आज की चर्चा में आपका स्वागत है
चलते हैं चर्चा की ओर
गगन में छा गए बादल
बूँद-बूँद तरसी धरा
बारिश लाओ बादल राजा
प्रतीक्षा स्वाति की
वर्षा- प्रतीक्षा और भय
1905 - गाँधी जी का घर
हाय संस्कृति
फालतू में अकड़ा आदमी
आसमां से एक तारा देखता है मेरी ओर अक्सर
मौत मैंने तुम्हें हरा दिया
सौन्दर्य - नारी वक्ष में या नारी जीवन में ?
खतरनाक भारत
मैग्नोलिया के फूल और तुम
शंख
आधे संसार में पूरे दिन
मेरी भी सुन लो
डिहाईडरेशन
माँ मैं तुझे खोज लूँगा
बूँद-बूँद तरसी धरा
बारिश लाओ बादल राजा
प्रतीक्षा स्वाति की
वर्षा- प्रतीक्षा और भय
1905 - गाँधी जी का घर
हाय संस्कृति
फालतू में अकड़ा आदमी
आसमां से एक तारा देखता है मेरी ओर अक्सर
मौत मैंने तुम्हें हरा दिया
सौन्दर्य - नारी वक्ष में या नारी जीवन में ?
खतरनाक भारत
मैग्नोलिया के फूल और तुम
शंख
आधे संसार में पूरे दिन
मेरी भी सुन लो
डिहाईडरेशन
माँ मैं तुझे खोज लूँगा
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महिमा सुभाषितों की
हर युग के प्रारब्ध में होता है एक खंडहर
ब्लोगर्स की कैटेगरी
प्राचीन और आधुनिक बाल कहानियां
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प्राचीन और आधुनिक बाल कहानियां
मुझे कोई खुदा चाहिए
खुली आँखे बंद दिमाग
आँखों से नींद बहे
कीजिए जॉब की तलाश
डिजाइनर भवन
विदाई समारोह
आज के लिए बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग विर्क
******************
खुली आँखे बंद दिमाग
आँखों से नींद बहे
कीजिए जॉब की तलाश
डिजाइनर भवन
विदाई समारोह
आज के लिए बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग विर्क
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बहुत बेहतरीन रचना....
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग पर आपका हार्दिक स्वागत है।
अच्छे लिंकों के साथ बहुत सुन्दर चित्रमयी विस्तृत चर्चा।
जवाब देंहटाएंदिलबाग जी आपका आभार!
बहुत खूबसूरत बनाया है चर्चा मंच आज आपने
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ एक फूल हमारा भी लगाया है आपने ।
बहुत बेहतरीन रचना....आपका आभार!
जवाब देंहटाएंबड़ी ही सुन्दर सूत्रसज्जा..
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा साजते, लगते रोचक लिंक |
जवाब देंहटाएंहरियाली बरसात की, नीले पीले पिंक ||
आभार ...बहुत आभार ....स्वाति की बाट जोहता ...यहाँ चातक को स्थान मिला ....!!
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर चर्चा है ...सार्थक भी ...
आपका आभार,दिलबाग जी !
जवाब देंहटाएंGREAT LINKS...THANKS SIR.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स ... आभार
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा कर रहे दिलबाग जी विर्क,
जवाब देंहटाएंफुर्सत से इसे पढ़ेगें अब काहे की फ़िक्र|
MY RECENT POST काव्यान्जलि ...: बहुत बहुत आभार ,,
Charcha ka style pasand aaya..
जवाब देंहटाएंsaaf-suthra aur manoram..
Dhanywaad !
बहुत बहुत धन्यवाद सर! मेरी रचना को स्थान देने के लिए।
जवाब देंहटाएंसादर
बहुत शानदार चर्चा दिलबाग जी बधाई
जवाब देंहटाएंआकर्षक लिंक से सजा है मंच आज का।
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