मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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याद रखना! आपको कमीशन तब ही मिलेगा...
खबरों से दूर रहने का मेरा फैसला भंग होने की गति में बढ़ोतरी हो गई है। समाचार पढ़ने का आग्रह करने के फोन पहले, दो-तीन दिनों में आते थे। अब लगभग प्रतिदिन आ रहे हैं। मैं खबरों से दूर रहना चाहता हूँ लेकिन भाई लोग हैं कि मानते ही नहीं। बाबाजी कम्बल छोड़ना चाह रहे और लोग फिर-फिर ओढ़ा देते हैं। आज भी ऐसा ही हुआ। एक युवा व्यापारी का फोन आया - ‘फलाँ अखबार में फलाँ खबर पढ़िए...
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महागौरी माँ
( कुंडलिया )
चम चम अष्टम रूप है, कर लो माँ का ध्यान।
उज्ज्वल मंगलदायिनी ,देती माँ वरदान देती माँ वरदान ,
महागौरी रूप धवल शिवा,शाम्भवी नाम,
गौर वर्ण पूरण नवल माँ के हाथ त्रिशूल,
बजे है डमरू डम डम
सरिता छाया ओज,चेहरा चमके चम चम ।।
गुज़ारिश पर सरिता भाटिया
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंविजयादशमी की शुभ कामनाएँ
आभार
सादर
बहुत सुन्दर प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंशुक्रिया सर जी
जवाब देंहटाएंविजयादशमी की शुभ कामनाएँ
आभार
सादर