मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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होपग्रांट के सैनिक साधू -
फकीर वेश धरण कर क्रांति कुचल सके ------
कृष्ण प्रताप सिंह
क्रांति स्वर पर विजय राज बली माथुर
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सँवार लूँ...
मन चाहता है
एक बोरी सपनों के बीज
मन के मरुस्थल में छिड़क दूँ
मनचाहे सपने उगा
ज़िन्दगी सँवार लूँ।
डॉ. जेन्नी शबनम
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नार्थ कोरिया अमेरिका
सुलह वार्ता में
पंच ताऊ
कल दुनियां के शेयर बाजारों में मंदी की बहार छाई रही। हड़कम्पियाने पर कारण पता चला कि ट्रम्प चच्चा ने सूमो पहलवान भतीजे जिसे दुनियां मोटू पहलवान या किम जोंग-उन के नाम से जानती है, को झन्नाट चेतावनी जारी कर दी कि अब सुधर जाओ वरना तेरे घर में घुसकर तेरी ऐसी तैसी कर दूंगा। अब भतीजा भी कोई कम नही है, पक्का ठस पहलवान ठहरा सो बोला - ओए चच्चा, अपनी औकात में रह वरना तू तो मेरे घर क्या खाके आएगा बल्कि मैं घर में बैठे बैठे ही तुझ पर परमाणु मिसाईल डाल दूँगा फिर तू रोने लायक भी नही बचेगा। बात कुछ ज्यादा ही बढ़ गई तो जैसा कि सब युद्धों से पूर्व होता आया है, पहले शांति वार्ता अवश्य करवाई जाती है ..
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साहब,
कुछ तो पूर्व प्रधानमंत्री
अटलबिहारी वाजपेयी के नाम का
खयाल करते....?
मयंक की बात पर डॉ. मयंक चतुर्वेदी
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भेड़िये आ गए हैं
सँभालो बेटियाँ कि भेड़िये आ गए हैं।
नोंच डालेंगे बोटियाँ कि भेड़िये आ गए हैं...
हालात आजकल पर
प्रवेश कुमार सिंह
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शुभ प्रभात...
जवाब देंहटाएंआभार..
सादर
बहुत सुंदर संकलन मेरी रचना को मान देने.के लिए आभार आपका आदरणीय।
जवाब देंहटाएंसुंदर संकलन, आभार..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएं'क्रांतिस्वर ' की पोस्ट को इस अंक में स्थान देने हेतु शास्त्री जी को धन्यवाद ।
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