मित्रों
मंगलवार की चर्चा में आपका स्वागत है।
देखिए मेरी पसन्द के कुछ लिंक।
(डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक')
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माँ का प्यार भरा आँचल
माँ ”इक छोटा सा प्यारा शब्द
जिसके गर्भ में समाया हुआ है सम्पूर्ण विश्व ,सम्पूर्ण सृष्टि
और सम्पूर्ण ब्रम्हांड और उस अथाह ममता के सागर में
डूबी हुई सुमि के मानस पटल पर
बचपन की यादें उभरने लगी |
”बचपन के दिन भी क्या दिन थे...
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धरती कभी बनी ही नहीं थी
हमारे लिए
मशाल
आग खतरनाक होती है जब पेट की नहीं होती जब नहीं होती सीने में या जब इनके लिए नहीं जलाई जाती सभ्यता का दूसरा पहलू विकास का वीभत्स चेहरा उघाड़ देती है आग जलकर- झुलसकर मरती जीव-जातियों की दर्दनाक चीखें और उससे भी भयानक खामोशियों के बीच बहरे बने हुए लोगों की शक्लें सबसे कुरुप नज़र आती हैं जब जलाई नहीं जाती आग...
मसि-कागद पर दीपक 'मशाल'
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उत्सवों का आकाश
मातृत्व दिवस -8मई
(जननी महोत्सव)
बच्चो मुझे कुछ कहना है - आज 8 मई को मातृत्व दिवस है और रविवार भी। अपनी प्यारी माँ के साथ खूब जोश के साथ जननी महोत्सव को मना रहे होगे।हाँ याद आया---आज तो तुम्हें उनकी सुख -सुविधा का भी बहुत ध्यान रखना हैं। कुछ स्कूलों में तो कल ही यह दिन मना लिया होगा। यह मातृत्व दिवस केवल भारत में ही नहीं करीब 49 देशों में बड़े ज़ोर -शोर से उत्सव के रूप में मनाया जाता है...
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(मातृ दिवस पर 5 हाइकु)
1.
छोटी-सी परी
माँ का अँचरा थामे
निडर खड़ी !
2.
पराई कन्या
किससे कहे व्यथा
लाचार अम्मा !
3...
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सौन्दर्य तेरा
जब खड़ा सौन्दर्य तेरा, मुस्करा करता इशारे,
कल्पनायें रूप की टिकती नहीं हैं, हार जातीं ।
रूप से तेरे सुनयना, विकल होकर प्राण सारे,
हैं तड़पते, काश अब तो प्यार की बरसात आती...
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मदर्स डे पर विशेष
आज मै तुम्हे याद करूँगा
क्योंकि आज मदर डे है,
आज मै तुमको तोहफे में कुछ दूंगा
क्योकि आज मदर डे है,
आज मै तुमसे समय निकाल कर मिलूँगा
क्योंकि आज मदर डे है,
साल में एक बार ही सही
मै तुम्हारे बारे में सोचूंगा
क्योंकि आज मदर डे है...
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गीत : 43 -
भारी बारिश में धू-धू जल बैठीं ॥
सूखे पत्तों में जैसे झट से आग लग जाए ।
पतला कागज़ तनिक सी देख लौ सुलग जाए ।
मेरी जितनी भी कामनाएँ थीं ,
भारी बारिश में धू-धू जल बैठीं ....
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...मैं यह तो नहीं कहता कि पुरुष बहुत ही सीधे सादे हैं. उनमें भी एक बड़ा तबका है जो नारी के नाजायज फायदे लेना पसंद करता है. किंतु यह किसी को अधिकार नहीं देता कि पूरे पुरुष समाज को ही बदनाम कर दे और नारी के नर के विरुद्ध बेहद अधिकार दे कि वह किसी भी पुरुष पर इल्जाम लगा सके. यह तो वही बात हुई कि हरेक सिख आतंकवादी हो गया और हर मुसलमान तालिबानी हो गया....
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गर्मी के मौसम में गर्म हवा और बढ़े हुए तापमान से लू लगने का खतरा बढ़ जाता है. चिलचिलाती गर्मी में लू से बचने के लिए घरेलू उपाय काफी कारगर साबित होते हैं-
जानिए लू से बचने के घरेलू उपाय -
*तेज धूप से आते ही और ज्यादा पसीना आने पर फौरन ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए.
* गर्मी के दिनों में बार-बार पानी पीते रहना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.
*पानी में नींबू और नमक मिलाकर दिन में दो-तीन बार पीते रहने से लू लगने का खतरा कम रहता है.
*धूप में बाहर जाते वक्त खाली पेट नहीं जाना चाहिए...
जानिए लू से बचने के घरेलू उपाय -
*तेज धूप से आते ही और ज्यादा पसीना आने पर फौरन ठंडा पानी नहीं पीना चाहिए.
* गर्मी के दिनों में बार-बार पानी पीते रहना चाहिए ताकि शरीर में पानी की कमी न हो.
*पानी में नींबू और नमक मिलाकर दिन में दो-तीन बार पीते रहने से लू लगने का खतरा कम रहता है.
*धूप में बाहर जाते वक्त खाली पेट नहीं जाना चाहिए...
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1.
घड़ी की सुईं
चलकर कहती
चलते रहो।
2.
पानी या खून
बूँद-बूँद अमूल्य
जीवन-दाता।
3...
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