मित्रों!
मंगलवार की चर्चा में मेरी पसंद के लिंक देखिए।
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जन्माष्टमी: श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
कृष्ण के जीवन की दो बातें हम अक्सर भुला देते हैं,
जो उन्हें वास्तव में अवतारी सिध्द करती हैं।
एक विशेषता है, उनके जीवन में कर्म की निरन्तरता।
कृष्ण कभी निष्क्रिय नहीं रहे।
वे हमेशा कुछ न कुछ करते रहे....
KAVITA RAWAT
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जन्माष्टमी: श्रीकृष्ण जन्मोत्सव
कृष्ण के जीवन की दो बातें हम अक्सर भुला देते हैं,
जो उन्हें वास्तव में अवतारी सिध्द करती हैं।
एक विशेषता है, उनके जीवन में कर्म की निरन्तरता।
कृष्ण कभी निष्क्रिय नहीं रहे।
वे हमेशा कुछ न कुछ करते रहे....
KAVITA RAWAT
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कन्हैया जन्म लो जल्दी...
उलूक टाइम्स पर सुशील कुमार जोशी
--ओ कान्हा सिखलाओ ना
Chaitanyaa Sharma
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"ग़ज़ल-आइने की क्या जरूरत"
रूप इतना खूबसूरत
आइने की क्या जरूरत...
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आज मेरे चाँद का है
"रूप" कितना खूबसूरत
"रूप" कितना खूबसूरत
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चीख-चीखकर आजादी,
करती है आज सवाल।
हुआ क्यों जन-जीवन बेहाल?
दुखी क्यों लाल-बाल औ’ पाल...
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चलो कहीं चलें
इन अँधेरों से निकल कर
छोटी सी ज़िंदगी का बहुत लंबा है सफर
चलो कहीं चलें इन अँधेरों से निकल कर....
Yashwant Yash
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क्यों ?
*जिन राहों को छोड़ दिया है *
*उन राहों पे जाना क्यों ?*
*सूखा बादल ,प्यासी धरती *
*सूरज को मनाना क्यों ?...
Dr.NISHA MAHARANA
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भूली बिसरी तेरी बातों को भुलाऊँ कैसे
भूली बिसरी तेरी बातों को भुलाऊँ कैसे,
तेरी गलियों को अब छोड़ मैं जाऊँ कैसे |
इन फिजाओं में जो इश्क हमारा महके,
मुझको अब लोग ये पूछें तो बताऊँ कैसे |
तेरी गलियों को अब छोड़ मैं जाऊँ कैसे |
इन फिजाओं में जो इश्क हमारा महके,
मुझको अब लोग ये पूछें तो बताऊँ कैसे |
_______________हर्ष महाजन
MaiN Our Meri Tanhayii
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कोई हमदर्द....मेरा साया है...
*कोई चुपके से रात आया था..*
*कोई हमदर्द..मेरा साया था..!*
*देर तक रो रही थी तन्हाई..*
*आप ने चुप कहाँ कराया था...
bas yun...hi....
*कोई चुपके से रात आया था..*
*कोई हमदर्द..मेरा साया था..!*
*देर तक रो रही थी तन्हाई..*
*आप ने चुप कहाँ कराया था...
bas yun...hi....
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"मैं अंगारों से प्यार करूँ"
सोने-चाँदी की चाह नहीं,
मैं केसरिया शृंगार करूँ।
चन्दा से मुझको मोह नहीं,
सूरज को अंगीकार करूँ।।
नेता सुभाष, आजाद, भगत,
फिर से आओ इस भारत में,
मोहन दो चक्रसुदर्शन को,
क्यों चरखे की दरकार करूँ।
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंसुन्दर सूत्र संयोजन |
बहुत सुन्दर लिंक्स। मुझे शामिल किया,अभाार।
जवाब देंहटाएंधन्यवाद रूपचंद्र जी! आप को भी जन्माष्टमी की शुभकामनाएं :)
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिंक्स..... चैतन्य की पोस्ट शामिल की, आभार ....
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा मंच
जवाब देंहटाएंआभार गुरुवर --
जन्माष्टमी की मंगल कामनाएं
बहुत बढ़िया कृष्णमय चर्चा प्रस्तुति में मेरी ब्लॉग पोस्ट शामिल करने हेतु बहुत आभार!
जवाब देंहटाएंसादर!
सुन्दर सूत्र-संयोजन। यात्रानामा शामिल करने के लिए बहुत आभार।
जवाब देंहटाएंसुंदर सूत्र संयोजन सुंदर चर्चा । 'उलूक' का सूत्र 'हे कृष्ण जन्मदिन की शुभकामनाऐं तुम्हें सब मना रहे हैं और जिसे देने तुम्हें सारे कंस मामा भी हमारे साथ ही आ रहे हैं' भी शामिल किया आभार ।
जवाब देंहटाएंsundar charcha ...dhanyavad n aabhar ....
जवाब देंहटाएंआभार इन लिंक्स के लिये। जन्माष्टमी की शुभकामनाएंं।।
जवाब देंहटाएंकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाऐं----
जवाब देंहटाएंआदरणीय आपको साधुवाद बहुत सुन्दर रचनाओं को संजोया है
मुझे सम्मलित करने करने का आभार ---
सादर ---
बेहतरीन अंदाज़े बयाँ खूबसूरत चर्चा ए मंच।
जवाब देंहटाएंखुबसूरत चर्चा में कृष्ण के बेहतरीन रंग ,अति सुन्दर
जवाब देंहटाएं