फनेरियम गया था... और वहाँ बनाया ये झंडा...
है न मस्तकलंदर.....
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मैं सरस पायस पर
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Friday, June 25, 2010
चुलबुल द्वारा बनाए गए अनूठे चित्रों की झाँकी
आज "सरस पायस" आपको
एक और नन्ही प्रतिभा से मिलवा रहा है!
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स्कूल शुरू ...
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अब हमारी मस्तियो पर थोडा सा विराम लग गया है, क्यों की अब मेरा स्कूल शुरू
हो
गया / पहले दिन से ही मुझे अपना नया स्कूल बहुत अच्छा लगा, ये मेरे पहले
वाले
स्क...
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जू जू वाला नया टी शर्ट
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जू जू को तो आप जानते ही होंगे , वोडाफोन वाला जू जू . मेरी एक नयी टी शर्ट
पर
भी जू जू है . मम्मी ने ये जू जू वाला नया टी शर्ट कमला नगर मार्केट से
खरीदा
है. ...
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बरसात हो रही है : रावेंद्रकुमार रवि का नया बालगीत
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♥♥ बरसात हो रही है! ♥♥
बूँदों की फूलों से बात हो रही है!
बरसात हो रही है!
घटता है उजियारा,
बढ़ता है अँधियारा!
लगता ज्यों धीरे से रात हो रही है!
बरसात हो र...
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हुआ सवेरा ... ... . : सलोनी राजपूत का नया शिशुगीत
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हुआ सवेरा ... ... .
हुआ सवेरा चिड़िया चहकी,
फूल खिल उठे, बगिया महकी!
झूला झूल रहा है बंदर,
चूहा खाए लाल चुकंदर!
फोड़ रही अखरोट गिलहरी,
आसमान में लाली ठहरी!...
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नट्खट कान्हा - 2
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हैलो फ़्रैण्ड्स
मैने पहले आपको कान्हा की एक कहानी सुनाई न । आज कनुआ की एक और कहानी
सुनाऊंगा
।
२. नॊटी ब्वाय
कनुआ बहुत ही नाटी ब्वाय था । वह अपनी मम्...
काबुलीवाला
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जेब में जादू का दीया और बाती
मिन्नी की मटकती आँखें
और काबुलीवाले का जादू...
गलती से बड़ी हुई मिन्नी
काबुलीवाले ने घुमाई छडी
छोटी बन गई मिन्नी
चंदामामा...
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बालकविता को अर्चना चाव जी ने
अपनी आवाज़ भी दे रखी है!
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खुल गया स्कूल...
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गर्मी की छुट्टियाँ ख़त्म. आज से मेरा स्कूल खुल गया. अब घुमाई कम, पढाई की
बातें ज्यादा. वैसे मैंने तो इन दो महीनों में खूब इंजॉय किया. ढेर सारे
आइलैंड्स की ...
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मम्मी ने थी खीर बनाई
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यह बाल कविता हमे अनिल सवेरा जी ने भेजी है, आप के पास भी कोई सुंदर सी बाल
कविता तो तो हमे भेजे, कोई चित्र, या कुछ भी जो बच्चो से समबंधित हो हमे
भेजे,
हम उसे...
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माचिस की तीली जलती कैसे है?
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बच्चो, जब भी हमें कभी कोई चीज जलानी होती है तो अकसर हम माचिस का प्रयोग
करते
हैं। माचिस की डिबिया से हम एक तीली निकालते हैं और उसे माचिस की कम
चौडाई...
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तेरी अदा
मोटी मोटी आँखें
रंग आँखों का काला
नागिन सी जुल्फें काली
घटा सी भारी भारी
लहराती है कमर पर
जब चलती है तू इठलाकर..
रंग आँखों का काला
नागिन सी जुल्फें काली
घटा सी भारी भारी
लहराती है कमर पर
जब चलती है तू इठलाकर..
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बच्चों के ब्लोग्स की बहुत सुन्दर चर्चा....इअतने सुन्दर लिंक्स देने के लिए शास्त्री जी का आभार
ReplyDeletevery comprehensive elaboration of child blogs
ReplyDeletethanx
थैंक्स अंकल :)
ReplyDeleteइस चर्चा की बात ही अलग है ......
ReplyDeleteबहुत ही मेहनत से की गयी सुन्दर चर्चा।
ReplyDeletesunadr charcha...
ReplyDeleteaabhar...
मस्त कलंदर....
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चर्चा|
ReplyDeleteis tarah ki charcha sirf aapke hi blog par hoti hai...aur kahi nahi dekhti hun..
ReplyDeletebahut khushi hoti hai
dhnywaad...
"सरस पायस" से सलोनी राजपूत
ReplyDeleteऔर
"नन्हा मन" से मेरे गीत को
चर्चा में लाने के लिए आभारी हूँ!
बहुत सुंदर जी, धन्यवाद
ReplyDeleteस्कूल प्रारम्भ हो गए है |नई नई यूनीफोर्म में बस्ता
ReplyDeleteउठाए बच्चे बहुत जोश से शाला आ रहे है |पर यह जोश कब तक बरकरार रहेगा सोचने की बात है |आज के चर्चा मंच के लिए चुनी गई रचनाएँ पढ़ने में बहुत आनंद आ रहा है |बधाई
आशा
आज सरे लिंक्स पढ़े...बहुत मजा आया.
ReplyDeleteसुंदर चर्चा.
Aabhar...sare bacchon ko ek sath dekhkar accha laga...
ReplyDeletevery good links sir!
ReplyDeletenice
ReplyDeleteबहुत सुन्दर चर्चा हम बच्चों की. एक जगह ही सभी से मुलाकात हो गई.
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