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शुक्रवार, अप्रैल 12, 2013

समंदर में सू-सू करने से सुनामी नहीं आती ; चर्चा मंच 1212


1

पूजनीय हो तुम**************


Aditi Poonam 

 जय जय दुर्गे 

2

जय माता दी - नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनाएं.

अरुन शर्मा 'अनन्त' 



Rajendra Swarnkar : राजेन्द्र स्वर्णकार  

4

मंगलमय हो संवत सत्तर

Yashwant Mathur

5

नवसंवत्सर शुभ हो


Chaitanyaa Sharma 



  6

युगादि के शुभ अवसर पर मंगलकामनाएं!

  स्मार्ट इंडियन  सर्वश्रेष्ठ हिन्दी ब्लॉग सूची


7

आने का शुक्रिया

Rajendra Kumar 

8

पुरखों की सीख


सुशील बाकलीवाल  



9

बैठे ठाले - ३

  (पुरुषोत्तम पाण्डेय)


10

mathura shri krishan janmbhoomi मथुरा , श्री कृष्ण जन्म भूमि

MANU PRAKASH TYAGI 


11

गर्व के साथ वोट क‍ीजिए, दुनिया को हिन्‍दी की स्‍तरीयता से परिचित कराइए...

अर्शिया अली  


12

शहर में जिस तरह कर्फ्यू लगा हो............सुरेन्द्र चतुर्वेदी

yashoda agrawal 



SANDEEP PANWAR


lokendra singh 

15

समंदर में सू-सू करने से सुनामी नहीं आती!

Akhileshwar Pandey 


16
मेरा साया
Dr.Ashutosh Mishra "Ashu" 

17

क्षणिकाएं

आशा जोगळेकर  


19

" हर दंगों में, निर्दोषों की मृत्यु, का फैसला अदालतों को जल्द करना चाहिए " !!!

PD SHARMA, 09414657511 (EX. . VICE PRESIDENT OF B. J. P. CHUNAV VISHLESHAN and SANKHYKI PRKOSHTH (RAJASTHAN )SOCIAL WORKER,Distt. Organiser of PUNJABI WELFARE SOCIETY,Suratgarh (RAJ.)  



21

डायचे-वेले पर फुरसतिया-चिंतन !

संतोष त्रिवेदी 
प्रमोद ताम्बट  


24

"दुनिया वक्र है..." (डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')


डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री मयंक (उच्चारण) 
 
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"मयंक का कोना"
(1)
खाली दिमाग शैतान का घर !


(2)
जात कुजात अज़ीज़ की

जात कुजात अज़ीज़ की मत पूछों तुम जात 
देख कबीरा हँस कहा मिली मुझे सौगात 
(3)
रिक्त पात्र लिये
मेरा फोटो
वन्दना
(4)
बाल गीत/ सूरज


देखो देखो आया सूरज
 नया सवेरा लाया सूरज 
अंधकार का नाश हो गया 
जग उजियारा लाया सूरज 

26 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत सुन्दर चर्चा भाई रविकर जी!
    शीर्षक भी हकीकत से परिपूर्ण है।
    आभार आपका!

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर सूत्र संयोजन! मुझे इस अंक में स्थान देने के लिए आपका आभार!

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत बढ़िया चर्चा ..... चैतन्य को शामिल करने का आभार

    जवाब देंहटाएं
  4. बहुत सुन्दर चर्चा भाई रविकर जी!

    जवाब देंहटाएं
  5. सुन्दर,रोचक और पठनीय लिंकों से सजी आज की सुन्दर चर्चा !!
    सादर आभार !!

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत बढिया चर्चा

    देवी भक्तों के नानवेज प्रेम को भी यहां स्थान मिला है।
    बहुत बहुत आभार

    जवाब देंहटाएं
  7. आदरणीय रविकर सर सादर प्रणाम जय माता दी बहुत ही सुन्दर चर्चा रोचक और बढ़िया पठनीय सूत्र जोड़े हैं हार्दिक आभार आपका. सभी मित्रों को जय माता दी.

