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गुरुवार, अप्रैल 11, 2013

देश आजाद मगर हमारी सोच नहीं ( चर्चा - 1211 )

आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है 
अंग्रेजी नववर्ष का बहुत शोर रहता है मगर भारतीय नववर्ष चुपके चुपके आरम्भ होता है , सही ही तो है हमारा देश आजाद हो गया मगर हमारी सोच नहीं । 
चलते हैं चर्चा की ओर 
BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN
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"कुछ कहना है"
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आज की चर्चा में बस इतना ही 
धन्यवाद 
दिलबाग विर्क 
आगे देखिए "मयंक का कोना"
(1)
"तेरा नाम"

(2)
जिंदगी का फलसफ़ा »Annapurna Bajpai का प्रोफ़ाइल फ़ोटो
ज़िंदगी हारना आसान है जीना कठिन। 
जीवन एक आग का दरिया है , 
पार कर जाना थोड़ा कठिन है , पर असंभव नहीं ...
(3)
ग़ाफ़िल की अमानत
अब तो आबे-हयात फीके से
हो गये फ़ाकेहात फीके से।
आज के इख़्तिलात फीके से॥
हसीन मिस्ले-शहर मयख़ाने,
लगते अब घर, देहात फीके से।
(4)

फिर से उपवन के सुमनों में
देखो यौवन मुस्काया है।
उपहार हमें कुछ देने को,
नूतन सम्वत्सर आया है।।

24 टिप्‍पणियां:

  1. चर्चामंच की समस्त टीम व सभी सुधि पाठकों को नव वर्ष, नव संवत्सर एवँ गुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनायें !

    जवाब देंहटाएं
  2. गुड़ी पड़वा पर चर्चा मंच के सभी पाठकों को हार्दिक शुभ कामनाएं |
    आशा

    जवाब देंहटाएं
  3. सुन्दर सूत्रों से सजी चर्चा, आभार

    जवाब देंहटाएं
  4. बढ़िया चर्चा |
    नवसंवत्सर की शुभकामनायें -

    जवाब देंहटाएं
  5. नये वर्ष में नये अन्दाज के साथ आज के चुनिन्दा ब्लाग्स की रोचक चर्चा.
    आभार सहित...
    नवसंवत्सर 2070 गुडी पडवा पर्व की आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएँ...

    जवाब देंहटाएं
  6. दिलबाग जी दिल बाग़ बाग़ हो गया ,सुबह सुबह बड़ी अच्छी चर्चा रही ,और लिंक्स भी।

    जवाब देंहटाएं
  7. सधी हुई चर्चा भाई दिलबाग विर्क जी।
    नूतन सम्वत्सर की बधाई हो।

    जवाब देंहटाएं
  8. बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ...
    नव संवत्सर एवँ गुड़ी पड़वा की हार्दिक शुभकामनायें !

    जवाब देंहटाएं
  9. बहुत सुन्दर! आभार शास्त्री जी! नवसंवत्सर की आपको भी हार्दिक शुभकामनाएं

    जवाब देंहटाएं
  10. शुक्रिया चर्चा मंच में मेरी जापान यात्रा को स्थान देने और अपनी पसंद के बाकी लेखों को हम तक छाँट कर प्रस्तुत करने के लिए!

    जवाब देंहटाएं
  11. हम तो केवल कर सकते थे चर्चा को आरंभ
    इस पटल पर पंख लगे जब मिला मंच स्तम्भ

    चर्चा मंच के संयोजक सभी श्रेष्ठ जन को व सुधि पाठक / कवि / लेखक गण को ह्रदय से संवत 2070 के शुभारम्भ पर स्नेहसिक्त शुभकामनाये !

    मंच का सदा यु ही आशीर्वाद मिलता रहे
    इसी आशा और भरोसे के साथ सभी को पुनश्च प्रणाम / अभिवादन / शुभकामनाये और धन्यवाद

    आपका शुभाकांक्षी
    तरुण कुमार ठाकुर
    इंदौर से

    जय भारत ! जय भारती !

    जवाब देंहटाएं
  12. बहुत प्रभावशाली सुंदर चर्चा !!!

    नववर्ष एवं नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें....

    जवाब देंहटाएं
  13. बहुत बढ़िया चर्चा…………नववर्ष एवं नवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें.

    जवाब देंहटाएं
  14. बहुत ही सुन्दर एवं प्रभावशाली प्रस्तुतिकरण आदरणीय दिलबाग जी. चर्चामंच की ओर से सभी मित्रों एवं पाठकों को नववर्ष तथा नवरात्रि की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं. सादर

    जवाब देंहटाएं
  15. नवसंवत्सर की हार्दिक शुभकामनाओं सहित - सुन्दर सुन्दर लिंक देकर अच्छा पढवाने के लिए हार्दिक धन्यवाद !

    जवाब देंहटाएं
  16. सबको नव संवत्सर की हार्दिक बधाई और शुभकामनायें !!

    जवाब देंहटाएं
  17. बहुत अच्‍छी चर्चा लगाई है आपने...मेरी रचना शामि‍ल करने के लि‍ए धन्‍यवाद....सभी मि‍त्रों को नवसंवत्‍सर की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं........

    जवाब देंहटाएं
  18. आज ही गुड़ी पड़- वा (गुड़ी बोले तो विजय पताका ,शिवाजी की मुगलों पर फतह का दिन ),महाराष्ट्र ,आंध्र ,कर्नाटक वालों के लिए नव आर्थिक वर्ष ,ब्रह्मा द्वारा सृष्टि की स्थापना का दिवस है .नव संवत्सर है .बधाई .बढ़िया प्रस्तुति .


    अंग्रेजी नववर्ष का बहुत शोर रहता है मगर भारतीय नववर्ष चुपके चुपके आरम्भ होता है , सही ही तो है हमारा देश आजाद हो गया मगर हमारी सोच नहीं ।
    नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ दे रहे हैं तरुण जी

    जवाब देंहटाएं
  19. सेतु चयन एवं संयोजन के लिए बढ़िया हमारी पोस्ट को स्थान देने के लिए आपका बारहा शुक्रिया .

    जवाब देंहटाएं

  20. पागलपन का उन्माद न हो,
    हो और न कोई बँटवारा,
    शस्त्रों की भूख मिटे मन से,
    फैले जग में भाईचारा,
    भू का अभिनव शृंगार लिए,
    नूतन सम्वत्सर आया है।।

    शुभ भावना ,शुभ संकल्पों से संसिक्त पोस्ट शुभ संवत्सर .

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  21. द्वतीय रचना : कविता

    मुझको नहीं होना बड़ा - वड़ा
    पैरों पर अपने खड़ा - वड़ा
    मैं बच्चा - बच्चा अच्छा हूँ ।

    गोदी में सोने की हसरत मेरे जीवन से जायेगी,
    माँ अपनी सुन्दर वाणी से लोरी भी नहीं सुनाएगी,
    अच्छा है उम्र में कच्चा हूँ ।
    मैं बच्चा - बच्चा अच्छा हूँ ।।

    मैं फूलों संग मुस्काता हूँ, मैं कोयल के संग गाता हूँ,
    चिड़िया रानी संग यारी है, मुझको लगती ये प्यारी है,
    मैं मित्र सभी का सच्चा हूँ ।
    मैं बच्चा - बच्चा अच्छा हूँ ।।

    वाह अभिनव रंग और खुशबू लिए बच्चों को समर्पित रचना .

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  22. धन्यवाद ... व नववर्ष आप सबको शुभ हो ...

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  23. नवसंवत्सर की आप सबको शुभकामनायें ...........

    जवाब देंहटाएं

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