आज की मंगलवारीय चर्चा में आप सब का स्वागत है राजेश कुमारी की आप सब को नमस्ते , ,आप सब का दिन मंगल मय हो अब चलते हैं आपके प्यारे ब्लॉग्स पर
शहर-ए-बनारस.......
Suresh Kumar at मेरी कल्पनायें
हर मछली को लील रहा
shashi purwar at sapne
Spot that hole ,doc
Virendra Kumar Sharma at कबीरा खडा़ बाज़ार में
सब उसकी ही ईच्छा है ! ये नहीं ! ये तो नहीं !!
tarun_kt at Tarun's Diary-"तरुण की डायरी से .कुछ पन्ने..
समाधि ही देती समाधान
Anita at डायरी के पन्नों से
"धरा दिवस"
pankhuri goel at Os ki boond
इन्साफ हो जायेगा
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मजदूर दिवस
Mukesh Kumar Sinha at जिंदगी की राहें
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rajinder sharma "raina" at mere man
मैं अंगारे सिरहाने रख कर सोया था
RAJIV CHATURVEDI at Shabd Setu
घायल करता मर्म को, प्रतिदिन का दुष्कर्म -Ravikar
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बादशाहत ...
उदय - uday at कडुवा सच ..
अज़ीज़ जौनपुरी : प्रेम जो खोजन मैं चला
Aziz Jaunpuri at Zindagi se muthbhed
ज़िंदगी का ज़िकसा:
rahul misra at खामोशियाँ...!!!
आज की चर्चा यहीं समाप्त करती हूँ फिर चर्चामंच पर हाजिर होऊँगी कुछ नए सूत्रों के साथ तब तक के लिए शुभ विदा बाय बाय ||
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
(1)
*जिन्दगी के टूटे सिरों को * *मैं फिर से जोड़ लेता हूँ, *
*ग़मों के बिछोने पर * *ख़ुशी की चादर ओड़ लेता हूँ..
(2)
? न यहाँ कौरव थे , न शतरंज की बिसात कातर स्वर और पुकार
क्यों कान्हा तुमने सुना नहीं? देह उघडी, हुई रूह छलनी , और शर्मसार...
(3)
* **..१----* *.मुमताज 'महल' में सोयी 'जहाँ' है ..........* *...एक शाह का जहाँ वहां है.........*
*२-* *..श्वेत 'संग' की एक इमारत * *..'संग' त्तराश ने लिखी इबारत ...... *
*३-* *जीवन के कुछ लम्हे उदास हैं रहते दिल के बहुत पास हैं...
(4)
(5)
गर्मी की छुट्टी जब आये,
सब बच्चों का मन हर्षाये....
आदरणीया बहन राजेश जी आपने मंगलवारीय चर्चा --(1223)"धरा दिवस" में बहुत सुन्दर लिंकों का समावेश किया है!
जवाब देंहटाएंहार्दिक शुभकामनाओं के साथ!
आपका आभार!
सुन्दर चर्चा -
जवाब देंहटाएंआभार दीदी-
24 अप्रैल से 5 मई तक
ब्लॉग-जगत से दूर
अवकाश पर -रविकर
हर मछली को लील रहा
जवाब देंहटाएंshashi purwar at sapne
छली जा रहीं नारियां, गली-गली में द्रोह ।
नष्ट पुरुष से हो चुका, नारिजगत का मोह |
नारिजगत का मोह, गोह सम नरपशु गोहन ।
बनके गौं के यार, गोरि-गति गोही दोहन ।
नरदारा नरभूमि, नराधम हरकत छिछली ।
फेंके फ़न्दे-फाँस , फँसाये फुदकी मछली । ।
गोहन = साथी-संगी
गौं के यार=अपना अर्थ साधने वाला
गोही = गुप्त
नरदारा=नपुंसक
नरभूमि=भारतवर्ष
फुदकी=छोटी चिड़िया
सुंदर चर्चा...आभार । मैं पढूंगी आपके लगाए सारे लिंक्स आज
जवाब देंहटाएंshukriya priye rajesh ji bahut sundar links hai , hamen bhi shamil karne ke liye abhaar aapka :) naye links bhi dekhe sundar lage .
जवाब देंहटाएंबहुत बढिया लिंक्स संजोये हैं …………सार्थक चर्चा
जवाब देंहटाएंअदरणीया राजेश कुमारी जी एवं संगीता जी सादर वन्दे !
जवाब देंहटाएंचर्चमंच से मासूम बच्चियों के हक और सुरक्षा की हर आवाज़ को पुरजोर उठाइए , हम जैसे मर्द , शर्मसार सही पर सदा साथ देंगे , ये वादा करते है | खुद से और अपनी बेटियों से भी ... जय माँ भवानी , शक्ति दे !
तरुण जी आपकी इन भावनाओं का तहे दिल से स्वागत करते हैं हार्दिक आभार ।
हटाएंजी शुक्रिया!
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स संयोजित किये हैं आपने ... आभार
जवाब देंहटाएंबेहतरीन सेतु चयन एवं संयोजन .शुक्रिया हमें चर्चा में बिठाने का .
जवाब देंहटाएं(1)
जवाब देंहटाएंटूटे रिश्तों को...जोड़ लेता हूँ !!!
*जिन्दगी के टूटे सिरों को * *मैं फिर से जोड़ लेता हूँ, *
*ग़मों के बिछोने पर * *ख़ुशी की चादर ओड़ लेता हूँ..
क्या बात है भाई साहब ! ज़िन्दगी की परवाज़ परों से नहीं हौसलों से ही भरी जाती है .
नमस्कार मित्रों .......मेरा प्रथम आगमन आप सबके बीच मुझे बहुत अच्छा लग रहा है ..........
जवाब देंहटाएंसुन्दर संयोजन है .........विशेष रूप से डा रूपचन्द्र शास्त्री जी का आभार प्रकट करना चाहूंगी ........मुझे यहाँ इस मंच पर आने का अवसर दिया ............सभी मित्रों को शुभकामनाएं .............
लिंकों का सुंदर संकलन,बढ़िया चर्चा,,,,
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को शामिल करने के लिए आभार,,,,शास्त्री जी,,,
चर्चा मंच के आँकड़े...
जवाब देंहटाएं--
आज पृष्ठ देखे जाने की संख्या
277
बीते हुए कल में पृष्ठ देखे जाने की संख्या
230
पिछले माह पृष्ठ देखे जाने की संख्या
7,807
अब तक पृष्ठ देखे जाने की संख्या का इतिहास
335,737
लिंकों की सुन्दर प्रस्तुति.
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट भी शामिल करने हेतु आभार .
आपके स्नेह का ऋणी हूँ ......
जवाब देंहटाएंatisundar ... jay ho ...
जवाब देंहटाएंsundar links se saji ye charcha manch hamesha hi achhe achhe blogs tak le jaata hai ...samay ki kami ke kaaran samay par nahi aa pai ..kintu aapki aabhari hun :-)
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