मित्रों!
बुधवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
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गीत
"कॉफी की चुस्की"
क्षणिक शक्ति को देने वाली।
कॉफी की तासीर निराली।।
जब तन में आलस जगता हो,
नहीं काम में मन लगता हो,
थर्मस से उडेलकर कप में,
पीना इसकी एक प्याली।
कॉफी की तासीर निराली...
कॉफी की तासीर निराली।।
जब तन में आलस जगता हो,
नहीं काम में मन लगता हो,
थर्मस से उडेलकर कप में,
पीना इसकी एक प्याली।
कॉफी की तासीर निराली...
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विविधता में एकता ही
' शिव '
अर्थात 'भारत ' देश है --
विजय राजबली माथुर
क्रांति स्वर पर विजय राज बली माथुर
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जूही बेला मोंगरा की कली
जूही बेला मोंगरा की कली
खिलती बाबुल के अँगना
महकती महकाती संवारती
घर पिया का...
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चले यह जिंदगी लेकर हमेशा शाम तक रिश्ते-
कहीं बेनाम हैं रिश्ते, कहीं बस नाम के रिश्ते।
चतुर मानुष बनाते हैं हमेशा काम से रिश्ते...
रविकर
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जोड़ी बनाई ईश ने तो स्वाद मीठा लीजिए
रविकर
अरबपति पुत्र की माता, बनी कंकाल सड़ गलकर।
रहे रेमंड का मालिक, किराये की कुटी लेकर।
कलेक्टर खुदकुशी करता, कलह जीना करे दूभर।
हितैषी खोज तू, है व्यर्थ रुतबा शक्ति धन रविकर...
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कहीं कुछ रह तो नहीं गया।।
रविकर
मैया कार्यालय चली, सुत आया के पास। पर्स घड़ी चाभी उठा, प्रश्न पूछती खास...
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प्रवचन
प्रवचन में कथाऐं केवल भावुकता बढ़ाने वाली होती हैं जिससे भावुक होकर स्त्री पुरुषों की आंखों में नमी आ जाये और अब भक्त जब अपनी वीडिओ बनते देखते हें या कैमरे की जद में बैठते हैं तो ऑंखें पोंछने लगते हैं जिससे टीवी में अव्छे से भक्त दिखाई दें । हर कथा भेदभाव अपना तेरी छोड़ने बड़ों का मान आदर करने ईश्वर में आस्था रखो लड़ो नहीं भाई भाई में प्यार...
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महाराष्ट्र का माटुंगा रेलवे स्टेशन हाल में पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में दे दिया गया। ये देश का ऐसा पहला रेलवे स्टेशन है जिसकी सभी व्यवस्थाएं महिलाओं के हाथ में होंगी। स्टेशन में गाड़ियों के आने जाने के समय के एनाउंसमेंट्स से लेकर यात्रियों के टिकट चेक करने तक के सभी काम महिलाओं के ही जिम्मे हैं। स्टेशन का कंट्रोल रूम भी महिलाएं संभालती हैं। टिकट काटने का काम भी महिलाओं के ही जिम्मे है। ये एक सुखद एहसास है...
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंबेहतरीन
आभार
सादर
सुप्रभात !
जवाब देंहटाएंसारगर्भित एवं पठनीय सूत्रों से सजा आज का चर्चामंच ! मेरी रचना 'कैसे लूँ विदा - रेल हादसा' को आज की चर्चा में सम्मिलित करने के लिए बहुत - बहुत धन्यवाद एवं आभार आपका शास्त्री जी !
इस अंक में क्रांतिस्वर की पोस्ट को स्थान देने हेतु शास्त्री जी का आभार एवं धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक..
जवाब देंहटाएंआभार
बहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
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