मित्रों!
शनिवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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रहम मेरे यार कर.......
श्वेता
मैं ख़्वाब हूँ मुझे ख़्वाब में ही प्यार कर
पलकों की दुनिया में जी भर दीदार क...
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प्रेम के बीज
गहरे बोए बीज प्रेम के
सींचा प्यार के जल से
मुस्कान की खाद डाली
इंतज़ार किया शिद्दत से
बहुत इंतज़ार के बाद
दिखे अंकुरित होते चार पांच...
सींचा प्यार के जल से
मुस्कान की खाद डाली
इंतज़ार किया शिद्दत से
बहुत इंतज़ार के बाद
दिखे अंकुरित होते चार पांच...
Akanksha पर Asha Saxena
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पुरस्कार
लगभग चार वर्ष पहले अनीता की नियुक्ति मध्य विद्यालय में हुई थी| जिस दिन वह विद्यालय में योगदान देने गईं , सभी शिक्षक और बच्चे बहुत खुश हुए थे क्योंकि वहाँ गणित के लिए कोई शिक्षक न था|
योगदान देने के बाद प्रधानाध्यापिका ने उन्हें बैठने को कहा और बोलीं, “अनीता जी, आप कल से क्लास लीजिएगा| हम आपको आठवीं कक्षा की क्लास टीचर बनाएँगे|"
मधुर गुंजन पर
ऋता शेखर 'मधु'
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शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
आपके आशीष का अत्यंत आभार आदरणीय।
जवाब देंहटाएंसादर।
गुरु जी आशीर्वाद बनाए रखें l
जवाब देंहटाएंसुप्रभात
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद |
इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंसुन्दर शनिवारीय अंक। आभार आदरणीय कतार में लगे 'उलूक' की भी चर्चा करने के लिये।
हटाएंबढ़िया चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक्स
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