आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
चलते हैं चर्चा की ओर
आम जन की सोच बदलने का कार्य करता चालीसा
दूर के ढोल सुहाने...
तुमसे ही है पहरों,शाम
जी करता है
भावना कोई और चीज होनी चाहिए
डर से आगे जीत
दुनिया का सबसे रूपवान डूबा हुआ आदमी
दूर के ढोल सुहाने...
तुमसे ही है पहरों,शाम
जी करता है
भावना कोई और चीज होनी चाहिए
डर से आगे जीत
दुनिया का सबसे रूपवान डूबा हुआ आदमी
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
अति सुंदर लिंक.
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान मिला,
विशेष आभार
बहुत सार्थक लिंक्स दिए है आभार,
जवाब देंहटाएंजिसमे मुझे शामिल करने के लिए
दिल से आभारी हूँ आपकी !
जवाब देंहटाएंसुप्रभात चर्चा |बढ़िया आज की |मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार सर |
बढ़िया प्रस्तुति दिलबाग जी।
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा प्रस्तुति हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंसुन्दर सार्थक सूत्रों से सुसज्जित आज की चर्चा ! मेरी प्रस्तुति 'शिक्षा और श्रम' को सम्मिलित करने के लिए आपका आभार दिलबाग जी ! धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंबहुत उम्दा चर्चा, मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद
जवाब देंहटाएंआभार आपका
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