सुधि पाठकों!
बुधवार की चर्चा में
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
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दोहे
"कलम बना पतवार"
(राधातिवारी "राधेगोपाल")
RADHA TIWARI
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दोहे "गले पड़े हैं लोग"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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सीप में मोती......
रजनी भार्गव
मेरी धरोहर पर
yashoda Agrawal
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मुक्त ग़ज़ल : 255 -
वो मेरा है.......
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देखने का जादू (अखिलेश ) :
अभिषेक कश्यप
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जस्टिस जगमोहन लाल सिन्हा :
भारतीय न्यायपालिका का एक जगमगाता सितारा
रेहान फज़ल
क्रांति स्वर पर
विजय राज बली माथुर
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तुम्हारी कविता
एक दिन यूँ ही अलसायी सी दोपहर में
तुम्हारी कविताओं की किताब हाथ में आ गयी
जिसमे तुमने लिखी थी
मेरी ये सबसे पसंदीदा कविता...
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शबनमी ख्वाब
सु-मन (Suman Kapoor)
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शराब जरुरी है क्या
शराब पीना जरुरी है क्या? ये एक बेटी अपने पापा से पूछती हैघर की कलह से परेशान होती बेटीमाँ को सिसकता देख परेशान होती बेटीअपनी पढाई का हर्जा होते देख परेशान होती बेटीपापा से पूछती हैआप की शराब जरुरी है क्या...
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एटलस साईकिल पर योग- यात्रा
भाग ७:
औरंगाबाद- जालना
Niranjan Welankar
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मोती अनमोल
हैं अनमोल अद्भुद दिखाई देते
है भण्डार अपार उनका
उनसे शब्द मोती से झरते
किये संचित शब्दों के मोती...
Akanksha पर Asha Saxena
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शुभ प्रभात सखी
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
सुन्दर और सार्थक।
जवाब देंहटाएंआभार राधा बहन जी।
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद राधा जी |
अच्छी हलचल प्रस्तुति....
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