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गुरुवार, जून 16, 2011

चर्चा मंच - 547

   आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है 
                 शुरुआत करते हैं कुछ तस्वीरों से 

अब चलते हैं चर्चा की और 

सबसे पहले गद्य रचनाएं 
अब बात करते हैं पद्य रचनाओं की 
                  अंत में प्रस्तुत है एक प्रेम-पत्र .
आज के लिए बस इतना ही . आपके सुझावों का इंतजार रहेगा .
                                     धन्यवाद सहित 
                                       दिलबाग विर्क 

27 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत-बहुत धन्यवाद ||
    मंच का आभार ||

    जवाब देंहटाएं
  2. बहुत बहुरंगी चर्चा के लिए बधाई |अच्छी लिंक्स |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  3. शानदार चर्चा .

    मुझे स्थान दिया .आभार..

    जवाब देंहटाएं
  4. प्रिय श्रीदिलबागजी और चर्चामंच,

    ये मेरा प्रेमपत्र पढ़कर,नाराज़ ना होना..!!

    शुक्रिया।

    मार्कण्ड दवे।
    http://mktvfilms.blogspot.com

    जवाब देंहटाएं
  5. आज की चर्चा में अच्छे लिंक्स मिले ..आभार

    जवाब देंहटाएं
  6. ्रोचक और सारगर्भित चर्चा……………आभार्।

    जवाब देंहटाएं
  7. मुझे ये देख कर बहुत अच्छा लगा कि हमने काफी समय बाद लिखा फिर भी चर्चा मंच ने मुझे पहले जैसा ही स्नेह और अपना पन दिया । आज की भागती जिन्दगी में जहाँ लोग एक दूसरे को भूलने में समय नही लगाते , आपने आभासी रिश्तों में भी इतना अपनापन बनाये रखा ।
    आप सभी को मेरी नमस्ते ।

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  8. bas yun kabhi baith kar jo likh diya tha kagaz par
    usse aaj is charcha manch par jagah de kar aapne jo samman diya hai

    bahut bahut abhaar

    Naaz

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत रोचक चर्चा..शानदार लिंक्स..आभार

    जवाब देंहटाएं
  10. चर्चा में ".......सहर हो गई " को शामिल किये जाने के लिए धन्यवाद
    चर्चा मंच की ये शक्ल भी सुन्दर है
    इतने अच्छे लिंक्स के लिए आभार

    जवाब देंहटाएं
  11. धन्यवाद मित्र, दिल बाग बाग कर दिया.
    बढ़िया चर्चा..

    जवाब देंहटाएं
  12. बेहतर लिंक्स, आकर्षक प्रस्तुति, आभार

    -----देवेंद्र गौतम

    जवाब देंहटाएं
  13. तहे दिल से सुक्रिया सर की आपने मेरी इस पोस्ट को चर्चा मंच के लायक समजा ..सच कहू तो चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट लगी हुई देखकर बहुत ही प्रसन्नता होती है |"
    " ढेरो बहुमूल्य लिनक्स से सजी इस चर्चा को आपने बहुत ही अच्घ्ही तरह से संजोया है और ..सभी लिनक्स काफी दिलचस्प और पढनेलायक है |"
    " बहु बहुत सुक्रिया सर ,आज सुबह से ही मई हेर एक लिंक को पढ़ रहा था मजा आया |यहाँ पर जिनकी पोस्ट का जिक्र किया गया है उन सभी मेरे ब्लॉगर भैयों और बहेनो को बधाई |"

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  14. सुन्दर चर्चा दिलबाग जी , आभार।

    जवाब देंहटाएं
  15. सुन्दर संक्षिप्त चुनिन्दा रचनाओं की इस शानदार प्रस्तुति व मेरी भी रचना को यहाँ स्थान देने के लिये आपको बधाईयां व धन्यवाद...

    जवाब देंहटाएं
  16. शानदार चर्चा,अच्छी लिंक्स के लिए शुक्रिया।

    जवाब देंहटाएं
  17. bhut bhut dhanyawaad dilbhaag ji...jo apne meri rachna ki sarhana ki... uske liye main apki bhut abhari hu... sath hi bhut bhut dhanyawwad ki itne acche links padne ko mile... thank u verymuch...

    जवाब देंहटाएं
  18. शानदार चर्चा के लिए बधाई !

    जवाब देंहटाएं
  19. शत धन्यवाद चर्चामंच. मेरी कविताओं को आपने एक मंच दिया. अनेक पाठको ने पढ़ा सराहा स्नेह दिया. ऋणी हूँ. शुक्रिया.

    जवाब देंहटाएं
  20. अत्यंत सुन्दर चर्चा! बढ़िया लिंक्स! मुझे स्थान दिया आपने इसके लिए धन्यवाद!

    जवाब देंहटाएं

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