नानक नाम चढ़दी कला.....
दोहे-
रविकर
सहो प्रसव-पीड़ा तनिक, पुनर्जन्म के वक्त।
मांगे मोदी धैर्य कुछ, कहाँ मांगता रक्त।।
चौथा खंभा नोचता, खुद को जब खिसियाय।
ब्लैकमेल का धन दिखे, जन गण मन मुस्काय।।
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उत्तराखंड गीत
Manoj Nautiyal
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कोई तो रास्ता होगाजो तुम्हें मंजिल तक ले जाएगा।
haresh Kumar
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भीड़ में सबसे पीछे खड़े का कौन सहारा
गगन शर्मा,
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जिस दिन लाल जवाहर ने था,
जन्म जगत में पाया।
उसका जन्मदिवस भारत में
बाल दिवस कहलाया।।
मोती लाल पिता बैरिस्टर,
माता थी स्वरूप रानी।
छोड़ सभी आराम-ऐश को,
राह चुनी थी बेगानी।।
त्याग वकालत को नेहरू ने,
गांधी का पथ अपनाया।
उसका जन्मदिवस भारत में
बाल दिवस कहलाया...
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आओ कुछ देर बच्चे बन जाएं
१ - मायरा और बॉल २- मायरा का कोकिल गान ३- मायरा का पाउट ४ - म्यूज़िक बजा नाचूंगी ५ - नानी तेरी मोरनी ६ -फिसलपट्टी ७ - पढ़ाई ८ - साड़ी की शौकीन मायरा
Archana Chaoji
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मोदी वाला विमुद्रीकरण
Navin C. Chaturvedi
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नेहरू को बिसराना भी गलत है
pramod joshi
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दोष
Misra Raahul
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कार्टून :- आजा मेरी गाड़ी में बैठ जा
Kajal Kumar
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सुन्दर मंगलवारीय रविकर चर्चा ।
जवाब देंहटाएंअद्यतन लिंकों के साथ बढ़िया चर्चा।
जवाब देंहटाएंआपका आभार आदरणीय रविकर जी।
बहुत सुन्दर चर्चा आज की ! मेरी प्रस्तुति को सम्मिलित कारन के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद एवं आभार रविकर जी ! कुछ समय से रचना के सम्मिलित किये जाने की पूर्व सूचना मुझे नहीं मिल रही है ! यह नीतिगत निर्णय है या किसी तकनीकी समस्या के कारण है कृपया देख लें !
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