शालिग्राम शिला मध्ये, स्तिथं शांत विग्रहम| बद्रीग्रहम बन्दे, नर नारायण संयुतं || वक्रतुंड महाकाय, सूर्यकोटी समप्रभः, निर्विघ्नं कुरु में देव, सर्व कार्येषु सर्वदा || |
आज कल काफी शादियों के निमंत्रणपत्र मिले है और चारो तरफ शादी का माहोल है, तो सोचा क्यों नहीं इस सुन्दर रस्म पर चर्चा की जाये जो की समाज रूपी धुरी के केन्द्र में है |शादी को शादी , निकाह , पाणीग्रहण , वेडिंग ,विवाह, स्वयम्बर जिस भी नाम से पुकारें - होता दो आत्माओं का संगम है, उसके साथ दो परिवार, दो समाज जुड जाते हैं और एक नए समाज का सृजन होता है | कल से विवाह कार्य शुरू हो गए है - देखिये क्या बताते अखिलेश जी - परिणय सूत्र में बंधेगे भगवान चित्र मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम और सीता स्वयम्बर का परसों की चर्चा में भी शिखा कौशिक जी कहती हैं -आज कार्तिक शुक्ल पक्ष की एकादशी है ; जिसे हम ''देव उठान एकादशी'' के नाम से भी जानते है .ऐसी मान्यता है क़ि भगवान श्री नारायण चार मास की ''योग-निद्रा ' से आज ही जागते है.इसके पश्चात् शुभ-कामों क़ा प्रारंभ होता है | |
शादी से पहले और सगाई के बाद फोन पर बाते करना तो कही प्रतिबंधित और गैरकानूनी भी हो सकता है | सगाई के बाद मंगेतर को फोन करना हराम: दारूल उलूम शादी के लिए कौन से उम्र उपयुक्त है शादी का सवाल कभी न कभी सब के सामने आता है. खासकर आजकल भागती दौड़ती जिंदगी और करियर की आपाधापी में यह सवाल और भी अहम हो गया है कि शादी की क्या उम्र होनी चाहिए.लेकिन ये ना समझियेगा कि सगाई हो गई है तो हम मंगेतर से फोन पर बात कर सकते है |
पिता अपनी बेटी की शादी कभी किन मजबूरियों में करता है - जबकि वह अपनी प्यारी बेटी को अपने घर में प्यार से अपने साथ ही रखना चाहता है -तुमेह इसी परिवार में ले कर चलूँ और बेटी भी जिस घर को इतना प्यार करती है खेलती कूदती है अपना समझती है उसे परायी अमानत मन जाता है और शादी कर जहां दूसरे घर में भेज दिया जाता है - लड़की अपनी माँ से पूछती है - माँ मेरा घर कहाँ ? और बेटी जब ससुराल जाती है , तो अपने कदम ससुराल के दरवाजे पर रखते ही भगवान से प्रार्थना करती है कि प्रभु मेरा ये प्रथम कदम शुभ हो और यहाँ घर में सबको प्यार दे सकूँ , घर की मान मर्यादा को मै बढाऊँ और अपने कर्तव्यों का निर्वाह प्रेम से करूँ| ....शुभस्वाग्तम.... शादी...पवित्र रिश्ता....एक ऐसा बंधन जिसका नाम सुनते ही दिल में एक अजीब सी हलचल होती है...इसे कोई जन्मों जन्मों का बंधन करार देता है...तो कोई इसे सामाजिक बंधन...लेकिन हर दिल शादी के सपने संजोता है...हर किसी की जिन्दगी में शादी अपना महत्व है....इस रिश्ते में बंधने से पहले की अनुभूति भी बेहद अजीब होती है शादी के बारे में लेख - शादी का फंडा शादी कहीं भी , किसी भी रीति से हो- प्रेम शादी की मूल भावना है.