आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है।
भावना का सम्बन्ध मन से और कर्तव्य का सम्बन्ध मस्तिष्क से होता है। भावनाए मनुष्य को कल्पना लोक का भ्रमण करती है जबकि मस्तिष्क वास्तविकता के करीब लाता है। मन बहुत ही भावुक और चंचल होता है। मनुष्य के लिए जो उचित है, मन उसके विपरीत दिशा में कार्य करने को प्रेरित करता है। जो लोग दृढ़तापूर्वक अपने कर्तव्यपथ पर बढ़ते रहते हैं और भावनाओं को वश में रखते हैं वे ही उन्नति की सीढ़ियों पर चढ़ते चले जाते हैं। ऐसे लोग अर्जुन की भांति सदैव अपने लक्ष्य रूपी चिड़िया के आँख पर ही ध्यान केंद्रित रखते हैं।
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राजीव कुमार झा
हम सब अक्सर एक साथ कई शौक पालते रहते हैं.और समय-समय पर इन शौकों को पुष्पित-पल्लवित भी करते हैं.लेकिन शौक के कारण मुसीबत को गले लगाने का वाकया कम ही होता है
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प्रमोद जोशी
दिल्ली की नई विधानसभा में 28विधायकों की उम्र 40 साल या उससे कम है. औसत उम्र चालीस है. दूसरे राज्यों की तुलना में 7-15 साल कम. चुने गए 26 विधायक पोस्ट ग्रेजुएट
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अवधेश कुमार दुबे
विचारण के लिए प्रक्रिया की दृष्टि से मामलों को दो भागों में विभाजित किया जाता है - १. समन मामला एवं २ . वारंट मामला .
भारतीय दंड संहिता प्रक्रिया की धारा २ (w) के अनुसार 'समन मामला से ऐसा मामला अभिप्रेत है ,जो किसी अपराध से सम्बंधित है और जो वारंट मामला नहीं है .
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प्रतिभा सक्सेना
12 फरवरी को जिनका जन्म दिवस है,अनेक विभिन्नताएँ जिस व्यक्तित्व को बहुआयामी और पूर्णतर बनाती हुई सतत नवीनता का संचार करती हैं ,हृदय और मस्तिष्क की सुचारु ...
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नीलिमा शर्मा
तुम शादीशुदा मर्द भी कितने अजीब होते हो
प्रेम अगर हो जाए पत्नी से तो
जमीन आसमान इक करते हो
एकाधिकार तुम्हारा हैं इस दिल पर
जानते हुए भी
बार बार झांकते हो
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शांति गर्ग
जीवन में जब कभी हम दोराहे पर खड़े हों, परिस्थितियाँ प्रतिकूल हों, मुसीबतों का चक्रव्यूह भेदना भी कठिन ॐ हो,अपनों ने भी साथ छोड़ दिया हो,
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सुशील कुमार जोशी
हो गया
इधर पूरा
अब उधर चलें
करने वाले
कर रहे हैं
अरशद पिछले कुछ दिनों से अपने दोस्त विजय के साथ नई दिल्ली में था। वह मालदीव की राजधानी माले में रहता था। उनमें एक समझौता हुआ था कि अरशद सात दिन के
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वन्दना गुप्ता
पिछले साल २० फरवरी को मेरे कविता संग्रह ' बदलती सोच के नए अर्थ '
का पुस्तक मेले में विमोचन हुआ था और आज एक साल बाद मेरे संग्रह
की कविता का पहली बार अनुवाद हुआ
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(डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
झाड़ुएँ सवाँर लो।
राह को बुहार लो।।
वक्त आज आ गया
“रूप” आज भा गया
आम आदमी तो आज
फिर से ताज पा गया
लक्ष्य को पुकार लो।
झाड़ुएँ सवाँर लो।
उस दिन तय होगा समय
जब पछाड़ खाता समुद्र
एक दिन ठिठककर
स्वाभिमान के नाम पर
जब मेघदूत की तर्ज़ पर
बादलों के पंखों पर
बड़े जतन से सवार कर
प्रियतम को भेजे हुए संदेश
धरा पर गिर
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सदा
आईना मन का
संवारे घड़ी-घड़ी रूप अपना
करे श्रृंगार जब प्रेम का
तो खुद ही ये
इतराये उदासी की सूरत में
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मन के मनके
अमेरिका के मनोवैग्यानिकों ने हिसाब लगाया है कि न्यूयार्क जैसे नगर में केवल १८% लोग स्वस्थ कहे जा सकते हैं ( यह आंकडा उस समय का जब ओशो द्वारा दिये गये प्रवचनों में यह बात कही गयी थी जो अब मौलिक रूप से यह संकलित है उनकी सर्वाधिक चर्चित पुस्तक ’संभोग से समाधि’ में )
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प्रवीण चोपड़ा
चलिए दोस्तो आज आप को एक ८० साल के जवान की बातें सुनाता हूं।
आज मेरी ओपीडी में एक अधेड़ उम्र के शख्स आए...५५-६० की उम्र के ही लग रहे थे... साथ में एक २० वर्ष के करीब की एक बेटी थी... उसके इलाज के लिए आये थे।
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"धन्यवाद"
उपयोगी लिंकों के साथ शानदार चर्चा।
जवाब देंहटाएंआपके श्रम और लगन को नमन आदरणीय राजेन्द्र कुमार जी।
आभार।
बहुत-बहुत आभार राजेन्द्र जी -सारी लिंक्समन से पढ़ीं .
जवाब देंहटाएंसाधना जी के ब्लाग पर कमेट बाक्स नहीं खुला - दो बार यत्न करने पर भी.
उपयोगी लिंकों के साथ शानदार चर्चा, आभार।
जवाब देंहटाएंअच्छे लिंक्स...लाजवाब प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंउपयोगी लिंकों के साथ लाजवाब प्रस्तुति, आभार।
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा...
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर लिंक्स के साथ सार्थक चर्चा ! प्रतिभा सक्सेना जी मेरे ब्लॉग पर कमेन्ट करने में आपको दिक्कत आ रही है जान कर दुःख हुआ ! इस समस्या का क्या निदान हो मैं समझ नहीं पाती हूँ ! नुक्सान तो मेरा ही है आपकी बहुमूल्य प्रतिक्रिया से वंचित जो रह गयी ! आप मुझे मेल के द्वारा अपनी प्रतिक्रया भेज दें आभारी रहूँगी और उसे अपने ब्लॉग पर आपके नाम से प्रकाशित भी कर दूँगी ! सधन्यवाद !
जवाब देंहटाएंराजेन्द्र कुमार जी ! आज के मंच पर मेरी रचना को सम्मिलित करने के लिये आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार !
जवाब देंहटाएंsunder links
जवाब देंहटाएंmere new blog post par aapka intzaar..
Rajendra ji,
जवाब देंहटाएंMere blog post ko charchamanch par publish karne ke liye thanks
बहुत सुंदर चर्चा सूत्र.
जवाब देंहटाएं'देहात' से मेरे पोस्ट को शामिल करने के लिए आभार.
सारी लिंक्स बहुत ही सुंदर हैं। जमशेद आज़मी का कहानी संग्रह से 'मालदीव बचाओ' को शामिल करने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा । आभार 'उलूक' का सूत्र 'इधर का इधर और उधर का उधर करें' को स्थान देने के लिये ।
जवाब देंहटाएंमेरे ब्लॉग निविया से 'शादीशुदा प्रेम " को शामिल करने का आभार ...... सुन्दर लिनक्स
जवाब देंहटाएंnice
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