प्यार, मोहब्बत, जज्बात इंसान को इंसान बनाते हैं और इनके बगैर हम इंसान होकर भी इंसान नहीं रह पाते। आप सबने सुना होगा ये गीत, बेशक मंदिर मस्जिद तोड़ो, बुल्ले शाह ये कहता, पर प्यार भरा दिल कभी ना तोड़ो, जिस दिल में दिलबर रहता... अब इस गीत को लेकर आए हैं खुशदीप सहगल जी। पढिए, बुल्ला कि जाणां मैं कौन...
जब एक इंसान के बच्चे से ज्यादा तवज्जो मिलती है किसी जानवर को तो जुबान से अनायास ही निकल जाता है, काश
कि ऐसा होता..... आखिर क्यों एक अदद रोटी के लिए इस तरह का भटकाव होता।
अब कुछ लिंक सीधे सीधे आप तक......
मिलिए इस घर के शौहर से
वक्त का सितम देखिए खारे पानी में
ये हैं स्वप्नों की राजकुमारी इनका अंदाज अलग जीने का
दस मुक्तकों में देखिए भावों की वर्षा
जीवन के उतार चढाव को बताती स्वप्न से वास्तविकता तक का सफर
लेकर आई हैं मन में एक साध
ठंड के मौसम और मन के विचारों पर क्षणिकाएं
न जाने क्यों उदास हैं हंसने की आदत थी हमारी
छोटा सा है पर सटीक है हकीकत ए शबाब
अपने हिस्से का मांग रही ये छांव
तन्हा जरूर हैं पर है साथ का अहसास
ये बातें मुझे और भी ज्यादा --- प्यार करना सिखा जाते है ....
बात मैंने शुरू की थी इंसानों से..... इंसान अपने फायदे के लिए क्या-क्या नहीं करते, जानिए अपनों का शिकार एक बेजुबान
और जानिए यह स्तर है भारतीय पुलिस सेवा का
और जानिए देवारी मंत्र
आज फिर बोलना और लिखना सीखिए बोलते शब्द से
पर यह भी बताते जाईए हंगामा है क्यूँ बरपा
चलते चलते सुनिए एक गीत........
..... आखिर में आज का सदविचार
अब अलविदा इस वादे के साथ कि फिर मुलाकात होगी अगले शनिवार को। वैसे चर्चा का दौर तो हर दिन जारी रहेगा पर शनिवार तक के लिए विदा दीजिए अतुल श्रीवास्तव को
जब एक इंसान के बच्चे से ज्यादा तवज्जो मिलती है किसी जानवर को तो जुबान से अनायास ही निकल जाता है, काश
कि ऐसा होता..... आखिर क्यों एक अदद रोटी के लिए इस तरह का भटकाव होता।
अब कुछ लिंक सीधे सीधे आप तक......
मिलिए इस घर के शौहर से
वक्त का सितम देखिए खारे पानी में
ये हैं स्वप्नों की राजकुमारी इनका अंदाज अलग जीने का
दस मुक्तकों में देखिए भावों की वर्षा
जीवन के उतार चढाव को बताती स्वप्न से वास्तविकता तक का सफर
लेकर आई हैं मन में एक साध
ठंड के मौसम और मन के विचारों पर क्षणिकाएं
न जाने क्यों उदास हैं हंसने की आदत थी हमारी
छोटा सा है पर सटीक है हकीकत ए शबाब
अपने हिस्से का मांग रही ये छांव
तन्हा जरूर हैं पर है साथ का अहसास
ये बातें मुझे और भी ज्यादा --- प्यार करना सिखा जाते है ....
बात मैंने शुरू की थी इंसानों से..... इंसान अपने फायदे के लिए क्या-क्या नहीं करते, जानिए अपनों का शिकार एक बेजुबान
और जानिए यह स्तर है भारतीय पुलिस सेवा का
और जानिए देवारी मंत्र
आज फिर बोलना और लिखना सीखिए बोलते शब्द से
पर यह भी बताते जाईए हंगामा है क्यूँ बरपा
चलते चलते सुनिए एक गीत........
..... आखिर में आज का सदविचार
अब अलविदा इस वादे के साथ कि फिर मुलाकात होगी अगले शनिवार को। वैसे चर्चा का दौर तो हर दिन जारी रहेगा पर शनिवार तक के लिए विदा दीजिए अतुल श्रीवास्तव को
चर्चामंच यूँ ही चर्चित रहे सदा!
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएं!
हंगामा तो आपकी चर्चाओं के कारण मचता है।
जवाब देंहटाएं------
आपका हार्दिक स्वागत है..
डॉ0 अरविंद मिश्र के ब्लॉगों की दुनिया...
बहुत सी लिंक्स |चर्चा का सुन्दर अंदाज बहुत अच्छा लगता है |
जवाब देंहटाएंआपको और सभी ब्लोगर्स को क्रिसमस के शुभ अवसर पर हार्दिक शुभ कामनाएं |
मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार |
आशा
'देवारी मंत्र' पोस्ट की चर्चा हेतु धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंजाता तो नहीं डाला, चोरी तो नहीं की है।
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक्स के साथ सजी संतुलित चर्चा के लिये बधाई अतुल जी ! 'उन्मना' से मेरी माँ की रचना 'साध' के चयन के लिये आभार !
जवाब देंहटाएंबहुत शानदार चर्चा
जवाब देंहटाएंशानदार चर्चा के लिये आभार अतुल जी !
जवाब देंहटाएंसुघड़ संयमित सुविचार देती बहुत अच्छी चर्चा ...!!
जवाब देंहटाएंआभार.
धन्यवाद..! -from kalamdaan.blogspot.com
जवाब देंहटाएंबहुत ही अच्छी चर्चा जिसमें मेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार ।
जवाब देंहटाएंbahut badiya santulit charcha prastuti hetu aabhar!
जवाब देंहटाएंमेरी रचना को स्थान देने के लिए आभार ....और कुछ नया हटकर लिखने का प्रयाश है जारी
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच ,लेखकों को प्रोत्साहित करने का एक बहुत सुन्दर प्रयास है ..
जवाब देंहटाएंआशा है आप इसी प्रकार हमारा उत्साहवर्धन करते रहेंगे
मेरे ब्लॉग पर आप सभी का स्वागत है..
kalamdaan.blogspot.com
सुन्दर अंदाज,शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंसुंदर लिंक्स, प्रस्तुति का रोचक अंदाज़...आभार
जवाब देंहटाएंबढ़िया लिंक्स और उम्दा चर्चा अतुल जी .
जवाब देंहटाएंधन्यवाद.. हार्दिक आभारी हूँ..!!
जवाब देंहटाएंचर्चा मंच पर सार्थक चर्चा के लिये आभार,
जवाब देंहटाएंसारे लिंक्स हैं शानदार,
बोलते शब्द की चर्चा के लिये धन्यवाद।
aaj charchaa manch ke links badhiyaa lage
जवाब देंहटाएंसमृद्ध कलमकारों की सशक्त रचनाएँ पढ़ने को मिलीं ,ढेरों बधाईयाँ जी ....
जवाब देंहटाएंआभार आप सबका।
जवाब देंहटाएंमंच पर आना हमेशा अच्छा लगता है।
जवाब देंहटाएंचर्चा से चर्चित होते ब्लाग्स .
जवाब देंहटाएंbahut hi acche links sajaye hai apne...
जवाब देंहटाएंmere blog ko charcha manch par jagah dene ke liye dil se aabhar. nav varsh mangalmay ho!
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