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आधे इधर आधे उधर बाकी बाबा रामदेव के साथ
नुक्कड़ से रैली बाबा रामदेव की जय का नारा लगाते निकल रही थी । भाई सोहन शर्मा ने डूबी हुई आवाज से कहा ये बाबा भी न फ़ालतू मे बवाल कर रहे हैं । बाजू खड़े दीपक भाजपाई ने प्रतिवाद किया ए कांग्रेसी मेरे बाबा के बारे मे कुछ न कहना वरना ठीक न होगा । शर्मा जी हसें बोले मिया ये बाबा है किसका इसकी ही तो खबर नही है तुम फ़ोकट मे मत लड़ो । वैसे भी दीपक जी आज बाबा ने दिन भर हमारे नेताओ से चर्चा की है हमारी पार्टी ने खर्चा भी किया ही होगा अब यह बाबा हमारा होने वाला है जल्दी ही
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क्योंकि महत्वपूर्ण को बुक मार्क करना बहुत आवश्यक है!
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Cartoon by Kirtish Bhatt (www.bamulahija.com)
कार्टून: लोकपाल ... बढ़िया चीज़ है ये.Cartoon by Kirtish Bhatt (www.bamulahija.com) |
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SANJU मेरे जज्बात में लेकर आये हैं
रूमानियत की यह शानदार ग़ज़ल
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यह बात तो स्वयं के समझ में आनी चाहिए कि "हमें जन सेवक बनना है और इस भारत भूमि (जिसे माता कहने में कहीं संकोच नहीं होना चाहिए) की गरिमा विश्व पटल के उच्चतम शिखर पर स्थापित करेंगे.अगर ऐसी सोच का निर्माण हम हमारे दिल-ओ-दिमाग में बसा लें तो फिर "दिल्ली दूर है ही कहाँ?" जैन संत स्वर्गीय आचार्य तुलसी कहते थे"निज पर शासन फिर अनुशासन".वास्तव में इस ...
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: Akhtar Khan Akela अपने ब्लॉग पर कह रहे हैं!
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: झरोख़ा पर
: निवेदिता जी बता रहीं हैं!
बड़ी खुशियों की तलाश में ,
दम तोड़ जाती नन्हीं खुशियाँ...
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जब होती हैं तो
साथ-साथ चलतीं हैं!
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लीजिए जान!
क्योंकि यहाँ है,
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Mushayera पर छपी
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पर है यह खुशखबरी!
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Akela Chana जा रहा है!
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Akanksha पर लेकर आईं हैं!
पहले उनका इन्तजार बड़ी शिद्दत से किया करते थे
हर वक्त एक उम्मीद लिए नजरें बिछाए रहते थे...
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मनोज कुमार जी लाएँ हैं!
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पर पढ़िए
फिराक गोरखपुरी और नीरज को!
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*साहित्य प्रेमी संघ* पर देखिए!
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अगज़ल भी देख लीजिए!
तेरे जाने के बाद लगा दिल को ऐसे
कोई ग़ज़ल अधूरी छूट गई हो जैसे ...
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शास्त्री जी ,आज की चर्चा और नए अरुणेश जी का हार्दिक स्वागत है |व्यंग बहुत अच्छा लगा |
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच पर मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
आशा
आदरणीय ,डॉ. रूपचंद जी सप्रेम साहित्याभिवादन ...
जवाब देंहटाएंआपको बहुत -बहुत हार्दिक बधाई .. आज का चर्चा मंच बहुत अच्छा लगा
मेरे कविता को शामिल करने के लिए आभार ब्यक्त करता हूँ ...
सादर
लक्ष्मी नारायण लहरे
shahil.goldy@gmail.com
bahut pyari charcha....
जवाब देंहटाएंबहुत मुस्तैदी से की गयी चर्चा ... अच्छे लिंक्स को समेटे हुए .. आभार
जवाब देंहटाएंचर्चा मे व्यंग्य शामिल करने के लिये आपका आभार और चर्चा मंच के चर्चाकारो मे शामिल कर आपने मेरा मान ही बढ़ाया है ।
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स के साथ बहुत ही सुन्दर और शानदार चर्चा रहा!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर और सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंshastri ji,ab to charcha manch aur bhi aakarshak ho gaya hai.aur aapke blog bhandhar bhi jyada bhar gaye hain.bahut sundar dhang se aapne ye charcha prastut kee hai.meri kavita ko bhi yahan sthan diya hai iske liye main hriday se aabhar vyakt karti hoon.
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर और विस्तृत चर्चा आज की..सभी लिंक्स पर जाना हुआ।
जवाब देंहटाएंaap charcha manch ko sanjone me bahut mehnat karte hain shastri ji.aaj bhi aapki mehnat shandar hai.meri kavita ko sthan dene ke liye aabhar.
जवाब देंहटाएंआज का चर्चा मंच बहुत अच्छा लगा
जवाब देंहटाएंअरुणेश जी का हार्दिक स्वागत है
चर्चा मंच पर मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार
सुन्दर चर्चा आदरणीय शास्त्री जी..
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा..आभार
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा..
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा..
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