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गुरुवार, अगस्त 21, 2014

"लेखक बनाने की मशीन" (चर्चा मंच 1712)

मित्रों!
आज आदरणीय दिलबाग सर ने सूचित किया है कि
उनका कम्प्यूटर खराब है।
अगले सप्ताह उनका कम्प्यूटर ठीक हो जायेगा।
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इसलिए मेरी पसंद के कुछ लिंक देखिए।
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Android Apps Download Sites 

.पर Aamir Dubai
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चन्द माहिया : क़िस्त 06 

:1:

ख़ुद से कुछ कहता है
तनहाई में दिल
क्या बातें करता है ?...
आपका ब्लॉग पर आनन्द पाठक
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तुम 

मैंने तुम्हारे पसन्द की 
चूल्हे की रोटी बनायी है 
वही फूली हुयी करारी सी 
जिसे तुम चाव से खाते हो 
और ये लो हरी हरी खटाई वाली चटनी 
ये तुम्हें बहुत पसन्द हैं ना....
स्पर्श पर Deepti Sharma
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सूरज डूबा जाता है 

अब जागा उत्साह हृदय में, 
रंग अब जीवन का भाता है,
पर सूरज क्यों आज 
समय से पहले डूबा जाता है ।
चढ़ा लड़कपन, खेल रहा था,
बचपन का उन्माद भरा था ।
मन, विवेक पर हावी होती,
नवयौवन की उत्श्रंखलता ।
बीत गया पर जीवन में, 
वह समय नहीं दोहराता है ।
देखो सूरज आज 
समय से पहले डूबा जाता है...
प्रवीण पाण्डेय 
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"एक रपट-विद्यालयी प्रतियोगिता"

आज स्थानीय राणाप्रताप इण्टर कालेज, खटीमा में 
गोकुलधाम संस्कृत योग सेवा संस्थान के बैनर तले
संस्कृत स्वतन्त्रता दिवस महोत्सव का आयोजन किया गया।
जिसकी अध्यक्षता हिन्दी संस्कृत के प्रवक्ता 
शिवभगवान मिश्र ने की तथा
 मुख्यअतिथि डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री, 
विशिष्ट अतिथि डॉ.एम.पी. पाण्डेय,
श्री भगवान मिश्र, शिव भगवान मिश्र थे।
कार्यक्रम का संचालन 
गोकुलधाम संस्कृत योग सेवा संस्थान के संस्थापक
आचार्य गेन्दा लाल शर्मा ने किया।
DSC08145.JPG दिखाया जा रहा है
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तवायफ़ ? एक  सच्चाई है 
 एक  लिबास है, एक ज़ूरूरत है 

 उन बेशर्म मर्दों की 
 जिन्हें  लिबास में भी  हर औरत 
 नगीं  ही दिखती है, सिर्फ़ इसलिए कि 
लोगों ने अपनी बेशर्म आँखों पर 
जिन चश्मों  को लगा रखा है...
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समय 

Mera avyakta पर 
--राम किशोर उपाध्याय 
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पीपल 

(छन्द - गीतिका) 

ऐतिहासिक वृक्ष पीपल, मौन वर्षो से खड़े 
पा रहे आश्रय सभी है ,गोद में छोटे बड़े... 
अभिव्यंजना पर Maheshwari kaneri
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"ग़ज़ल-मासूम चेहरों से धोखा न खाना" 


नहीं दिल्लगी कोई दिल को लगाना
सरल है मुहब्बत, कठिन है निभाना

सूरत छिपी हैं मुखौटों के पीछे
मासूम चेहरों से धोखा न खाना...

11 टिप्‍पणियां:

  1. सुप्रभात
    कार्टून अच्छा है |
    पर्याप्त सामग्री पढ़ने के लिए |
    मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद सर |

    जवाब देंहटाएं
  2. सुंदर गुरुवारीय चर्चा । 'उलूक' के सूत्र 'होते होते कुछ हो गये का अहसास ही काफी हो जाता है' को जगह देने के लिये आभार ।

    जवाब देंहटाएं
  3. बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति!
    आभार!

    जवाब देंहटाएं
  4. आदरणीय शास्त्री जी, सादर नमन! सुंदर प्रस्तुति!
    धरती की गोद

    जवाब देंहटाएं
  5. बढियाँ सूत्र बढियाँ प्रस्तुति

    जवाब देंहटाएं
  6. सुन्दर सूत्र-संयोजन, सुंदर प्रस्तुति!

    जवाब देंहटाएं
  7. बढियाँ प्रस्तुति... मेरी रचना शामिल करने के लिए धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  8. स्वस्थ रहने के लिए,
    खाना इसे वरदान है।
    नाम का अमरूद है,
    लेकिन गुणों की खान है।।

    १४ फलों के एक अंतर राष्ट्रीय अध्ययन में अमरुद को एंटीऑक्सीडेंट की दृष्टि से पहला स्थान प्राप्त है। मामूलो नहीं है मामूली अमरुद।

    जवाब देंहटाएं
  9. अभिरुचि पूर्ण चर्चा श्रेष्ठ सेतु चयन आभार हमारा सेतु शरीक करने के लिए।

    जवाब देंहटाएं

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