आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
भारतीय फिल्म जगत ने अपना पहला सुपर स्टार खो दिया है । बाबू मोशाय को चर्चा मंच परिवार की ओर से श्रद्धासुमन
अब चलते हैं चर्चा की ओर
***
ये भारत है मेरे दोस्त
***
एक ब्लाग सबका
***
हिंदी हाइगा
बाबू मोशाय यहाँ भी
***
उच्चारण
वह चला गया
***
चाँद पुखराज का
याद
***
हिंदू-हिंदी-हिंदुस्थान
भारत के सम्राट
***
हिंदी हाइगा
बाबू मोशाय यहाँ भी
***
उच्चारण
वह चला गया
***
चाँद पुखराज का
याद
***
हिंदू-हिंदी-हिंदुस्थान
भारत के सम्राट
***
ज्ञान दर्पण
आधा सच
***
साहित्य सुरभि
युवा पहल
***
मोहब्बतनामा
कंप्यूटर ज्ञान
***
यूनीक ब्लाग
अंत में है
***
आज की चर्चा नें बस इतना ही
धन्यवाद
***
दिलबाग विर्क :
जवाब देंहटाएंसुंदर शांत लेकिन गहरा मंच सजाया है
फिर भी बहुत निखर कर आया है
मेरा दिल शुक्रगुजार है आपका
एक दिल लाकर मेरा भी आपने दिखाया है !!
़़़़़़़
बेहतरीन !
़़़़़़
मुझे लग रहा था
बस मेरा खोया है
अच्छा तो तेरा
भी खोया है
पता नहीं किस
किस का खोया है
लेकिन खो गया है
गाँव कस्बा और शहर
किसे पड़ी है लेकिन
क्योंकि अभी तक
ना तो अखबार में
ये खबर आई है
ना ही किसी ने
थाने में कोई
एफ आई आर
ही कराई है !!
महानायक राजेश खन्ना जी को विनम्र श्रद्धांजलि.......
हटाएंदिनेश की दिल्लगी
जवाब देंहटाएंलाजवाब लिखते हैं जनाब रविकर !!
टूट-फूट को जोड़ते, लगा गाँठ पर गाँठ ।
रहा अनवरत कर्मरत, पहर आठ के आठ |
दिल दिख रहा है आज
दिनेश की दिल्लगी में
वो भी दो पीस में
टूट फूट है जोड़ है
फेविकोल है और है गाँठ !!
सुन्दर छन्दों से रहे, रविकर जी टिपियाय।
हटाएंपाकर मोहक कुण्डली, पोस्ट धन्य हो जाय।।
बेचैन आत्मा
जवाब देंहटाएंआ गया सावन
बहुत सुंदर सुंदर फोटो खींच के आये हैं
पाण्डेय जी धान की रोपती दिखाये हैं
मदार की खिलती कलियों से कुछ
बातें वाते भी शायद कर के आये हैं ।
त्रिवेणी
जवाब देंहटाएंऋतु मुस्काई - बना चोका
डॉ0 मिथिलेश दीक्षित
बहुत सुंदर चोका नहीं
चौका लगाया है
सावन की पुलक
को आज के आज
सीमारेखा के बाहर
झूमते हुऎ पहुँचाया है !!
याद सभी करते तुम्हें, ओ बाबू मोशाय।
हटाएंछोड़ दिया इस लोक को, स्वर्ग लिया है पाय।।
उल्लूक टाईम
जवाब देंहटाएंसमय और दिल
आभार है आपका
लाकर दिखाने के लिये
दिल भी मेरे आसपास के
गाँव ही हो गये हैं
कुछ खो गये हैं
और कुछ बहुत ही
बावरे भी हो गये हैं !!!
यूनीक ब्लाग
जवाब देंहटाएंमहत्वपूर्ण पोस्ट
वाकई बहुत कुछ है और यूनीक है !
उल्लूक टाईम
जवाब देंहटाएंसमय और दिल --
जिगरा वाले आज कल, बड़े कलेजे-दार ।
दिल छोटा सा कल लिए, घूमे हम बेकार ।
घूमे हम बेकार, चरण चौथे में जाएँ ।
बिकता देखें प्यार, लौट के चौथी आये ।
रविकर रो दिन चार, हार कर कविता रचते ।
किन्तु आज का प्यार, देख सिर चढ़ कर नचते ।।
चौथे में गये हो
हटाएंलेकिन वैसे नहीं हो
हमें सब पता है
रविकर भी दिल
रखता है !!
