आज की मंगलवारीय चर्चा में आप सब का स्वागत है राजेश कुमारी की आप सब को नमस्ते, कल मैंने आप सभी को मिस किया सच में, साबुन दाने की बर्फी बनाई थी बड़ी मेहनत से !!!!!आप सब का दिन मंगल मय हो अब चलते हैं आपके प्यारे ब्लॉग्स पर
खामोश पन्ने।--- बोलते नहीं सीधे दिल में उतरते हैं
''miss u'' अप्रैल फूल स्पेशल-- हाँ आई टू मिस्स यू
बहक न जाये औरत सुनकर बगावतों की खबर-- अरे चेन कहाँ है ??
अज़ीज़ जौनपुरी : कल ही तो तेरे शहर में- घूमने गई थी मैं
जीव हत्या :धर्म की रोटी से बोटी मत तोडिये-- नसीहत है तेरे लिए
'मूर्ख दिवस '--- मूर्ख बने क्या सच बताना
इस
जीवन में, उस
जीवन में- बहुत अंतर है ना
सतरंगी संसार--- यही तो मैं भी कब से कह रही हूँ संसार सतरंगी है
हुजूर ... आओ हुजूर तुमको सितारों में ले चलूँ
"संस्मरण-वो फस्ट अप्रैल" (डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक)' पुरानी यादें कहाँ छुपी थी
हौसले के सलाम ! (१०)--- मेरा भी दोनों हाथों से
अद्भुत रूप--- सच है मैंने देखा है तुम्हें
पूतो फलो मनीष, मनीषा अरुण मुबारक- रहो तुम सलामत दुआ है हमारी
ग़ज़ल : अगर मांगने में तू सच्चा हुआ है--- तो खुदा भी सुनेंगे
जोड़-गणित-- बस दसवीं तक ही आसान था
चले आओ न हमसफ़र ! क्यों कुछ खास डिश बनाई है आज
धार्मिक सद्भाव भी बढ़ाती है सुबह की सैर Morning walk-- कल से शुरू करुँगी
जागते रहो---- तो सोयेंगे कब ??
मूर्ख दिवस--- अरे कल बीत गया आज तो बुद्धि दिवस है
और मैं बड़ी हो गयी …………मेरी नज़र से-- वंदना जी मैं तो आज तक नहीं हुई
बावला बनने का सुख--- किसी बात की चिंता नहीं जिओ बिंदास
अलविदा .... दोस्तों
..........>>> संजय कुमार-- ये क्या कह दिया अजी रूठ कर अब कहाँ जाइएगा
कैंसर-कम्युनिज़्म-नवरात्र---विजय राजबली माथुर-- बहुत अफसोसनाक भगवान् उसकी आत्मा को शांति दे
जल तू जलाल तू--- आई बला को टाल तू
जगता है जब भीतर प्रेम--- सब प्रेममय हो जाता है
सताया रौशनाई ने !--- अगली बार रंगीन रोशनाई इस्तेमाल करके देखना
मूर्ख ही तो हैं.....-- जो मूर्ख भी बनते हैं और ट्रीट भी देते हैं और सेलिब्रेट करते हैं
वमन (उलटी) से राहत के लिए आयुर्वेदिक उपाय !!-- पहले खूब अनाप शनाप खाइये फिर नुस्खा आजमा के देखिये
shashi
purwar at sapne -
Anju
(Anu) Chaudhary at अपनों का साथ -
डॉ शिखा कौशिक ''नूतन '' at WORLD's WOMAN BLOGGERS ASSOCIATION
Aziz
Jaunpuri at Zindagi se muthbhed
kanu..... at parwaz परवाज़....
