मित्रों
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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गीत
"रावण सारे राम हो गये"
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक)
गाँव-गली, नुक्कड़-चौराहे,
सब के सब बदनाम हो गये।
कामी-कपटी और मवाली,
रावण सारे राम हो गये।।
रामराज का सपना टूटा,
बिखर गया हर पत्ता-बूटा।
जिसको मौका मिला उसी ने,
खेत-बाग-वन जमकर लूटा।
हत्या और बलात् कर्म अब,
जन-जीवन में आम हो गये...
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राजस्थान का गौरव
कल्प वृक्ष कहा जाने वाला वृक्ष
खेजड़ी (जांटी) है खतरे में ??
मालीगांव पर
Surendra Singh bhamboo
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मुझ को वो आज नाम से पहचान तो गया
इक उम्र लग गई है मगर मान तो गया
मुझ को वो आज नाम से पहचान तो गया
अब जो भी फैंसला हो वो मंज़ूर है मुझे
जिसको भी जानना था वो सच जान तो गया...
Digamber Naswa
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मित्र हो मन
कब बनोगे मित्र, कह दो,
शत्रुवत हो आज मन,
काम का अनुराग तजकर,
क्रोध को कर त्याग मन,
दूर कब तक कर सकोगे,
लोभ-अर्जित पाप मन...
Praveen Pandey
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तमन्ना सर फरोशी की लिये आगे खड़ा होता
मैं क़िसमत का धनी होता बतन पर गर फना होता
अगर माकूल से माहौल में मैं भी पला होता ...
वीर बहुटी पर
निर्मला कपिला
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जय बोल उदय दलाली की
न दाल गले न दांव चले जब
जा छाँव उदय दलाली की-
दिल टुटा या दंश लगा
गह पांव उदय दलाली की...
udaya veer singh
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घोसले को त्यागना ही पड़ता है।
इस जहां की रीति यही है,
जिसे हर को निभाना ही पड़ता है।
उड़ो कितनी ऊँची उड़ान,
अंत में जमी पर तो आना ही पड़ता है।।
हैं अनन्त अनन्त में राहें,
किसी न किसी को पकड़ना ही पड़ता है।
यहाँ आकर एहसान नहीं,
निज प्रारब्ध को भुगतना ही पड़ता है...
स्व रचना पर
Girijashankar Tiwari
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ग़ज़ल /गीतिका
न किसी को कभी रुलाना है
हर दम हर को तो हँसाना है|
कर्मों के फुलवारी से ही
यह जीवन बाग़ सजाना है...
कालीपद "प्रसाद"
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दारियो फ़ो की मृत्यु पर
उनके कलाकार लेखक पुत्र जकोपो फ़ो का वक्तव्य
अनुवाद : यादवेन्द्र)
पहली बार पर
Santosh Chaturvedi
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The Power of Thought
Great person to live forever among us, the useful life of the world, several scholars have said the things we say in simple language that precious word for the precious things in our lives and by which we can communicate and new enthusiasm. this page is dedicated to those great great men...
राजेंद्र कुमार
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करप्शन की गंगोत्री राजनीति से निकलती है,
अब तो मान लीजिए........
पुण्य प्रसून बाजपेयी
PITAMBER DUTT SHARMA
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अपना आय कर (इंकम टैक्स)
कम से कम करने के लिए
करें ये उपाय
चाहे आप जॉब करते है या अपना कोई बिज़नेस, आपको अपनी वार्षिक आय पर आयकर देना होता है। इसे देने में हमें किसी भी प्रकार की कोताहि भी नहीं बरतनी चाहिए क्यों कि हमारे इंकम टैक्स में दिए गए पैसे से ही देश चलता है। इसके अतिरिक्त समय पर इंकम टैक्स ना भरने पर हम टैक्स डिपार्टमेंट के नोटिस में भी आ सकते है, जिससे बाद में ज़्यादा परेशानी का सामना करना पड़ सकता है...
Kheteshwar Boravat
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देव परिक्रमा या प्रदक्षिणा
कितनी, क्यों और कैसे?
डाॅ. नरेन्द्र कुमार मेहता ‘मानस शिरोमणि’
रचनाकार पर
Ravishankar Shrivastava
सुन्दर शुक्रवारीय अंक ।
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआभार
सादर
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ..... आभार
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात !!आभार!!सादर !! बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंअच्छा संकलन। बधाई।
जवाब देंहटाएंअच्छा संकलन है ... नए सूत्र ... आभार मुझे शामिल करने का ...
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया संकलन |
जवाब देंहटाएंहमेशा की तरह बहुत ही उम्दा संकलन
जवाब देंहटाएंहमारी पोस्ट की समस्या को आगे बढ़ाने के लिए आभार