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शुक्रवार, जून 10, 2011

"ये दुनिया है रंग-रंगीली " (चर्चा मंच-541)



सबसे पहले एक जरूरी सूचना!
इस रविवार की चर्चा
श्री दिलबाग विर्क करेंगे
क्योंकि आदरणीय मनोज कुमार जी 
इस समय टूर पर हैं!
अब शुक्रवार की चर्चा शुरू करता हूँ!
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पवन कुमार मिश्र जी ने पोस्ट लगाई है
हम कामना करते हैं कि आप अपने मिशन में सफल हों!
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यह सुन्दर रचना पढ़ना न भूलें!
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Patali ब्लॉग पर 
कोसलराज की कथा पढ़िए! 
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दिल की बातें में हैं!
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लो क सं घ र्ष ! में देखिए!
जहाँ तलवार नहीं होती ऐसी भी जंग होती है 
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लन्दन - पुस्तकों की दुकानों, पुस्तकालयों , प्रकाशकों , लेखकों का शहर .
लेकिन इस शहर में तीन में से एक बच्चा बिना अपनी एक भी किताब के बड़ा होता है....
शेक्सपियर के शहर के अनपढ़ बच्चों के बारे में 
प्रामाणिक जानकारी है स्पंदन SPANDAN में!
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पोस्ट और उसके अन्त में काव्य रचना!
writer
कुछ
स्व प्रचार
कुछ शब्द
निराधार...
फिर ऊँची
जान पहचान....
मिल गये
बस इसी वजह से
जाने कितने
सम्मान...
वो बेवजह
दाद पाता रहा
और
मैं
जुगनुओं की टिमटिमाहट से
अँधेरा
भगाता रहा!!
मैं
अज्ञानी!!!
कितनी
छोटी छोटी
तरकीबें हैं
वो भी न जानी!!
-समीर लाल ’समीर’ 
अपनी इसी विशेषता के लिए जाने जाते हैं!
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अब कर भी दीजिए नाराजगी का खुलासा!
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माधव जी बता रहे हैं
आरा में मेरे घर में कई गौरैया ने अपना घोसला बनाया है .
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 प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने मंत्रियों से कहा था सम्पत्ति का ब्योरा देने के लिये।
पीएमओ से चिट्ठी भी लिखी गई थी सब को।
उस चिट्ठी का कितना असर हुआ..
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चार जून को नव्या की बहिन का इस दुनिया में आगमन हुआ है..
बधाई स्वीकार करें शेफाली जी!
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एक प्यार भरा गीत !
तेरे मेरे बीच एक दिवार है मेरी जान !
तोड़ना चाहां पर वक्ता था सरकता गया !!...
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हमें इक दूसरे से गर गिला शिक़वा नहीं होता| 
तो अंग्रेजों ने हम को इस क़दर बाँटा नहीं होता|१| 
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लोग अपने ब्लौग पर feedjit लगाते हैं , 
recent visitors आदि को जानने के लिए प्राविधान करते हैं । 
आखिर इसकी आवश्यकता क्या है? 
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और अन्त में देखिए!
हुसैन पर यूं फिदा हो जाना... 
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श्रद्धांजलि!!


23 टिप्‍पणियां:

  1. रोचक चर्चा ...
    उपयोगी लिंक्स ...
    आभार !

    जवाब देंहटाएं
  2. सिद्धहस्त हांथों का हुनर आज की सुबह प्रफुल्लित कर गया ,सुंदर रचनाओं का सार-संसार भाव पूर्ण है ,आभार /

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत सुन्दर चर्चा और बढ़िया लिंक्स मिले!

    जवाब देंहटाएं
  4. कई सारी लिंक्स एक ही जगह
    बहुत अच्छी चर्चा
    मेरी गजल को स्थान देने के लिए आभारी हूँ

    जवाब देंहटाएं
  5. सुन्दर चर्चा……बढिया लिंक्स्।

    जवाब देंहटाएं
  6. अच्छे लिंक्सों से सजी सुंदर चर्चा....।

    जवाब देंहटाएं
  7. अच्छे लिंक्स से सजी रोचक चर्चा..आभार

    जवाब देंहटाएं
  8. और इस रंगरंगीली दुनिया में एक अदना सा मिटा हुवा रंग है हम .... इन रंगों में घुल कर अच्छा लगा... लिंक्स में जा रही हूँ सुन्दर चर्चा ... आभार

    जवाब देंहटाएं
  9. रोचकता लिए बहुत ही सधी हुई उपयोगी चर्चा के लिए आभार.

    जवाब देंहटाएं
  10. रोचक चर्चा .उपयोगी लिंक्स के लिये बहुत –बहुत धन्यवाद..

    धन्यवाद…

    जवाब देंहटाएं
  11. बहुत सुन्दर चर्चा और बढ़िया लिंक्स मिले!

    जवाब देंहटाएं
  12. बहुत सुन्दर चर्चा ...उपयोगी लिंक्स ...आभार

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत उपयोगी लिंक्स मिले .. आभार !!

    जवाब देंहटाएं
  14. अच्छे लिंक्सों से सजी सुंदर चर्चा..mujhe sthan dene ke liye aabhar..

    जवाब देंहटाएं
  15. कुछ पारिवारिक जुम्मेदारी निभाने के चलते मैने शुक्रवार की चर्चा बंद की है ...जल्दी ही आप सबके समझ उपस्थित होउंगी ...दोस्तों ....

    आज शास्त्री जी ने मेरी रचना सम्मलित की ..धन्यवाद !
    रोचक लिंक प्रस्तुत करने मै शास्त्री जी का जबाब नही ...आभार !

    जवाब देंहटाएं
  16. Respected Mayank Ji
    mila key baadh diya ek hi mala mai, jai kabhi thoothi hi nahi thi woo.Her ek moti ko piroo diya ish tarey jaisey mil gagey ho woo, kabhi na alag honey ki leyey. Nice

    जवाब देंहटाएं

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