बहुत अच्छा लगा आज का चचा मंच सजाने का तरीका आपने मुझे चर्चा मंच पढ़ने का चस्का लगा दिया है | नई रचनाएँ सरलता से एक स्थान पर मिल जाती हैं | मुझे उपकृत करने के लिए एक बार पुनः साधुवाद | आशा
अफरीन अफरीन ! और क्या कह सकते है ..........बेहद उम्दा प्रयोग किया है आपने ! चर्चा को एक अलग और अनोखा रूप दे दिया ! बहुत बहुत बधाइयाँ ! मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार !
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बहुत अच्छा लगा आज का चचा मंच सजाने का तरीका
जवाब देंहटाएंआपने मुझे चर्चा मंच पढ़ने का चस्का लगा दिया है |
नई रचनाएँ सरलता से एक स्थान पर मिल जाती हैं |
मुझे उपकृत करने के लिए एक बार पुनः साधुवाद |
आशा
are ye to sabse acchi baat ho gayi ..na heeng lage na fitkari rang aaye chokha..
जवाब देंहटाएंaapki baat hi niraali hai..
bahut sundar..
ढ़ूंढ के लिंक चटका रहे हैं..:) नया प्रयोग.
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रयोग....बिना चर्चा के सुन्दर चर्चा
जवाब देंहटाएंअरे ! यहाँ तो चित्रों के साथ शब्दों पर भी लिंक लगे हैं....बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंअफरीन अफरीन !
जवाब देंहटाएंऔर क्या कह सकते है ..........बेहद उम्दा प्रयोग किया है आपने ! चर्चा को एक अलग और अनोखा रूप दे दिया ! बहुत बहुत बधाइयाँ !
मेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आपका बहुत बहुत आभार !
वाह्! बहुत खूब्!
जवाब देंहटाएंआज तो हमारी भी लाटरी निकल आई :)
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जवाब देंहटाएंबेहतरीन! नायाब!! शुभानअल्लाह!!!
जवाब देंहटाएंवह जी वह जबर्दस्त्त प्रयोग है ये तो :)
जवाब देंहटाएंnew style but good
जवाब देंहटाएंउम्दा प्रयोग किया है आपने ...
जवाब देंहटाएंअभिनव!
जवाब देंहटाएंnaya prayog bahut acchha laga. is bahane log har link ek baar open to karege hi.
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया चर्चा बस गिला है तो इतना कि हम इन्तजार करते रह गए ...
जवाब देंहटाएंअरे सुनील दत्त जी नाराज काहे होते हैं!
जवाब देंहटाएंआपकी पोस्ट का लिंक तो यहाँ है ना-
"उनके चित्रों से-"