| शादी चाहे स्वेच्छा से प्रेम विवाह हो या व्यवस्थागत और पारंपरिक तरीके से किया गया हो या गन्धर्व विवाह हो या निकाह हो या मंदिर / मस्जिद / गिरजाघर में हो - सफल खुशियों से भरा वैवाहिक जीवन तभी है जब इसमें प्रेम का पुट हो , आपसी समझ, सम्मान और समर्पण हो - जब वो ऐसा कह सके कि मै गीत निश्छल प्रीत के अविराम लिखूंगा - राधा तुमेह और स्वयं को श्याम लिखूंगा और कन्या भी जिस घर में जाती है उस घर के लिए पूर्ण समर्पित हो जाती है किन्तु फिर भी बेटी और और बहु में फर्क क्यों किया जाता है - बहु भी तो किसी की बेटी है, बेटी भी तो किसी कि बहु होगी | बहु और बेटी के लिए अलग अलग मानदंड क्यों है | बेटी ऐसी है तो बहु वैसी क्यों है बेटी ससुराल में रहते हुवे भी अपने माँ पिता के प्रेम को मन में बसाए रखती है और सदा आदर्शो का पालन करती है और याद करती है बाबुल के घर को और बाबुल को भी बाबुल और फिर पीछे मुड कर देखते है तो समय लगता है यूं आया, यूँ गया- जैसे चार दिन पहले की ही तो बात थी - चार दिनों में कितने बदलाव आ गए - चार दिनों में वक़्त के आगे बड़ते कदमो के साथ यादों की गूंजती सुगबुगाहट को युगल, मौन सुन लिया करते है क्यूंकि मौन , भावो की एक प्रखर भाषा है | सुगबुगाहट और अब हो जाये कुछ हँसी - कही फुलमतिया की चाहत में खदेरन जैसे हाल ना बना दीजियेगा रिश्ते की चाहत में |
कुछ चर्चित शादियां
कुछ गाने |
ईद का त्यौहार भी बड़े जोश से मनाया गया - ईद के मौके पर मुबारकबाद देती हूँ और जानिए क्यों मनाते है बकरीद ईद मुबारक हो |
अब जाती हूँ | बहुत बात की मैंने | अब आपकी बारी है चर्चा आगे बढाने की लेकिन जाते जाते बता दूं कि इस बार ताऊ पहेली का और तसलीम चित्र पहेली का १०० वां अंक था.. मतलब कि ताऊ जी ने और जाकिर जी ने पहेली का शानदार शतक पूरा किया | मुझे आपसे यह शेयर करते हुवे खुशी हो रही है कि तसलीम चित्र पहेली के शतक की मैं ( डॉ नूतन गैरोला ) ही विजेता रही और ताऊ पहेली की विजेता सुश्री सीमा गुप्ता जी रही | अरे मै बहुत बातुनी हूँ .. बातें खतम नहीं होंगी .. शादी में जाना है सो तैयारियां कर लूँ.. जाती हूँ .. मुझे शादियों में जाना है तो डॉ रूपचन्द्र शास्त्री जी को खबर करुँगी | फिर मिलेंगे ३ दिसंबर को.. तब के लिए मेरा हार्दिक अभिनन्दन | |
शादियों के मौसम को साकार करती अच्छी चर्चा !
जवाब देंहटाएंरोचक और ज्ञानवर्धक चर्चा के लिए धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंआभार इस सुन्दर चर्चा के लिए
जवाब देंहटाएंregards
विषय से सम्बंधित अच्छे लिंक्स का चयन ...अच्छी चर्चा ..चर्चा को सुन्दर बनाने का सराहनीय प्रयास ..
जवाब देंहटाएंshadiyon ke mausam kaa sundar ehsaas karati charcha!!!nice links; nice songs shared!
जवाब देंहटाएंregards,
बहुत बढ़िया सचित्र सामयिक चर्चा ... आभार
जवाब देंहटाएंसमसामयिक और सुन्दर चर्चा……………अन्दाज़ पसन्द आया ………………कुछ नये लिंक्स भी मिले…………आभार्।
जवाब देंहटाएंसच कह रहा हूं, जब से ब्लॉग जगत में हूं ये पहली चर्चा है जिसे पूरा पढना पड़ा।
जवाब देंहटाएंरोचक!
सरस!!
रंगीन!!!
आपकी मेहनत और चयन की दाद देनी पड़ेगी।
बस एक गुजारिश है, बहुत से गानों की लिस्ट लगा दी। अब खोज कर शारदा सिन्हा का यह लोक गीत लगा दीजिए ... चर्चा में चार चांद लग जाएंगे...!!
"दुल्हिन धीरे-धीरे चलियउ ससूर गलिया
ससूर गलिया हो भैंसूर गलिया"
aapne to aaj charcha manch ko aisa saja diya hai jaise yahi shadi ka mandap ho.aanand aa gaya !saji-savri charcha-sehra pahne hue manch dulhan-dulhe ka aabhas kara rahe hai .saath me manoranjak filmi geet band-baje valon ki kami poori kar rahe hai .hum to aaj barati ban kar bahut khush hue.meri kavita ko bhi charcha me sthan dene ke liye hardik dhanywad.