    जवाब देंहटाएं
  8. हे जग जननी आपको, बारम्बार प्रणाम,
    श्री चरणों की वंदना, में सुबहा हो शाम..

    मन से माँ की वंदना, करो ह्रदय से पाठ,
    भर भर के आशीष दें, सभी भुजाएं आठ.

    माता तेरे भक्त हम, रखना माते ध्यान,
    तुझसे ही संसार है, तुझसे ही है ज्ञान...

    .................. 'मत्तगयन्द' सवैया ..................
    दूर कलेश विकार करो भय नाश करो विनती सुन माता,
    मात निवास करो घर में कर जोड़ तुझे यह लाल बुलाता,
    ज्योति जली अरु द्वार सजा अति सुन्दर मइया मोरि लगी है,
    पुष्प भरे सब थालि लिए इक साथ चले यह प्रीति सगी है ....


    सुन्दर प्रस्तुति सामूहिक वाचन और पाठ के लिए .

    जवाब देंहटाएं
  9. जात कुजात अज़ीज़ की मत पूछों तुम जात
    देख कबीरा हँस कहा मिली मुझे सौगात
    बहुत खूब अज़ीज़ साहब .

    जवाब देंहटाएं
  10. बहुत खूब .कला दीर्घा में रखने लायक कला कृति .

    शहर में जिस तरह कर्फ्यू लगा हो............सुरेन्द्र चतुर्वेदी
    yashoda agrawal
    मेरी धरोहर

    जवाब देंहटाएं
  11. अब ये कैसे हो सकता है रविकर चर्चा लाये और मजा न आये .शुक्रिया हमें चर्चा में लाने का ,अपना बनाने का .

    जवाब देंहटाएं
  12. सुन्दर लिनक्स संजोये हैं आपने . आभार नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनायें नरेन्द्र से नारीन्द्र तक .महिला ब्लोगर्स के लिए एक नयी सौगात आज ही जुड़ें WOMAN ABOUT MANजाने संविधान में कैसे है संपत्ति का अधिकार-1

    जवाब देंहटाएं
  13. गंभीर व व्यंगात्मक दोनों प्रकार की रचनाएँ हैं |नवसंवत्सर की बहुत बहुत शुभकामनाओं के साथ-
    झरीं नीम की पत्तियाँ (दोहा-गीतों पर एक काव्य) (ज)स्वर्ण-कीट)(१) मैली चमक
    ‘सोने के पिंजर’ फँसी, ‘मैना’ हुई गुलाम |
    ‘बन्दी’ बन कर भोग सुख, ‘दण्ड’ को समझ ‘इनाम’ ||

    जवाब देंहटाएं
  14. उम्दा लिंक्स हैं पढ़ने के लिए |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  15. आदरणीय रविकर भाई जी बहुत सुन्दर लिंक्स संजोये हैं हार्दिक बधाई

    जवाब देंहटाएं
  16. बहुत बढिया चर्चा. मुझे इस अंक में स्थान देने के लिए आपका आभार.

    जवाब देंहटाएं
  17. रविकर sir नमस्कार
    बहुत ही सुंदर चर्चा सजी है आपने
    और गुरु जी के मयंक कोने का तो जवाब नहीं

    जवाब देंहटाएं
  18. बहुत सुंदर ओर पठनीय चर्चा ....धन्यवाद सर ,चर्चा-मंच में शामिल करने के लिए...
    आभार....


    जवाब देंहटाएं
  19. बेहद जानदार चर्चा | वाह!!! बहुत बढ़िया | आनंदमय | आभार

    कभी यहाँ भी पधारें और लेखन भाने पर अनुसरण अथवा टिपण्णी के रूप में स्नेह प्रकट करने की कृपा करें |
    Tamasha-E-Zindagi
    Tamashaezindagi FB Page

    जवाब देंहटाएं
  20. बहुत बढ़िया उम्दा लिंकों से भरपूर सुंदर चर्चा ,आभार रविकर जी

    Recent Post : अमन के लिए.

    जवाब देंहटाएं
  21. बहुत सुंदर ओर पठनीय चर्चा,आपका आभार आदरणीय.

    जवाब देंहटाएं

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