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रविवार, अगस्त 10, 2014

"घरौंदों का पता" :चर्चा मंच :चर्चा अंक:1701

घर की छत पर देर तक बैठा रहा
एक कबूतर खौफ में डूबा हुआ
हमने दरिया से किनारा कर लिया
अब कोई कश्ती न कोई नाखुदा
देर तक बाहर न रहना, आजकल
शहर का माहौल है बदला हुआ
ऐसी तन्हाई कभी न देखी थी
इतना सन्नाटा कभी छाया न था
ख्वाब में जो बन गए थे दफ्अतन
पूछ मत अब उन घरौंदों का पता
इक न इक खिड़की किसी ने खोल दी
बंद जब हर एक दरवाजा हुआ 
(साभार : देवेंद्र गौतम)
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नमस्कार !
रक्षाबंधन की शुभकामनाओं के साथ,
आज की रविवारीय चर्चा में आपका स्वागत है.
एक नज़र आज के इन लिंक्स पर.....
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आया राखी का त्यौहार!!
हरियाला सावन ले आयाये पावन उपहार।
अमर रहा हैअमर रहेगाराखी का त्यौहार।।
आया राखी का त्यौहार!!
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प्रभात रंजन 

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आशा जोगलेकर 

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फैयाज अहमद 

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अनिता 
My Photo

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वीरेन्द्र कुमार शर्मा 
WHO: Ebola an international emergency

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डॉ. प्रवीण चोपड़ा
My Photo

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यशोदा अग्रवाल 

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अलका अवस्थी 

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सुरेश स्वप्निल 
मेरा फोटो

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मोती फूलों पर टपकाये
सुरेन्द्र कुमार शुक्ल 'भ्रमर'
SURENDRA SHUKLA BHRAMAR5

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समझौते होते हैं सब समझते हैं करने वाले बेवकूफ नहीं होते हैं
सुशील कुमार जोशी 


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बैधनाथ धाम एवं वैशाली गणराज्य की यात्रा भाग-3
राकेश कुमार श्रीवास्तव 


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दुआओं की स्‍नेह डोर !!!!!
सदा 


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भीतर एक नदी बहती है
अनिता 


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जीवन संघर्ष
सुज्ञ 
मेरा फोटो

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Two Line Shayari by Ahmad Faraz (अहमद फ़राज़ की शायरी)
पंकज गोयल 
Ahmad Faraz

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सिर्फ रक्षा करने का वचन न दें आत्मनिर्भर भी बनायें बहिनों को - 
डॉ. कुमारेन्द्र सिंह सेंगर 


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राखी की असीम शुभ कामनायें
विभा रानी श्रीवास्तव 


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धन्यवाद !

19 टिप्‍पणियां:

  1. सुन्दर चर्चा मंच सजाया। सबको यथास्थान बिठाया। आभार।

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत सुन्दर है कविता नया पैरहन प्रतीकों का लिए अभिनव बिम्बों का वितान लिए छंद लयऔर ताल लिए :

    भीतर एक नदी बहती है
    लेकर कितने भेद हृदय में,
    अंतर को सिंचित करती है !

    जवाब देंहटाएं
  3. सुप्रभात
    रक्षाबंधन पर शुभ कामनाएं |
    उम्दा सूत्र |

    जवाब देंहटाएं
  4. चर्चा मंच को सुदंर प्रस्तुति के लिए बधाई।

    जवाब देंहटाएं
  5. बहुत सुन्दर लिंकों के साथ बढ़िया प्रस्तुति।
    --
    आदरणीय राजीव कुमार झा जी आपका आभार।
    --
    चर्चा मंच के सभी सुधि पाठकों को रक्षाबन्धन के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ।

    जवाब देंहटाएं
  6. बहुत ही सार्थक और बेहतरीन लिंकों के साथ सुन्दर चर्चा प्रस्तुति,रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें।

    जवाब देंहटाएं
  7. सुंदर चर्चा राजीव । 'उलूक' का आभार सूत्र 'समझौते होते हैं सब समझते हैं करने वाले बेवकूफ नहीं होते हैं' को चर्चा में स्थान देने के लिये ।

    जवाब देंहटाएं
  8. राखी के उत्सव की आप सभी को बधाई... माहौल के उपयुक्त सुंदर चर्चा ! आभार

    जवाब देंहटाएं
  9. असीम शुभकामनायें रक्षा बंधन पर्व की
    आभारी हूँ मेरे पोस्ट को मान और स्थान देने के लिए
    बहुत बहुत धन्यवाद आपका

    जवाब देंहटाएं
  10. सुन्दर चर्चा !!
    रक्षाबंधन की हार्दिक शुभकामनाएं !!

    जवाब देंहटाएं
  11. बेहतरीन लिंक्‍स संयोजन एवं प्रस्‍तुति ...
    आभार

    जवाब देंहटाएं
  12. सुन्दर चर्चा सूत्र ... राखी की सब की बधाई ...

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत सुन्दर लिंक्स के साथ बहुत सुन्दर चर्चा ! रक्षा बंधन के पावन पर्व पर सबको हार्दिक शुभकामनाएँ !

    जवाब देंहटाएं
  14. प्रिय राजीव भाई बहुत सुन्दर लिंक्स और सुन्दर चर्चा रही ..आज रक्षा बंधन के पावन पर्व पर और भी निखार आया बहना भाई के प्रेम की राखी से ..आप सभी को रक्षा बंधन की हार्दिक शुभ कामनाएं ..मेरी बाल रचना मोती फूलों पर टपकाए को आप ने स्थान दिया यहाँ ख़ुशी हुयी आभार
    भ्रमर ५

    जवाब देंहटाएं
  15. बेहद उम्दा links और बेहतरीन प्रस्तुति के लिए आपको बहुत बहुत बधाई...
    नयी पोस्ट@जब भी सोचूँ अच्छा सोचूँ
    रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें....

    जवाब देंहटाएं
  16. इक न इक खिडकी किसी ने खोल दी
    बंद जब हर एक दरवाज़ा हुआ।
    बहुत सुंदर गज़ल के साथ आगाज़ हुआ है चर्चा का, सूत्र भी सुंदर। मेरी पोस्ट को शामिल करने का शुक्रिया।

    जवाब देंहटाएं
  17. सुन्दर चर्चा मंच-
    रक्षा बंधन की हार्दिक शुभकामनायें....

    जवाब देंहटाएं

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