मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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आप सभी के शुभाशीष की आकांक्षिणी
मेरी बेटी स्वाति का आज जन्मदिन है।
पूरे परिवार की यह कामना है कि
वह हँसी और खुशी के साथ
जीवन पथ पर अग्रसर रहे।
पाकर तुझको धन्य हो गई, ओ मेरी बिटिया प्यारी।
सारा जग प्यारा लगता है,पर तू है जग से न्यारी...
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ये क्या कर दिया
राधा तिवारी ' राधेगोपाल '
तुमने ज़मीन पर जो सजदा किया ,
रौनक – ए - हुस्न में तुमने ये क्या कर दिया l
हंस के देखा तो सांसें हमारी थमी ,
धडकनों को हमारी ये क्या कर दिया...
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शेर की किरकिरी
शेर और शेर के बच्चों से परेशान होकर मैंने सच्चे शेर की तलाश में नेशनल ज्योग्राफी चैनल पर दस्तक दे दी। खोलते ही जो दृश्य था वह बता दूं – एक संकरा सा रास्ता था, सड़क बनी थी, कार खड़ी थी और वहाँ काँपते पैरों से एक भैंस का बच्चा घूम रहा था। एंकर बोल रहा था कि इस बच्चे को देखकर लग रहा है कि यह डरा हुआ है, लेकिन डर किसका है यह समझ नहीं आ रहा है! तभी कार के पीछे से शेर निकला , अब दोनों आमने-सामने थे। शेर ने पोजीशन ली और घात लगाने के लिये तैयार हो गया। लग रहा था कि आसान शिकार हाथ लगा है लेकिन तभी एक बड़ी सी भैंस दौड़ती हुई आयी और उसने शेर पर आक्रमण कर दिया...
smt. Ajit Gupta
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इंसान बटता चला गया
धरती अम्बर एक सी लहू भी सबका एक का सा
फिर भी इंसान क्यों बटता चला गया
सरहदे बट गयी दिलो पे लकीरे खिच गयी
फिर भी इंसान बटता चला गया...
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
बहुत सुन्दर प्रस्तुति। स्वाति को जन्मदिन की मंगलकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबढ़िया संयोजन , बहुत बधाई , आभार !
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रस्तुती
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ब्लोग्स का समावेश.
हैप्पी बर्थडे तो स्वाति..
मुझे भी इस पर जगह देना का बहुत बहुत आभार
बहुत सुन्दर लिंक्स का संयोजन...रोचक चर्चा...आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति. इस मंच में मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय शास्त्री जी
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी पंक्तियां हैं आपका बहुत-बहुत धन्यवाद आदरणीय शास्त्री जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर प्लेटफॉर्म हमारी पोस्ट को जगह देने के लिए धन्यवाद सर जी
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