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गुरुवार, जनवरी 03, 2013

नव वर्ष - आक्रोश और निराशा ( चर्चा - 1113 )

आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है 
वर्ष 2013 के लिए चर्चा मंच के सभी पाठकों को हार्दिक शुभकामनाएं 
चलते हैं चर्चा की ओर 
धान के देश में!
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नुक्कड़
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14 टिप्‍पणियां:

  1. उपयोगी लिंकों के साथ बहुत सुन्दर चर्चा!
    --
    ♥(¯`'•.¸(¯`•*♥♥*•¯)¸.•'´¯)♥
    ♥♥HAPPY NEW YEAR...नव वर्ष मंगलमय हो !♥♥
    ♥(_¸.•'´(_•*♥♥*•_)`'• .¸_)♥

    जवाब देंहटाएं
  2. बढ़िया लिंक्स दी है आज पढने के लिए |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  3. उपयोगी लिंकों के साथ बहुत सुन्दर चर्चा!,

    meri post ko charchamanc par laane ke liye aapka aabhar

    जवाब देंहटाएं
  4. प्रभावी चर्चा |
    शुभकामनायें
    आदरणीय दिलबाग जी ||

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत ही बढ़िया लिंक दिए गए है, मेरी पोस्ट photo-scape को शामिल करने के लिए धन्यवाद जी...

    जवाब देंहटाएं
  6. अनुपम लिंक्‍स संयोजन
    आभार

    जवाब देंहटाएं
  7. वेल्डन दिलबाग जी। बहुत सुन्दर चर्चा सजाई है। ख़ास कर आपका चर्चा में लिंक्स सजाने का अंदाज़ काफी जुदा है।

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत प्यारे लिंक्स संजोये हैं।

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सार्थक लिंक्स संजोये हैं हार्दिक आभार हम हिंदी चिट्ठाकार हैं

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत बढ़िया सामयिक चिंतन के साथ सामयिक चर्चा प्रस्तुति ...आभार

    जवाब देंहटाएं
  11. मानव जीवन की सभ्यता के संचालन का आधुनिक तंत्र है
      लोकतंत्र, हमारे आधुनिक भारत के नेता-मंत्री जाने कौन से
     पौराणिक युग में जी रहे हैं कोई स्वयं को 'राजा' समझता है 
     तो कोई 'युवराज'.....
     

    जवाब देंहटाएं
  12. बड़े ही सुन्दर सूत्र एकत्र किये हैं। आभार।

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत ही सुंदर चर्चा सजाई है आपने...मेरी कवि‍ता शामि‍ल करने के लि‍ए धन्‍यवाद..

    जवाब देंहटाएं

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