जवाब देंहटाएंनूतन जी सम-सामयिक विषय 'शादी' पर चर्चा मंच की यह प्रस्तुति सराहनीय है| बधाई स्वीकार करें|
जवाब देंहटाएंबहोत ही अच्छी चर्चा रही........
जवाब देंहटाएंवाह...बहुत ही सुन्दर और सरस चर्चा...
जवाब देंहटाएंबहुत ही बेहतरीन शादियों से जुडी चर्चा!
जवाब देंहटाएंप्रेमरस.कॉम
hindi font anjani vajah se blog me galat dikh raha hai atah mein english font kaa istemaal kar rahi hoon..
जवाब देंहटाएंvani ji
mahendar ji
Seema ji
dhanyvaad ..shubhsandhyaa
gathbandhan ke mausam ko saakaar karti sundar rachna.. badhai !
जवाब देंहटाएंdhanyvaad Sangeeta ji..
जवाब देंहटाएंvandana ji..
Anupama ji ..
mahendar ji..
aapko charcha pasand aayi aabhaar..
Sangeeta ji..chunki shadi jaise vishay par likha hai is vajah se maine thoda tadkeele colors use kiye fir bhi koshis kee hai kee bahut jyada chathkila naa ho thore deep color liye hai..
Manoj ji bahut bahut shukriya ..
जवाब देंहटाएंkhushi huvi bahut..
haa maine us gane ko dhundhaa kintu nahi mila... agar milega to mai usey is link par lagaa dungi.. shubhsandhyaa..
Shiksha kaushik ji ..aapne sahi kaha.. is charcha ko mein pehle vivaah ke mandap kaa roop de rahi thee aur charchaaon ko invitation card kaa... kintu samyaabhav kee vajah se nahi kar payi...
जवाब देंहटाएंDhanyvaad aapka..
Navin ji
जवाब देंहटाएंAshish ji
Ranjana ji
Shah Navaj ji
Aparna ji..
Shubhkaamnayen aur dhanyvaad,,
नूतन जी, इस रंगबिरंगी चर्चा के लिए बधाई स्वीकारें।
जवाब देंहटाएं---------
वह खूबसूरत चुड़ैल।
क्या आप सच्चे देशभक्त हैं?
वाह...बहुत ही सुन्दर चर्चा...
जवाब देंहटाएंअच्छा विषय चुना है सुंदर चर्चा.
जवाब देंहटाएंडॉ.नूतन जी!
जवाब देंहटाएंइस इन्दरधनुषी चर्चा के लिए जितनी तरीफ की जाये वह कम ही होगी!
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अगर यह कहूँ कि कि इसप्रकार की सजावटी चर्चा आप ही कर सकती है तो कोई अतिश्योक्ति नही होगी!
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कल से मेरा स्वास्थ्य कुछ खराब है!
देखता हूँ कि कल की चर्चा लगा भी पाँऊगा या नही!
चर्चा मंच में मेरा लेख शामिल कर मेरा उत्साह बढ़ाने के लिए धन्यवाद नूतन मैडम...
जवाब देंहटाएंnutan ji bahut achha aur rahat bhara prayas kiya.achha to sabhi ko pata hai kintu rahat bhara is liye ki aajkal ki shadiyan d j ke shor aur bahri chamak damak me hi simti hain aur unme shaleenta ka ab abhav hai kintu yahan sabhi kuchh hai shaleenta,gane,mandap etc..vakai aisee shadi ho to main to roz shamil ho jaoon.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर चर्चा... मेरे लेख को जगह देने के लिए ....धन्यवाद
जवाब देंहटाएंjakir ji
जवाब देंहटाएंAda ji
Anamika ji aapka tahe dil shukriya ..shubhkamnayen
Dhanyvaad Dr Roopchandr ji..aapke protsahan se hee ham yaha charcha kar paaye..dhanyvaad..
जवाब देंहटाएंMadhu ji
जवाब देंहटाएंShalini ji
Dr Monika ji aapka aabhaar..
This is Very very nice article. Everyone should read. Thanks for sharing. Don't miss WORLD'S BEST GAME 👉 MotorCycleGame
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