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बुधवार, जून 15, 2011

"जनता को कमजोर न समझो" (चर्चा मंच-546)

चर्चा मंच पर डाकिये अरूणेश सी दवे का सादर नमस्कार 

मित्रों मैं घर से जूते पालिश कर निकल ही रहा था कि लोगों ने पूछा भाई अपने जूते आप भी साफ़ खुद करते हो जैसे अब्राहम लिंकन अपने जूते साफ़ करते थे और मनमोहन ?   और तो और यह भी मम्मी सोनिया गाँधी पुरे परिवार सहित स्वीटजर लैंड में छुट्टियाँ मना रही हैं.   वह तो कहती हैं कि रामदेव योग का मदारी है  उनका स्वार्थ सर्वोपरी   है  । हमने कहा भाई कम समय में बड़ी बात हमें समझने तो दो इतने में  जनसंपर्क उप संचालक स्वराज करूण जी हमे  मिले कहा डकिया बाबू इन सब की बात छोड़ो मुख्य बात समझो पत्थरों से टकराने नुकीले पत्थरों की ज़रूरत  है । मैने कहा भाई साहब बात तो अपने भी समझ के बाहर है कौन अच्छा कौन बुरा ?

इतने मे  बाबा रामदेव अनशन तोड़ बाहर निकले कहा जनता को कमजोर न समझो वरना राम झरना की सैर  करा देगी हमने भी कहा हाँ बाबा था एक सपना आपसे टकरा के एक सफीना मगर चूर हो गया … वैसे भी उम्मीद थी आपसे कुछ बतकही, विफलता, सफलता और जिंदगी पर छोड़ो गलती कुछ हमारी भी है हम भूल गये थे कि चलो न मिटते पद चिन्हों पर अपने रस्ते आप बनाओ- भगवती प्रसाद दीक्षित उर्फ़ घोड़ेवाला वैसे हमारे राज्य छत्तीसगढ़ के एकलौते लालबत्तीधारी ब्लागर ने कहा है कि तिलचट्टा हो सकता है अस्थमा की वजह    वैसे इस देश मे रहना सतत संघर्ष से ही संभव है ऐसा मेरे मित्र ने कहा था आज वह व्यस्त है! तबादलों की पावन-सरिता  में।

मित्रों! 

आज इस संक्रमण काल में यह तकाजा उचित ही होगा कि हम सभी धर्म पर आधारित या किसी के धर्म को विचार को दुखी करने वाले लेख न लिखें । ऐसे कई ब्लागर सक्रिय हैं जो येन-केन-प्रकारेण हमारे बीच विद्वेष पैदा करना चाहते हैं। ऐसे लोग कभी किसी को धर्म परिवर्तन की सलाह देते हैं और कभी दूसरों के धार्मिक ग्रंथों की कहानियों को तोड़ मरोड़ कर पेश करते हैं । इन सब लोगो को नजर-अंदाज करना ही हमारे देश के हित में है ऐसा मै सोचता हूँ ।

जय हिन्द!!

14 टिप्‍पणियां:

  1. चर्चा का नया अंदाज अच्छा लगा |बधाई
    आज के चर्चा मंच पर मेरी रचना शामिल करने के लिया आभार |
    आशा

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  2. चर्चा मंच के माध्यम से प्रतिभाओं को प्रश्रय , उत्साहवर्धन एवं फलक पर लाने का प्रयोग निश्चित ही सराहनीय है / भाव पूर्ण पोस्ट ..
    शुक्रिया जी /

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  3. बातों-बातों में चर्चा का अन्दाज़ बहुत बढ़िया है!
    आभार!

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  4. बढ़िया प्रस्तुति के लिए धन्यवाद |

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  5. बहुत बढ़िया चर्चा रहा! शानदार प्रस्तुती!

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  6. एक बार इसे जरुर पढ़े कॉग्रेस के चार चतुरो की पांच नादानियां | http://www.bharatyogi.net/2011/06/blog-post_15.html

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  7. सुन्दर लिंक्स से सजी बहुत रोचक चर्चा।

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  8. bahut badiyaa charcha ke liye aapko bahut bahut badhaai.aabhaar.

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  9. सुन्दर चर्चा की चर्चा रहेगी....

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  10. चर्चा का अंदाज़ बहुत रोचक..सुन्दर लिंक्स..आभार

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  11. प्रस्तुति का रोचक अंदाज , धन्यवाद !

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