सबसे पहले एक जरूरी सूचना!
इस रविवार की चर्चा
श्री दिलबाग विर्क करेंगे
क्योंकि आदरणीय मनोज कुमार जी
इस समय टूर पर हैं!
अब शुक्रवार की चर्चा शुरू करता हूँ!
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पवन कुमार मिश्र जी ने पोस्ट लगाई है
हम कामना करते हैं कि आप अपने मिशन में सफल हों!
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यह सुन्दर रचना पढ़ना न भूलें!
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Patali ब्लॉग पर
कोसलराज की कथा पढ़िए!
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दिल की बातें में हैं!
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लो क सं घ र्ष ! में देखिए!
जहाँ तलवार नहीं होती ऐसी भी जंग होती है
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लन्दन - पुस्तकों की दुकानों, पुस्तकालयों , प्रकाशकों , लेखकों का शहर .
लेकिन इस शहर में तीन में से एक बच्चा बिना अपनी एक भी किताब के बड़ा होता है....
शेक्सपियर के शहर के अनपढ़ बच्चों के बारे में
प्रामाणिक जानकारी है स्पंदन SPANDAN में!
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कुछ
स्व प्रचार कुछ शब्द निराधार... फिर ऊँची जान पहचान....
मिल गये
बस इसी वजह से जाने कितने सम्मान...
वो बेवजह
दाद पाता रहा और मैं जुगनुओं की टिमटिमाहट से अँधेरा भगाता रहा!!
मैं
अज्ञानी!!! कितनी छोटी छोटी तरकीबें हैं वो भी न जानी!!
-समीर लाल ’समीर’
अपनी इसी विशेषता के लिए जाने जाते हैं!
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अब कर भी दीजिए नाराजगी का खुलासा!
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माधव जी बता रहे हैं
आरा में मेरे घर में कई गौरैया ने अपना घोसला बनाया है .
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में भेद छपा है
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में बाबुषा लेकर आई हैं!
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"इतना नहीं ख़फा होते"
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न ब्रूयात सत्यम अप्रियम ....
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पीएम खुद अपनी सम्पत्ति का ब्यौरा दे रहे हैं!
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने मंत्रियों से कहा था सम्पत्ति का ब्योरा देने के लिये।
पीएमओ से चिट्ठी भी लिखी गई थी सब को।
उस चिट्ठी का कितना असर हुआ..
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चार जून को नव्या की बहिन का इस दुनिया में आगमन हुआ है..
बधाई स्वीकार करें शेफाली जी!
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एक प्यार भरा गीत !
तेरे मेरे बीच एक दिवार है मेरी जान !
तोड़ना चाहां पर वक्ता था सरकता गया !!...
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हमें इक दूसरे से गर गिला शिक़वा नहीं होता|
तो अंग्रेजों ने हम को इस क़दर बाँटा नहीं होता|१|
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लोग अपने ब्लौग पर feedjit लगाते हैं ,
recent visitors आदि को जानने के लिए प्राविधान करते हैं ।
आखिर इसकी आवश्यकता क्या है?
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और अन्त में देखिए!
हुसैन पर यूं फिदा हो जाना...
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श्रद्धांजलि!!
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Friday, June 10, 2011
"ये दुनिया है रंग-रंगीली " (चर्चा मंच-541)
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रोचक चर्चा ...
ReplyDeleteउपयोगी लिंक्स ...
आभार !
सिद्धहस्त हांथों का हुनर आज की सुबह प्रफुल्लित कर गया ,सुंदर रचनाओं का सार-संसार भाव पूर्ण है ,आभार /
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चर्चा और बढ़िया लिंक्स मिले!
ReplyDeletewaah
ReplyDeleteकई सारी लिंक्स एक ही जगह
ReplyDeleteबहुत अच्छी चर्चा
मेरी गजल को स्थान देने के लिए आभारी हूँ
उम्दा चर्चा ...अच्छे लिंक्स मिले ..
ReplyDeleteअच्छे लिंक्स , अच्छी चर्चा।
ReplyDeleteaabhaar ,achchhee charchaa ke liye
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा……बढिया लिंक्स्।
ReplyDeleteअच्छे लिंक्सों से सजी सुंदर चर्चा....।
ReplyDeleteअच्छे लिंक्स से सजी रोचक चर्चा..आभार
ReplyDeleteऔर इस रंगरंगीली दुनिया में एक अदना सा मिटा हुवा रंग है हम .... इन रंगों में घुल कर अच्छा लगा... लिंक्स में जा रही हूँ सुन्दर चर्चा ... आभार
ReplyDeleteरोचकता लिए बहुत ही सधी हुई उपयोगी चर्चा के लिए आभार.
ReplyDeleteरोचक चर्चा .उपयोगी लिंक्स के लिये बहुत –बहुत धन्यवाद..
ReplyDeleteधन्यवाद…
बहुत सुन्दर चर्चा और बढ़िया लिंक्स मिले!
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चर्चा ...उपयोगी लिंक्स ...आभार
ReplyDeleteबहुत उपयोगी लिंक्स मिले .. आभार !!
ReplyDeleteअच्छे लिंक्सों से सजी सुंदर चर्चा..mujhe sthan dene ke liye aabhar..
ReplyDeleteकुछ पारिवारिक जुम्मेदारी निभाने के चलते मैने शुक्रवार की चर्चा बंद की है ...जल्दी ही आप सबके समझ उपस्थित होउंगी ...दोस्तों ....
ReplyDeleteआज शास्त्री जी ने मेरी रचना सम्मलित की ..धन्यवाद !
रोचक लिंक प्रस्तुत करने मै शास्त्री जी का जबाब नही ...आभार !
अच्छे लिंक मिले है
ReplyDeletesundar charcha , upyogi links...thanks.
ReplyDeleteरोचक चर्चा ...
ReplyDeleteRespected Mayank Ji
ReplyDeletemila key baadh diya ek hi mala mai, jai kabhi thoothi hi nahi thi woo.Her ek moti ko piroo diya ish tarey jaisey mil gagey ho woo, kabhi na alag honey ki leyey. Nice