मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
--
--
मशीन अनुवाद - 1
हिंदी भले ही विश्व में सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा न हो लेकिन हिंदी भारत की प्रमुख भाषा है और भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली एकमात्र भाषा भी है. हम अपने देश , प्रदेश, शहर, गाँव और गली मोहल्ले में तो इसी को सुनते हुए पले बढे हैं और इसी लिए इसकी प्रगति , प्रचार एवं प्रसार भी हमें बहुत प्रिय है. हिंदी मुझे भी प्रिय है और तभी इसके सहज और सुलभ प्रयोग के लिए चल रहे एक विशाल अभियान "मशीन अनुवाद" से मैं इसके आई आई टी में आरम्भ होने के प्रथम प्रयास १९८७ से जुड़ी और उस समय से जब कि हमारे समूह के संयुक्त प्रयासों से एक...
--
--
जीवटता की मिसाल -
आशालता जी
पिछले कई दिनों से ब्लॉग लेखिकाओं से मुलाकात के योग बनते रहे... मैं टुकड़ा टुकड़ा बँटी रही इंदौर ,बंगलौर और खरगोन के बीच... इससे पहले जब इंदौर में थी तब एक दिन अचानक आशालता जी का फोन आया कि मैं हॉस्पिटल में हूँ,पैर में रॉड लगी हैं, आपकी याद आई तो फोन मिला लिया, उन्हें ब्लॉगर के तौर पर जानती थी, फिर तभी तय किया कि हॉस्पिटल जाकर मिला जाए, संभव हुआ ,खोजते हुए पहुँच ही गई थी,बेटे और अपने श्रीमान जी के साथ परिचय करवाया,हालांकि उससे पहले भी एक बार उनके घर ऐसे ही न्यौता था उन्होंने और मैं पहुंच गई थी तब भी... खैर जैसे ही मुझे देखा उनके चेहरे पर रौनक आ गई...
मेरे मन की पर
अर्चना चावजी Archana Chaoji
--
--
--
--
--
--
क्या है ब्लू व्हेल गेम -
What is Blue Whale Game
ब्लू व्हेल गेम (Blue Whale Game) खेलने वाले यूजर को अपने हाथ पर चाकू से व्हेल मछली गोदनी होती है ब्लू व्हेल गेम के अंतिम दिन आपको किसी उनकी बिल्डिंग से छलांग लगाने के लिए बोला जाता है गेम के एडमिन द्वारा प्लेयर को इस तरीके से प्रेरित किया जाता है कि अगर वह टॉस्क पूरा नहीं कर पाएगा तो वह डरपोक और कायर कहलाएगा
ब्लू व्हेल गेम (Blue Whale Game) के चक्कर में पूरी दुनिया में लगभग ढाई सौ से ज्यादा बच्चों ने खुदकुशी कर ली है अभी हाल ही में मुंबई में एक 14 साल के बच्चे हैं इसी ब्लू व्हेल गेम (Blue Whale Game) की वजह से आत्महत्या की है...
--
सावन और पवन
काले - काले बादलों का
कर्कश यह शोर - शराबा
पाप संगीत, गर्जन तर्जन
सुहाता नहीं सावन को कभी,
इसलिए कर ली है दोस्ती
इसने पवन के संग...
Dr.J.P.Tiwari
--
--
--
--
अब तुम्हारी बारी है ...
तुम थे तो जहान में सबसे धनवान थी मैं
अब तुम नहीं तुम्हारी याद नहीं
तुम्हारा ख्याल तक नहीं...
--
हर युग के
कुछ सवाल हैं
जो हल नहीं हुए ...
कविता के लम्बे दौर से निकलने का मन तो नहीं था,
फिर लगा कहीं गज़ल लिखना भूल तो नहीं गया ...
इसलिए आज ग़ज़ल के साथ हाजिर हूँ
आपके बीच ... आशा है
सबका स्नेह मिलता रहेगा ...
--
--
हठीलो राजस्थान-22
सिर देणों रण खेत में,
--
नीतीश को दोबारा चुनाव लड़ कर
लालू परिवार को मिटाने के लिए
जनादेश लेना चाहिए ------
अनिल सिन्हा / नवेंदु कुमार
क्रांति स्वर पर
विजय राज बली माथुर
--
--
--
बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति ..
जवाब देंहटाएंविस्तृत चर्चा ... आभार मुझे भी शामिल करने के लिए ...
जवाब देंहटाएंबहुत दिन बाद ब्लॉग को फिर से खोला और जुडी तो फिर चर्चा तक जा पहुंची। सब भूल ही गयी कि कभी इस ब्लॉग की दुनियां में रोज विचरण करती थी और तारतम्य टूटा तो कई महीनों बाद जुड़ा। फिर से आकर और नए लेख पा कर चेतन का संचरण हुआ है। आभार मुझे भी शामिल करने के लिए ...
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंBahut Sundar link prastuti and thank you so much mere blog ke Link ko dene ke liye
जवाब देंहटाएंActive life