सरिता भाटिया at गुज़ारिश -
सुज्ञ at सुज्ञ
Maheshwari
kaneri at अभिव्यंजना -
डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) at उच्चारण -
रेखा श्रीवास्तव at मेरा सरोकार -
त्रिवेणी at त्रिवेणी -
रविकर at "लिंक-लिक्खाड़"
Rajesh
Kumari at HINDI KAVITAYEN
,AAPKE VICHAAR
अरुन शर्मा 'अनन्त' at दास्ताँने - दिल (ये दुनिया है दिलवालों की)
Ashok
Vyas at Naya Din Nayee Kavita -
नीलांश at कविता-एक
कोशिश
DR. ANWER JAMAL at Blog News -
Shah Nawaz at छोटी बात
ranjana
bhatia at कुछ मेरी कलम से kuch meri kalam se
**
vandana gupta at ज़ख्म…जो फूलों ने दिये -
डॉ. मोनिका शर्मा at परवाज़...शब्दों के पंख -
संजय कुमार चौरसिया at " जीवन की आपाधापी
विजय राज बली माथुर at क्रांति स्वर
Prabodh
Kumar Govil at Kehna Padta Hai/कहना पड़ता है
Anita at डायरी के पन्नों से -
Suresh
Swapnil at साझा आसमान -
Yashwant Mathur at जो मेरा मन कहे
पूरण खण्डेलवाल at शंखनाद
आज की चर्चा यहीं समाप्त करती हूँ फिर चर्चामंच पर हाजिर होऊँगी कुछ नए सूत्रों के साथ तब तक के लिए शुभ विदा बाय बाय ||
आगे देखिए "मयंक का कोना"
(1)
(2)
भूत-प्रेत में विश्वास ना करने वालों के लिए ये खबर चौंकाने वाली हो सकती है। आपने प्रेतआत्माओं के बारे में सुना ही होगा। इनके बसेरों के बारे में भी सुना होगा या फिल्मों में देखा
होगा। वैसे तो दुनिया में रहस्य और डर से जुड़ी घटनाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन यहां हम आपको दुनिया की ऐसी खौफनाक जगहों पर ले जाने वाले हैं जो किसी फिल्मी कहानियों से एकदम अलग बिल्कुल सच के करीब है। इनकी सच्चाई जानेंगे तो आपकी रूह तक कांप जाएंगी, असल में ये जगहें रूहों और पिशाचों का निवास स्थान हैं। कमजोर दिल वालें, कृपया इसे ना पढ़े..
(3)
(4)
बहुत सुन्दर और व्यापक चर्चा!
जवाब देंहटाएंआभार!
बढ़िया प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंशुभकामनायें -
बढ़िया प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंbahut achchha lagaa.
जवाब देंहटाएंमैंने चर्चा जैसी सजाई थी और प्रीव्यू में दिख रही थी पब्लिश करने पर सब बदल गई मेहनत बेकार हो गई आज कल नेट में गड़बड़ चल रही है|
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा ....शामिल करने का आभार
जवाब देंहटाएंआपने चर्चा जैसी भी सजाई हो पर यह भी कम नहीं है बहु आयामी सूत्र |बढ़िया चर्चा |
जवाब देंहटाएंमेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा
चुटकी लेती रोचक चर्चा के लिये बधाई राजेश कुमारी जी
जवाब देंहटाएंसुश्री राजेश कुमारी जी का श्रेष्ठ पृष्ठ-संयोजन हेतु , तथा सभी चर्चाकार बंधुओं एवं पाठक-बंधुओं का हृदय से आभारी हूं। कृपया, स्नेह बनाए रखिए।
हटाएंसुन्दर हलचल
जवाब देंहटाएंमेरी पसंद यहाँ सराही जा रही है
आभार
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ....आभार...
जवाब देंहटाएंबेहतरीन बहुआयामी चर्चा,सादर आभार.
जवाब देंहटाएंहमारी पोस्ट शामिल करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंसादर
सुन्दर हलचल.. मेरी पोस्ट शामिल करने के लिए आपका हार्दिक धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंआपका बहुत शुक्रिया राजेश जी
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा के लिए बधाई
आप सब का हार्दिक आभार |
जवाब देंहटाएंराजेश जी नेट वाकई बूहुत गड़बड़ कर सरहा है।
जवाब देंहटाएंमुझे तो बुधवार की चर्चा करने के लिए दोबारा मेहनत करनी पड़ी क्य़ेंकि पूरी पोस्च ही उड़ गयी थी।
behatreen charchaa ... jay ho ...
जवाब देंहटाएं