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Friday, November 14, 2014

"भटकता अविराम जीवन" {चर्चा - 1797}

मित्रों।
आज चर्चा मंच के सहयोगी
आदरणीय राजेन्द्र कुमार जी का मेल आया था।
आपके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूँ।
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आदरणीय शास्त्री जी 
सादर नमस्कार 
 कल शाम से ही कोल्ड फ्लू  ग्रस्त हूँ।

बड़े खेद के साथ कहना पड़ रहा है कि 

कल की चर्चा लगाने  असमर्थ हूँ। 

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सभी प्यारे-प्यारे बच्चों को बाल दिवस की 
ढेर सारी शुभकामनायें ! 
Sudhinama पर sadhana vaid 
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गीतांजली 

SUHANO DRISHTI पर Prashant Suhano 
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How to connect HDMI cables? 
Connect hdmi cable
Tech Prevue पर Vinay Prajapati 
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प्रेम-प्लावन 
प्रेम-प्लावित हो गया मन,पा गया अभिराम चिन्तन  
खोज में कब से तुम्हारी,भटकता अविराम जीवन ।।... 
न दैन्यं न पलायनम् पर प्रवीण पाण्डेय 
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संयम वाणी का 

Akanksha पर
akanksha-asha.blog spot.com
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"नीम की छाँव" 
जाने कहाँ खो गया अपनाआज पुराना गाँव।
नहीं रही अपने आँगन मेंआज नीम की छाँव।।

घर-घर में हैं टैलीवीजिनसूनी है चौपाल,
छाछ-दूध-नवनीत न भाताचाय पियें गोपाल,
भूल गये नाविक के बच्चे, आज चलानी नाव।
नहीं रही अपने आँगन मेंआज नीम की छाँव।।
उच्चारण 

12 comments:

  1. सुप्रभात
    सुन्दर सूत्र संयोजन और सूत्र |
    मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |

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  2. बहुत सुंदर चर्चा । आभार 'उलूक' का उसके पेड़ की चर्चा करने के लिये ।

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  3. बाल दिवस पर सभी बच्चों, मित्रों एवं पाठकों को हार्दिक शुभकामनायें ! आज के मंच पर मेरी रचना को स्थान देने के लिये आपका बहुत-बहुत धन्यवाद शास्त्री जी !

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  4. बढ़िया चर्चा-
    आभार आपका-

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  5. बढ़िया लिंक्स लिए चर्चा , शामिल करने का आभार

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  6. बहुत बढ़िया लिंक्स-सह चर्चा प्रस्तुति हेतु आभार
    बाल दिवस की शुभकामनायें!

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  7. बहुत बहुत शुक्रिया...

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  8. umda link sanyijan ... bahut kuchh nye technic bhi sikhne ko mile ..baal diwas ki haardik shubhkamnaye :) meri rachna ko bhi yaha sthan dene ke liye haardik aabhar ..sadar

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  9. सभी मित्रों को बाल-दिवस की वधाई !
    सुन्दर प्रस्तुतीकरण ! सामयिक संयोजन !

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