आज शनिवार को मुझे चर्चा मंच सजाना है। पहली बार ये दायित्व मिला... कहां से शुरू करूँ... कैसे करूँ.... कुछ समझ नहीं आ रहा......
अचानक नजर पडती है, रास्ते में पडे पत्थर पर। इससे बेहतर कुछ नहीं लगा मुझे और शुरू कर दी मैंने चर्चा।
उदासी क्या होती है... सबको मालूम है, क्या आप जानते हैं, सफेद उदासी
क्या होती है?
जमाना इंटरनेट का, इ मेल का है पर, खत को खत ही रहने दो
ठंड के इस मौसम में गर्मी का अहसास लिए प्रेम याचना,
तुम्हारे लिए लिखा एक गीत आयोजन
सच्चा प्रेम किसका पढिए राधा बोली मीरा से
मन है भटकता कोई वर्जना नहीं
दोहों में जीवन दर्शन निज मन के उद्धार
चांद की सहेली बता रही हैं दिसम्बर की विशेषताएं
क्या आप जानते हैं उसका दर्द उसके प्यार से भी मीठा होता है
क्या हो जब आए उसका अहसास
चलिए आज हंसकर बिखर जाओ फिजाओं में
दुआ करें, आलमताब भारत की
जीना मरना हो सार्थक, जीते जी हम क्यूं(?) रोज मरते हैं
इंतजार कीजिए, लिख रही हूं एक गजल मैं
भावुक कर देगी एक त्रासदी भरी याद
अब कुछ गद्य रचना की चर्चा भी कर ली जाए।
सबसे पहले इनकी सुनिए जो मांग रहे हैं मदद प्लीज हेल्प मी
मौत हो गई है सस्ती। सवाल बडा है, बच सकती थी इनकी जान
सहानुभूति पर डॉ मोनिका का सवाल
ब्लाग जगत में एक सार्थक पहल आईए इसमें योगदान दें
दोहरी बधाई का अवसर लेकर आए हैं सत्यम शिवम
रसूखदारों की सूची पर सवाल खडा कर रही हैं स्वधा शर्मा
फिल्मों में हीरो और हिरोईनों के भेदभाव पर बोल रही हैं बचकुचनी
कर्मरत जीवन जीना सीखिए बोलते विचार में
बडा सवाल खडा हो रहा है, भगवान कौन...???
महिलाएं क्या क्या नहीं कर रही हैं, पढिए यहां बस्तर समाचार
हजारों गानें सुनने का रास्ता मिलेगा यहां
सरकारी संवेदना की बानगी देखिए, माथे पर लिख दिया दत्तक बालिका
आखिर में पढिए आज का सद् विचार
चर्चा अनवरत जारी रहेगी पर आज के लिए बस इतना ही.............
अचानक नजर पडती है, रास्ते में पडे पत्थर पर। इससे बेहतर कुछ नहीं लगा मुझे और शुरू कर दी मैंने चर्चा।
उदासी क्या होती है... सबको मालूम है, क्या आप जानते हैं, सफेद उदासी
क्या होती है?
जमाना इंटरनेट का, इ मेल का है पर, खत को खत ही रहने दो
ठंड के इस मौसम में गर्मी का अहसास लिए प्रेम याचना,
तुम्हारे लिए लिखा एक गीत आयोजन
सच्चा प्रेम किसका पढिए राधा बोली मीरा से
मन है भटकता कोई वर्जना नहीं
दोहों में जीवन दर्शन निज मन के उद्धार
चांद की सहेली बता रही हैं दिसम्बर की विशेषताएं
क्या आप जानते हैं उसका दर्द उसके प्यार से भी मीठा होता है
क्या हो जब आए उसका अहसास
चलिए आज हंसकर बिखर जाओ फिजाओं में
दुआ करें, आलमताब भारत की
जीना मरना हो सार्थक, जीते जी हम क्यूं(?) रोज मरते हैं
इंतजार कीजिए, लिख रही हूं एक गजल मैं
भावुक कर देगी एक त्रासदी भरी याद
अब कुछ गद्य रचना की चर्चा भी कर ली जाए।
सबसे पहले इनकी सुनिए जो मांग रहे हैं मदद प्लीज हेल्प मी
मौत हो गई है सस्ती। सवाल बडा है, बच सकती थी इनकी जान
सहानुभूति पर डॉ मोनिका का सवाल
ब्लाग जगत में एक सार्थक पहल आईए इसमें योगदान दें
दोहरी बधाई का अवसर लेकर आए हैं सत्यम शिवम
रसूखदारों की सूची पर सवाल खडा कर रही हैं स्वधा शर्मा
फिल्मों में हीरो और हिरोईनों के भेदभाव पर बोल रही हैं बचकुचनी
कर्मरत जीवन जीना सीखिए बोलते विचार में
बडा सवाल खडा हो रहा है, भगवान कौन...???
