आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
इस बार बाल दिवस तो शिक्षक दिवस के दिन ही मनाया गया लेकिन अब देखना है इस सप्ताह में आने वाला बाल दिवस किस प्रकार मनाया जाएगा । वैसे स्कूलों में दिवस मनाने के कार्यक्रम इतने लम्बे चले हैं कि दो अक्तूबर के बाद पढ़ाई शुरू ही नहीं हुई, डर है सफाई अभियान के चलते पतनोन्मुख शिक्षा कहीं और रसातल में न धंस जाए ।
चलते हैं चर्चा की ओर
धन्यवाद
सुप्रभात
जवाब देंहटाएंआज उम्दा लिंक्स |कार्टून अच्छा लगा |
उपयोगी लिंकों के साथ सुन्दर चर्चा।
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आदरणीय दिलबाग विर्क जी आपका चर्चा लगाने का ढंग सबसे अनोखा है।
चित्रों को देख कर ही पोस्ट को पढ़ने का कौतूहल मन में जाग जाता है।
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आपका आभार।
सुन्दर सुसज्जित चर्चा, आभार हाइगा शामिल करने के लिए !!
जवाब देंहटाएंलिंक्स की खुबसूरत चर्चा .....
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ ..... बहुत बहुत धन्यवाद आपका चोका को स्थान देने के लिए
बहुत सुन्दर, सुव्यवस्थित एवं सार्थक लिंक्स के साथ मनोहारी मंच आज का ! "गुमशुदा बच्चों का दर्द" सबके साथ साझा करने का आपने जो अवसर दिया उसके लिये हृदय से धन्यवाद एवं आभार !
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर ब्लॉग पोस्टर लिंक्स चर्चा प्रस्तुति में मेरी पोस्ट शामिल करने हेतु आभार!
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रभावी लिंक्स ....
जवाब देंहटाएंBahut hi umda post hai.
जवाब देंहटाएंAabhar!
बेहतरीन लिंक्स एवं प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स एवं प्रस्तुति
ज़रा इधर भी गौर करियेगा ........
बहुत सुंदर चर्चा दिलबाग । बंदरों ने ब्लागिंग के खिलाफ धरना दे दिया है । रोज टेलीफौन के तार पर अठ्खेलियाँ कर रहे है।नेट बंद ब्लागिंग बंद । कहीं नहीं जा पा रहे हैं पढ़ने के लिये । देखिये हनुमान जी की पूजा करते हैं क्या पता नेट काम करना शुरु करे और बंदर भी प्रसन्न हों। आभार मरी हुई सोच सूत्र को जगह दी ।
जवाब देंहटाएंBadhiya links sunder charcha.
जवाब देंहटाएंमेरी रचना के चयन के लिये धन्यवाद ..। लिंक्स देखती हूँ ।
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