts to define the poetry but for people like us ,
poetry itself is nothing but an art to see and show the feelings ,
heartfelt situations and ideas in the form , frame and even in fragmentations
of verse. If we can seriously see the ‘stories’ and sayings of this man
we may be able to convince our self and others also that Einstein was a
‘poet’...
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