मित्रों!
शुक्रवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
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क़रार
ग़ुम हुआ क़रार -ए -जिंदगी
ज़माने की आबोहवा में
मोहब्बत की गहराइयों में
डूब गया ग़म सुकूं की तलाश में |
क़रार -ए - जंग छिड़ी मोहब्बत के बाज़ार में
सुकूं -ए - तलब मिला ग़मों के दरबार में...
गूँगी गुड़िया पर Anita saini
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बेकरारी का आलम है
शाम उदास है
हवाएं गुमसुम हैं
हर सूँ धुँधलका सा छाया है
फलक में गिने चुने तारे हैं
चाँद भी आज कितना फीका
कितना मद्धम है
शायद इसलिए कि
न तुम आये हो
ना तुम्हारे आने का
कोई संकेत ही मिला है...
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क्या है धारा 370
क्या है धारा 370 : स्वतंत्रता के बाद छोटी-छोटी रियासतों को भारतीय संघ शामिल किया गया। जम्मू-कश्मीर को भारत के संघ में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू करने के पहले ही पाकिस्तान समर्थित कबिलाइयों ने उस पर आक्रमण कर दिया। उस समय कश्मीर के राजा हरि सिंह कश्मीर के राजा थे। उन्होंने कश्मीर के भारत में विलय का प्रस्ताव रखा। तब इतना समय नहीं था कि कश्मीर का भारत में विलय करने की संवैधानिक प्रक्रिया पूरी की जा सके। हालात को देखते हुए गोपालस्वामी आयंगर ने संघीय संविधान सभा में धारा 306-ए, जो बाद में धारा 370 बनी, का प्रारूप प्रस्तुत किया ...
Digvijay Agrawal
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दोहे
"सुगंधित फूल "
( राधा तिवारी "राधेगोपाल " )
जो ईश्वर को है भजे, करके पूजा जाप।
उनके हरदम हैं हटे, जीवन से संताप।।
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विभिन्न विषयों पर चिंतन- मंथन। पथिक को स्थान देने के लिये धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंएक बात समझ में नहीं आती कि जिसका आचरण हमें पता है, फिर भी उसे लेकर हम विलाप क्यों करते हैं। एक छोटा देश इजरायल तो ऐसा नहीं करता।
प्रणाम।
जितनी करली हो उतनी करलो बात
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा।
दोस्ती से आगे , हममें क्या न था
जवाब देंहटाएंलबों पे मुस्कान, मयखाना तो न था
नशा इश्क़ का,थे अरमान ज़िंदगी के
ग़फ़लत हुई,वो कत्लखाना तो न था.....बेहतरीन चर्चा प्रस्तुति 👌👌
मुझे स्थान देने के लिए सह्रदय आभार आदरणीय
सादर
अत्यंत सुन्दर सूत्र आज के चर्चामंच में ! मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद एवं आभार शास्त्री जी ! सादर वन्दे !
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी चर्चा प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा।
जवाब देंहटाएंशुभ प्रभात...
जवाब देंहटाएंआभार..
सादर....