आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
अब चलते हैं चर्चा की और
सबसे पहले गद्य रचनाएं
- शुरुआत करते हैं राम झरने की सैर से .
- संजय जी बता रहा हैं - पूरा कौन ?
- अमीत तोमर बता रही हैं कांग्रेसियों की गलतियाँ .
- मीडिया-सरकार के घालमेल को बता रहे हैं तुलसीभाई पटेल.
- बच्चों के सर्वागीण विकास में माता-पिता की भूमिका बता रहे हैं सुशील बाकलीवाल जी.
- बात करते हैं फिल्मों की , चलो देखते हैं कैसे बनी लगान .
- रेगिस्तान में सूरज के नष्ट हो जाने का ख्वाब देख रहे हैं KC .
- देखीए कुछ दर्द भरी लहरें , जो उठी है पूजा के दिलो-दिमाग में .
- अब पढ़िए कुछ अनुत्तरित सवाल ,बदलते इंतज़ार में.
- बदलाव की सोच रही है यह लघुकथा .
- बच्चे बड़े हो जाते हैं जब -- पढ़िए लघुकथा में .
- सस्ते के कुछ नुक्सान बताए गए हैं हास्य फुहार ब्लॉग पर .
अब बात करते हैं पद्य रचनाओं की
- शुरुआत करते हैं गोपाल सिंह नेपाली जी के गीत से .
- अब चलते हैं ग़ज़ल की और ,इस दौर के एक-एक लम्हे से उलझ रहे हैं देवेन्द्र गौतम जी.
- ग़ज़ल में ही पढ़िए इस्मत जैदी की गजल --- सहर हो गई.
- सुलभ जी ने गर्मियों की दुपहरी को बाँधा है ग़ज़ल में .
- आँखों को बयाँ कर रहे हैं रजनीकांत .
- गुणकारी नीम को दोहों में बांध रहे हैं कुंवर कुसुमेश जी .
- रोज़ नया सूरज उगता है -कह रही हैं अनीता जी .
- कोई नजर अंदाज़ कर रहा है उर्मी जी को.
- मृदुला जी कह रही है तेरे इश्क में बदनाम हो गए हैं .
- मन को समझा रही हैं वन्दना जी.
- अब देखिए कुछ कविताएँ लीना मल्होत्रा जी की .
- अब देखते हैं कुछ क्षणिकाएँ.
- एक लघु कविता इश्क का अंजाम , सोच लो.
- तुम्ही प्रेरणा कवि हृदय की - कह रहे हैं अरुण कुमार निगम
- विदेशी जमीन पर रहने का दुःख सता रहा है डॉ. राजेन्द्र को.
- जिन्दगी सिर्फ गीत गाती है , बता रही है नूतन जी.
- दिल की आरज़ू बता रही हैं सुषमा जी .
- अपनों से मिले दर्द को बयाँ कर रहे हैं कैलाश शर्मा जी .
- वेबकैम की महिमा का बखान कर रहे हैं शास्त्री जी .
अंत में प्रस्तुत है एक प्रेम-पत्र .
आज के लिए बस इतना ही . आपके सुझावों का इंतजार रहेगा .
धन्यवाद सहित
दिलबाग विर्क
आज के लिए बस इतना ही . आपके सुझावों का इंतजार रहेगा .
धन्यवाद सहित
दिलबाग विर्क
बहुत-बहुत धन्यवाद ||
ReplyDeleteमंच का आभार ||
बहुत शानदार चर्चा की है आपने!
ReplyDeleteआभार!
बहुत बहुरंगी चर्चा के लिए बधाई |अच्छी लिंक्स |
ReplyDeleteआशा
शानदार चर्चा .
ReplyDeleteमुझे स्थान दिया .आभार..
प्रिय श्रीदिलबागजी और चर्चामंच,
ReplyDeleteये मेरा प्रेमपत्र पढ़कर,नाराज़ ना होना..!!
