एक साहब कहने लगे भाई जनता का ब्लडप्रेशर लो है नेताओं का हाई है । उपाय क्या है तभी सलाह मिली जनता का ब्लड प्रेशर लो हो गया है तो उनको भेजो हिमालय आयुर्वैदिक दवाखाना कैंम्प - नेशनल हाईवे - 43 से -- ललित शर्मा सरकार का हाई हो गया है तो बाकलीवाल जी के हाई ब्लड-प्रेशर (उच्च रक्तचाप) से बचाव के कुछ सरल उपाय.(2) बतला दो भाई । नुक्कड़ में इतना हंगामा सुन दिमाग खराब हो गया तो दायें बायें मुड़ देखा आदरणीय राहुल जी पक्षियो की सेवा पंडुक-पंडुक कर रहे थे मन खुश हो गया । विचार आया कुछ भी हो नये जीवन को प्रश्रय देना और कमजोरों की मदद करने से अच्छा धर्म तो क्या होगा । धर्म शब्द की व्याख्या ही मुश्किल है प्रेम की आसान है । कुटिल सिब्बल के तर्क तो अच्छे हैं पर उनकी नीयत मे खोट है यही मै सोचता हूं । बस इसीलिए तो प्यार हुआ आवारा!
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पंडुक की एक ठांव यहां भी, धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंरोचक चर्चा !
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा ,आभार
जवाब देंहटाएंमस्त-मस्त चर्चा
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक.... बेहतरीन प्रस्तुति.....
जवाब देंहटाएंरोचक प्रस्तुतिकरण ...अच्छे लिंक्स का चयन ..अभी कुछ पर ही जाना हुआ है ...बाद में जाते हैं सब पर ..आभार
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छी और सटीक चर्चा
जवाब देंहटाएंआशा
सुन्दर लिंक्स से सजी सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स .अच्छी चर्चा.
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक्स से सजी सार्थक चर्चा।
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा ,आभार
जवाब देंहटाएंबहुत रुचिकर और मजेदार चर्चा
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स.......................
मेरी कविता भी शामिल किया....आभार
प्रस्तुति का बढियां अंदाज
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा ,आभार
जवाब देंहटाएंलिन्क्स्मय कहानी उपयोगी लगी.. शुक्रिया
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