महिलाएं क्या क्या नहीं कर रही हैं, पढिए यहां बस्तर समाचार
हजारों गानें सुनने का रास्ता मिलेगा यहां
सरकारी संवेदना की बानगी देखिए, माथे पर लिख दिया दत्तक बालिका
आखिर में पढिए आज का सद् विचार
चर्चा अनवरत जारी रहेगी पर आज के लिए बस इतना ही.............
बढ़िया लिनक्स, सधी हुई चर्चा ...आभार
ReplyDeleteअतुल श्रीवास्तव जी!
ReplyDeleteपहली चर्चा में हो धाक जमा दी आपने तो!
शुभकामनाएँ और ढेरों शुभाशीष आपको!
विविध रंगों की बेहद खुबसूरत चर्चा..आभार.
ReplyDeleteशानदार चर्चा से शुरुआत की अतुल जी ने।
ReplyDeleteसुंदर मंच सजाया है, अंदाज का कोई जवाब नहीं।
बहुत बहुत शुभकामनाएं
मुझे स्थान देने के लिए आभार
पहली बार मिले दायित्व को खूबसूरती से सजाया है आपने....बेहतरीन है अंदाज़, शानदार हैं लिंक्स.... आगे से शनिवार का इंतज़ार रहा करेगा...
ReplyDeleteअच्छी चर्चा... सार्थक लिंक्स...
ReplyDeleteकुछ लिंक्स पोस्ट्स तक नहीं जा रहे...
गद्य रचनाओं के लिए पुनः आना होगा...
सादर आभार...
बहुत ही खूबसूरती से सजाया है !
ReplyDeleteबढ़िया पठनीय सूत्र।
ReplyDeletenamaskaar Atul ji...bhut hi sunder charcha ki hai aapne...welldone....thnks to share my link :)
ReplyDeleteअतुल जी !!
ReplyDeleteशानदार चर्चा ||
बहुत बहुत शुभकामनाएं ||
bahut hi sunder charcha
ReplyDeletesukriya
बेहतरीन प्रस्तुति. आभार .
ReplyDeleteअतुल जी ,मुझे अपने चर्चा-मंच पर स्थान दे कर मान-सम्मान देने के लिए बहुत-बहुत आभार !
ReplyDeleteमैंने भी यहाँ से अच्छे अनुभव .और लिंक्स प्राप्त किये |
खुशन और स्वस्थ रहें !
शुभकामनाएँ!
काफी अच्छा लगा
ReplyDeleteअतुल जी आपने बहुत सुंदर लिनक्स से चर्चा-मंच सजाया है /सरे लिनक्स ही एक से बढ़कर एक हैं /बहुत बहुत बधाई आपको /
ReplyDeletepahali charcha bahut achhi lagi..
ReplyDeletebadiya links ke saath badiya charcha ke saath hi meri post shamil karne hetu aabhar....
अच्छी चर्चा..
ReplyDeleteबहुत ही अच्छे लिंक्स का संयोजन ..आभार ।
ReplyDeleteपहली चर्चा शानदार रही…………सुन्दर लिंक संयोजन्।
ReplyDeleteअच्छी चर्चा..बहुत ही अच्छे लिंक्स आभार
ReplyDeleteरोचक चर्चा... सुंदर लिंक्स...शुभकामनाएं !
ReplyDeleteबड़ी सधी चर्चा लगता नहीं पहली चर्चा है...स्वागत और बधाई
ReplyDeleteपहली बार चर्चाओं का हिस्सा बनकर बहुत खुशी हुई। आपकी प्रस्तुति काफ़ी रोचक, स्वस्थ और मज़ेदार रही॥ आप बधाई के पात्र है।
ReplyDeleteमुझे स्थान देने के लिए दिल से शुक्रिया
sukhad anubhuti ke lye aabhar
ReplyDeleteआभार आप सबका।
ReplyDeleteमै परीक्षा के व्यस्तता के कारण ब्लॉग तथा घर दोनों से दूर थी ,अथ माफ़ी चाहूंगी ब्लॉग साथियों से और ब्लॉग से दूर रहने की आपसबके टिप्णियों की कोई जवाब भी नहीं दे पाने का खेद है.......
ReplyDeleteअतुल जी मेरे रचना को शामिल करने के लिए मेरा हार्दिक आभार.......पर मै परीक्षा में व्यस्त रही चर्चा मंच तक नहीं आ सकी खेद है .....
ReplyDeleteसुन्दर चर्चा , पठनीय लिक्स ...
ReplyDeleteआभार