घर की छत पर देर
तक बैठा रहा
एक कबूतर खौफ
में डूबा हुआ
हमने दरिया
से किनारा कर लिया
अब कोई कश्ती
न कोई नाखुदा
देर तक बाहर
न रहना, आजकल
शहर का माहौल
है बदला हुआ
ऐसी तन्हाई
कभी न देखी थी
इतना सन्नाटा
कभी छाया न था
ख्वाब में जो
बन गए थे दफ्अतन
पूछ मत अब उन
घरौंदों का पता
इक न इक
खिड़की किसी ने खोल दी
बंद जब हर एक
दरवाजा हुआ
(साभार : देवेंद्र गौतम)
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नमस्कार !
रक्षाबंधन की शुभकामनाओं के साथ,
आज की रविवारीय चर्चा में आपका स्वागत है.
आज की रविवारीय चर्चा में आपका स्वागत है.
एक नज़र आज के इन लिंक्स पर.....
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आया राखी का त्यौहार!!
हरियाला सावन ले आया, ये पावन उपहार।
अमर रहा है, अमर रहेगा, राखी का त्यौहार।।
आया राखी का त्यौहार!!
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प्रभात रंजन
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आशा जोगलेकर
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फैयाज अहमद
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अनिता
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वीरेन्द्र कुमार शर्मा
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डॉ. प्रवीण चोपड़ा
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यशोदा अग्रवाल
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अलका अवस्थी
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सुरेश स्वप्निल
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मोती फूलों पर टपकाये
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल 'भ्रमर'
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समझौते होते हैं सब समझते हैं करने वाले बेवकूफ नहीं होते हैं
सुशील कुमार जोशी
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बैधनाथ धाम एवं वैशाली गणराज्य की यात्रा भाग-3
राकेश कुमार श्रीवास्तव
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दुआओं की स्नेह डोर !!!!!
सदा
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भीतर एक नदी बहती है
अनिता
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जीवन संघर्ष
सुज्ञ
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Two Line Shayari by Ahmad Faraz (अहमद फ़राज़ की शायरी)
पंकज गोयल
-----------------------------
सिर्फ रक्षा करने का वचन न दें आत्मनिर्भर भी बनायें बहिनों को -
डॉ. कुमारेन्द्र सिंह सेंगर
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राखी की असीम शुभ कामनायें
विभा रानी श्रीवास्तव
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धन्यवाद !
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल 'भ्रमर'
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समझौते होते हैं सब समझते हैं करने वाले बेवकूफ नहीं होते हैं
सुशील कुमार जोशी
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बैधनाथ धाम एवं वैशाली गणराज्य की यात्रा भाग-3
राकेश कुमार श्रीवास्तव
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दुआओं की स्नेह डोर !!!!!
सदा
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भीतर एक नदी बहती है
अनिता
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जीवन संघर्ष
सुज्ञ
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Two Line Shayari by Ahmad Faraz (अहमद फ़राज़ की शायरी)
पंकज गोयल
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सिर्फ रक्षा करने का वचन न दें आत्मनिर्भर भी बनायें बहिनों को -
डॉ. कुमारेन्द्र सिंह सेंगर
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राखी की असीम शुभ कामनायें
विभा रानी श्रीवास्तव
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धन्यवाद !
सुन्दर चर्चा मंच सजाया। सबको यथास्थान बिठाया। आभार।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर है कविता नया पैरहन प्रतीकों का लिए अभिनव बिम्बों का वितान लिए छंद लयऔर ताल लिए :
जवाब देंहटाएंभीतर एक नदी बहती है
लेकर कितने भेद हृदय में,
अंतर को सिंचित करती है !
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन पर शुभ कामनाएं |
उम्दा सूत्र |
चर्चा मंच को सुदंर प्रस्तुति के लिए बधाई।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिंकों के साथ बढ़िया प्रस्तुति।
जवाब देंहटाएं--
आदरणीय राजीव कुमार झा जी आपका आभार।
--
चर्चा मंच के सभी सुधि पाठकों को रक्षाबन्धन के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।
बहुत ही सार्थक और बेहतरीन लिंकों के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति,रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा राजीव । 'उलूक' का आभार सूत्र 'समझौते होते हैं सब समझते हैं करने वाले बेवकूफ नहीं होते हैं' को चर्चा में स्थान देने के लिये ।
जवाब देंहटाएंराखी के उत्सव की आप सभी को बधाई... माहौल के उपयुक्त सुंदर चर्चा ! आभार
जवाब देंहटाएंअसीम शुभकामनायें रक्षा बंधन पर्व की
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ मेरे पोस्ट को मान और स्थान देने के लिए
बहुत बहुत धन्यवाद आपका
सुन्दर चर्चा !!
जवाब देंहटाएंरक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं !!
बेहतरीन लिंक्स संयोजन एवं प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंआभार
सुन्दर चर्चा सूत्र ... राखी की सब की बधाई ...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिंक्स के साथ बहुत सुन्दर चर्चा ! रक्षा बंधन के पावन पर्व पर सबको हार्दिक शुभकामनाएँ !
जवाब देंहटाएंप्रिय राजीव भाई बहुत सुन्दर लिंक्स और सुन्दर चर्चा रही ..आज रक्षा बंधन के पावन पर्व पर और भी निखार आया बहना भाई के प्रेम की राखी से ..आप सभी को रक्षा बंधन की हार्दिक शुभ कामनाएं ..मेरी बाल रचना मोती फूलों पर टपकाए को आप ने स्थान दिया यहाँ ख़ुशी हुयी आभार
जवाब देंहटाएंभ्रमर ५
बेहद उम्दा links और बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...
जवाब देंहटाएंनयी पोस्ट@जब भी सोचूँ अच्छा सोचूँ
रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें....
इक न इक खिडकी किसी ने खोल दी
जवाब देंहटाएंबंद जब हर एक दरवाज़ा हुआ।
बहुत सुंदर गज़ल के साथ आगाज़ हुआ है चर्चा का, सूत्र भी सुंदर। मेरी पोस्ट को शामिल करने का शुक्रिया।
सुन्दर चर्चा मंच-
जवाब देंहटाएंरक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें....
सुंदर संकलन के साथ चर्चा .
जवाब देंहटाएंखुबसूरत चर्चा
जवाब देंहटाएं