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मंगलवार, सितंबर 04, 2018

"काश आज तुम होते कृष्ण" (चर्चा अंक-3084)

मित्रों! 
मंगलवार की चर्चा में आपका स्वागत है। 
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक। 

(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक') 

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दोहे  

"श्री कृष्ण भगवान"  

( राधा तिवारी "राधेगोपाल " ) 

जन्मे कारागार में, राधा के गोपाल।
 माता उनकी देवकी,  लेकिन वो नन्दलाल।।...
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कर्म का उपदेश कान्हा नाम है ... 

सभी की श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई ... 
कान्हा की कृपा सभी पर बनी रहे ...

इस मुई मुरली को कब विश्राम है
है जहां राधा वहीं घनश्याम है 
बाल यौवन द्वारका के धीश हों 
नन्द लल्ला को कहाँ आराम है ... 

Digamber Naswa  
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जागो उठो ! 

सुनो सुनो सब बच्चे प्यारे,  
यही अनसुनी एक कहानी  
किस्सा है भारत वासी का,  
कुछ लोगों की नादानी... 
कालीपद "प्रसाद" 
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गंगा के किनारे 

गंगा किनारे मैं बैठी थी 
चुपचाप संवेदना शून्य सी 
जब ठंडी हवाएं मेरे बालों को 
हौले से सहला रही थी तो 
मुझे सिहरन नही हो रही थी,  
न ही जब एक पत्ता 
मेरे गालों को चूम कर गिरा 
तो मेरे गाल सुर्ख़ हुए ... 
प्यार पर Rewa tibrewal  
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4 टिप्‍पणियां:

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