दिल उसका ही नाम है, जिसमें हों अरमान।
हटाएंदिल से होती सुमन की, दुनिया में पहचान।।
कंप्यूटर ज्ञान
जवाब देंहटाएंबुलवाइए अपने कंप्यूटर से
अपने कंप्यूटर से बुलवाने की ट्रिक।
आदमी का लिखना बोलना
सुनने के लिये
कोई कहाँ आ रहा है
ये लीजिये इस
ब्लाग का ब्लागर
कंप्यूटर को बुलवा रहा है !!!
सुधीनामा
जवाब देंहटाएंआखिर कब
बेहतरीन अभिव्यक्ति !
बेचैन आत्मा
जवाब देंहटाएंआ गया सावन
ज्यामिति का यह पाठ है, या खेलों का ट्रैक ।
पथ मैराथन रेस का, एक वर्ष का पैक ।
एक वर्ष का पैक, स्वेद-जल से यह लथ-पथ ।
बड़े खड़े वे पेड़, देखते अपना स्वारथ ।
भाग-दौड़ का खेल, लड़े कुदरत से कुश्ती ।
तब पावें भरपेट, करें थोड़ी सी मस्ती ।।
हरियाली ने भर दिये, सावन में सब रंग।
हटाएंधान लगाये खेत में, हमने मिलकर संग।।
मोहब्बतनामा
जवाब देंहटाएंये बेरुखी कब तक
सबकुछ छोड़ देगा आमिर
मोहब्बत नहीं छोड़ सकता है
ना मोहब्बतनामा !!
धन्यवाद आमिर।
हटाएंआप हो
हरफन में माहिर।।
बहुत सुन्दर लिंक्स और चर्चा बधाई दिलबाग जी
जवाब देंहटाएंयुवा पहल
जवाब देंहटाएंगुवाहाटी कांड
और एक यह शहीद भी-
श्रद्धांजलि ||
करे सुरक्षित नारि दो, लुटा जाय जो जान ।
ऐ करीम टाटानगर, झारखण्ड की शान ।
झारखण्ड की शान, पीटते नारी गुंडे ।
कर करीम प्रतिरोध, हटाता वह मुस्टंडे ।
बची नारिया किन्तु, उसे चाक़ू से गोदा ।
होता आज शहीद, उजड़ अब गया घरौंदा ।।
युवा पहल
जवाब देंहटाएंगुवाहाटी कांड
इंतहा है !
आईना अब कोई कहाँ देखता है
वहशी वैसे भी कुछ कहाँ देखता है !
मोहब्बतनामा
जवाब देंहटाएंये बेरुखी कब तक
छोड़कर चलते बने तुम, किस ठिकाने पर टिकोगी |
गम बेंचता आऊं उधर ही, दे गए जो मुझे मन भर |
दाल रोटी लूँ कमा मैं , याद में तेरी मरुँ न --
पाव भर बेचूं तुझे भी, चख के करना याद रविकर ||
मुबब्बत अमर है, अमर ही रहेगी।
हटाएंहकीकत तो इक दिन कहानी बनेगी।।
एक ब्लाग सबका
जवाब देंहटाएंबाबू मोशाय
काका का वो कहकहा, कथ्यों का आनंद ।
वर्षों से पड़ता रहा, मंद मंद अब बंद ।
मंद मंद अब बंद, सुपर-स्टार बुलवाये ।
तारा मंडल बड़ा, गगन पर प्रभु जी लाये ।
चमकोगे अनवरत, दिखोगे छैला बांका ।
खूब करो आनंद, प्रेम नगरी में काका ।।
उन्नयन
जवाब देंहटाएंमुहब्बत में हम थे
नसीहत में हम थे ,
सियासत में तुम थे -
हुयी भूल हमसे ,
मुहब्बत में हम थे -
उदयवीर जी का जवाब नहीं बहुत सुंदर !!