शुक्रिया।
मार्कण्ड दवे।
http://mktvfilms.blogspot.com
आज की चर्चा में अच्छे लिंक्स मिले ..आभार
ReplyDeleteशानदार चर्चा !
ReplyDelete्रोचक और सारगर्भित चर्चा……………आभार्।
ReplyDeleteachchhi links ke liye badhai
ReplyDeleteमुझे ये देख कर बहुत अच्छा लगा कि हमने काफी समय बाद लिखा फिर भी चर्चा मंच ने मुझे पहले जैसा ही स्नेह और अपना पन दिया । आज की भागती जिन्दगी में जहाँ लोग एक दूसरे को भूलने में समय नही लगाते , आपने आभासी रिश्तों में भी इतना अपनापन बनाये रखा ।
ReplyDeleteआप सभी को मेरी नमस्ते ।
bas yun kabhi baith kar jo likh diya tha kagaz par
ReplyDeleteusse aaj is charcha manch par jagah de kar aapne jo samman diya hai
bahut bahut abhaar
Naaz
बहुत रोचक चर्चा..शानदार लिंक्स..आभार
ReplyDeleteचर्चा में ".......सहर हो गई " को शामिल किये जाने के लिए धन्यवाद
ReplyDeleteचर्चा मंच की ये शक्ल भी सुन्दर है
इतने अच्छे लिंक्स के लिए आभार
धन्यवाद मित्र, दिल बाग बाग कर दिया.
ReplyDeleteबढ़िया चर्चा..
धन्यवाद ।
ReplyDeleteबेहतर लिंक्स, आकर्षक प्रस्तुति, आभार
ReplyDelete-----देवेंद्र गौतम
बहुत अच्छे लिंकस .. आभार !!
ReplyDeleteमुझे स्थान दिया .आभार..
ReplyDeleteविवेक जैन vivj2000.blogspot.com
तहे दिल से सुक्रिया सर की आपने मेरी इस पोस्ट को चर्चा मंच के लायक समजा ..सच कहू तो चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट लगी हुई देखकर बहुत ही प्रसन्नता होती है |"
ReplyDelete" ढेरो बहुमूल्य लिनक्स से सजी इस चर्चा को आपने बहुत ही अच्घ्ही तरह से संजोया है और ..सभी लिनक्स काफी दिलचस्प और पढनेलायक है |"
" बहु बहुत सुक्रिया सर ,आज सुबह से ही मई हेर एक लिंक को पढ़ रहा था मजा आया |यहाँ पर जिनकी पोस्ट का जिक्र किया गया है उन सभी मेरे ब्लॉगर भैयों और बहेनो को बधाई |"
Thanks for considering my poem
ReplyDeleteRegards
सुन्दर चर्चा दिलबाग जी , आभार।
ReplyDeleteसुन्दर संक्षिप्त चुनिन्दा रचनाओं की इस शानदार प्रस्तुति व मेरी भी रचना को यहाँ स्थान देने के लिये आपको बधाईयां व धन्यवाद...
ReplyDeleteशानदार चर्चा,अच्छी लिंक्स के लिए शुक्रिया।
ReplyDeletebhut bhut dhanyawaad dilbhaag ji...jo apne meri rachna ki sarhana ki... uske liye main apki bhut abhari hu... sath hi bhut bhut dhanyawwad ki itne acche links padne ko mile... thank u verymuch...
ReplyDeleteशानदार चर्चा के लिए बधाई !
ReplyDeleteशत धन्यवाद चर्चामंच. मेरी कविताओं को आपने एक मंच दिया. अनेक पाठको ने पढ़ा सराहा स्नेह दिया. ऋणी हूँ. शुक्रिया.
ReplyDeleteअत्यंत सुन्दर चर्चा! बढ़िया लिंक्स! मुझे स्थान दिया आपने इसके लिए धन्यवाद!
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