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मंगलवार, फ़रवरी 03, 2015

बेटियों को मुखर होना होगा; चर्चा मंच 1878


किताबों की दुनिया - 103 /1 
नीरज गोस्वामी 


satish sharma 'yashomad'  

रजनीश तिवारी  

Prabodh Kumar Govil 

shashi purwar 


सुशील कुमार जोशी 

ऋता शेखर मधु 

निर्दोष दीक्षित 

7 टिप्‍पणियां:

  1. उपयोगी लिंकों के साथ स्तरीय चर्चा।
    आपका आभार रविकर जी।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. गुरूजी-
      चर्चा मंच की सूचना देने वाली टिप्पणी मेरे लिए बना दीजिये-आजकल मैं सूचना नहीं दे प् रहा हूँ ब्लॉग्स पर-सादर

      हटाएं
  2. बहुत बढ़िया लिंक्स दिए है, बहुत बहुत आभार आपका
    मुझे शामिल करने के लिए !

    जवाब देंहटाएं
  3. सुंदर मंगलवारीय प्रस्तुति । 'उलूक' के सूत्र 'किसी दिन ना सही किसी शाम को ही सही कुछ ऐसा भी कर दीजिये' को भी चर्चा में स्थान देने के लिये आभार रविकर जी ।

    जवाब देंहटाएं
  4. सुंदर लिंक्‍स...चर्चा मंच बहुत बढ़ि‍या सजाया आपने। मेरी रचना को शामि‍ल करने के लि‍ए धन्‍यवाद और आभार।

    जवाब देंहटाएं

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