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मंगलवार, अप्रैल 02, 2013

मंगलवारीय चर्चा--(1202)-'miss u'' अप्रैल फूल स्पेशल


आज की मंगलवारीय चर्चा में आप सब का स्वागत है राजेश कुमारी की आप सब को नमस्ते, कल मैंने आप सभी को मिस किया सच में, साबुन दाने  की बर्फी बनाई थी बड़ी मेहनत  से !!!!!आप सब का दिन मंगल मय हो अब चलते हैं आपके प्यारे ब्लॉग्स पर 


खामोश पन्ने।---बोलते नहीं सीधे दिल में उतरते  हैं 

''miss u'' अप्रैल फूल स्पेशल--हाँ आई टू मिस्स यू 
'मूर्ख दिवस '---मूर्ख बने क्या सच बताना 
इस जीवन में, उस जीवन में-बहुत अंतर है ना 
सतरंगी संसार---यही तो मैं भी कब से कह रही हूँ संसार सतरंगी है 
हुजूर ...आओ हुजूर तुमको सितारों में ले चलूँ 
हौसले के सलाम ! (१०)---मेरा भी दोनों हाथों  से 
अद्भुत रूप---सच है मैंने देखा है तुम्हें 
पूतो फलो मनीष, मनीषा अरुण मुबारक-रहो तुम सलामत दुआ है हमारी 
जोड़-गणित--बस दसवीं तक ही आसान था 
चले आओ हमसफ़र !क्यों कुछ खास डिश बनाई  है आज
जागते रहो----तो सोयेंगे कब ??
मूर्ख दिवस---अरे कल बीत गया आज तो बुद्धि  दिवस है  
और मैं बड़ी हो गयी …………मेरी नज़र से--वंदना जी  मैं तो आज तक नहीं हुई 
बावला बनने का सुख---किसी बात की चिंता नहीं जिओ बिंदास 
अलविदा .... दोस्तों ..........>>> संजय कुमार--ये क्या कह दिया अजी रूठ कर अब कहाँ जाइएगा 
कैंसर-कम्युनिज़्म-नवरात्र---विजय राजबली माथुर--बहुत अफसोसनाक भगवान् उसकी आत्मा को शांति दे 
जल तू जलाल तू---आई बला को टाल  तू 
जगता है जब भीतर प्रेम---सब प्रेममय हो जाता है 
सताया रौशनाई ने !---अगली बार रंगीन रोशनाई इस्तेमाल करके देखना 
मूर्ख ही तो हैं.....--जो मूर्ख भी बनते हैं और ट्रीट भी देते हैं और सेलिब्रेट करते हैं 
वमन (उलटी) से राहत के लिए आयुर्वेदिक उपाय !!--पहले खूब अनाप शनाप खाइये फिर नुस्खा आजमा के देखिये

shashi purwar at sapne - 
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डॉ शिखा कौशिक ''नूतन '' at WORLD's WOMAN BLOGGERS ASSOCIATION
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विजय राज बली माथुर at क्रांति स्वर
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पूरण खण्डेलवाल at शंखनाद
आज की चर्चा यहीं समाप्त करती हूँ  फिर चर्चामंच पर हाजिर होऊँगी  कुछ नए सूत्रों के साथ तब तक के लिए शुभ विदा बाय बाय ||
आगे देखिए "मयंक का कोना"
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भूत-प्रेत में विश्वास ना करने वालों के लिए ये खबर चौंकाने वाली हो सकती है। आपने प्रेतआत्माओं के बारे में सुना ही होगा। इनके बसेरों के बारे में भी सुना होगा या फिल्मों में देखा
होगा। वैसे तो दुनिया में रहस्य और डर से जुड़ी घटनाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन यहां हम आपको दुनिया की ऐसी खौफनाक जगहों पर ले जाने वाले हैं जो किसी फिल्मी कहानियों से एकदम अलग बिल्कुल सच के करीब है। इनकी सच्चाई जानेंगे तो आपकी रूह तक कांप जाएंगी, असल में ये जगहें रूहों और पिशाचों का निवास स्थान हैं। कमजोर दिल वालें, कृपया इसे ना पढ़े..
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18 टिप्‍पणियां:

  1. बढ़िया प्रस्तुति |
    शुभकामनायें -

    जवाब देंहटाएं
  2. मैंने चर्चा जैसी सजाई थी और प्रीव्यू में दिख रही थी पब्लिश करने पर सब बदल गई मेहनत बेकार हो गई आज कल नेट में गड़बड़ चल रही है|

    जवाब देंहटाएं
  3. बढ़िया चर्चा ....शामिल करने का आभार

    जवाब देंहटाएं
  4. आपने चर्चा जैसी भी सजाई हो पर यह भी कम नहीं है बहु आयामी सूत्र |बढ़िया चर्चा |
    मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  5. चुटकी लेती रोचक चर्चा के लिये बधाई राजेश कुमारी जी

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. सुश्री राजेश कुमारी जी का श्रेष्ठ पृष्ठ-संयोजन हेतु , तथा सभी चर्चाकार बंधुओं एवं पाठक-बंधुओं का हृदय से आभारी हूं। कृपया, स्नेह बनाए रखिए।

      हटाएं
  6. सुन्दर हलचल
    मेरी पसंद यहाँ सराही जा रही है
    आभार

    जवाब देंहटाएं
  7. बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ....आभार...

    जवाब देंहटाएं
  8. बेहतरीन बहुआयामी चर्चा,सादर आभार.

    जवाब देंहटाएं
  9. हमारी पोस्ट शामिल करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद!


    सादर

    जवाब देंहटाएं
  10. सुन्दर हलचल.. मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं
  11. आपका बहुत शुक्रिया राजेश जी
    अच्छी चर्चा के लिए बधाई

    जवाब देंहटाएं
  12. राजेश जी नेट वाकई बूहुत गड़बड़ कर सरहा है।
    मुझे तो बुधवार की चर्चा करने के लिए दोबारा मेहनत करनी पड़ी क्य़ेंकि पूरी पोस्च ही उड़ गयी थी।

    जवाब देंहटाएं

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