उन्नयन
जवाब देंहटाएंमुहब्बत में हम थे
बहुत सुन्दर प्रस्तुति |
समझ समझ की बात है-
चलो ऐसा ही सही-
हसरत का सावन
बरसता रहा ,
पेंग , झूलों को देकर
खड़े , दूर हम थे-
हसरत का सावन, हरा ही हरा है।
हटाएंमुहब्बत का इसमें, समन्दर भरा है।।
अनुपमा सुकीर्ति
जवाब देंहटाएंजड से चेतन
वो आकर खुद भिगाने लगे
फुहारों में अगर आने लगे!
बहुत सुंदर !
डा. जोगा सिंह
जवाब देंहटाएंमोटे होते बच्चे
अति किसी भी चीज की ठीक नहीं !
सुंदर आलेख !
ज्ञान दर्पण
जवाब देंहटाएंबेईमान एयरटेल---- ऐसा ही होता है जी
सभी पूँछों का यही हाल है कोई भी टेल देख लीजिये !!
अरे हमारे तो सब पैसे खा जाता है।
हटाएंआज ही इसका नम्बर दूसरी मोबाइल कम्पनी में कन्वर्ट करवाने जा रहा हूँ।
हिंदू-हिंदी-हिंदुस्थान
जवाब देंहटाएंभारत के सम्राट
गुप्ता जी आज दूसरे रास्ते आये हैं
बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारियाँ समेट के लाये हैं !
संचित करके आँकड़े, दर्पण दिया दिखाय।
हटाएंकितने थे सम्राट ये, हमको दिया बताय।।
चाँद पुखराज का
जवाब देंहटाएंयाद
अच्छे हैं एक जमाना गुजर गया इन गीतों का भी अभी भी वो ही तासीर है !
लोग चले जाते कहाँ, रह जाती हैं याद।
हटाएंअमर नाम होता यहाँ, मर जाने के बाद।।
उच्चारण
जवाब देंहटाएंवह चला गया
सुंदर शब्दों में श्रद्धांजलि हीरो को !
हिंदी हाइगा
जवाब देंहटाएंबाबू मोशाय यहाँ भी
सुंदर हाईगा में
श्रद्धांजलि !
एक ब्लाग सबका
जवाब देंहटाएंबाबू मोशाय
श्रद्धांजलि !!!
जो आये वो जायेंगे, दुनिया की है रीत।
जवाब देंहटाएंजाने के पश्चात ही, दुख देती है प्रीत।।
जीवन तो इक सफर है, इसमें कितने मोड़।
जवाब देंहटाएंचरैवेति के मन्त्र को, कभी न देना छोड़।।
हिन्दी फिल्मिस्तान में, रिक्त हुआ स्थान।
जवाब देंहटाएंसदियों के पश्चात ही, आता व्यक्ति महान।।
और अंत में
जवाब देंहटाएंपहले लिंक
ये भारत है मेरे दोस्त
जिंदगी एक सफर
पर
बस इतना ही कहना है
आना तो सबको याद रहता है
जाने को कहाँ लोग याद रखते हैं
इस लिये जाते हुऎ लोग दुख: देते हैं!!!
दिलबाग जी का आभार सुंदर लिंक्स लाकर सजाने के लिये !
बहुत बढ़िया लिंक्स
जवाब देंहटाएंसार्थक चर्चा प्रस्तुति
आभार!
साहित्य सुरभि-
जवाब देंहटाएंगाँवों की गलियाँ, चौबारे,
याद बहुत आते हैं।
कच्चे-घर और ठाकुरद्वारे,
याद बहुत आते हैं।।
छोड़ा गाँव, शहर में आया,
आलीशान भवन बनवाया।
मिली नही शीतल सी छाया,
नाहक ही सुख-चैन गँवाया।
बूढ़ा बरगद, काका-अंगद,
याद बहुत आते हैं।।
अपनापन बन गया बनावट,
रिश्तेदारी टूट रहीं हैं।
प्रेम-प्रीत बन गयी दिखावट,
नातेदारी छूट रहीं हैं।
गौरी गइया, मिट्ठू भइया,
याद बहुत आते हैं।।
भोर हुई, चिड़ियाँ भी बोलीं,
किन्तु शहर अब भी अलसाया।
शीतल जल के बदले कर में,
गर्म चाय का प्याला आया।
खेत-अखाड़े, हरे सिंघाड़े,
याद बहुत आते हैं।।
चूल्हा-चक्की, रोटी-मक्की,
कब का नाता तोड़ चुके हैं।
मटकी में का ठण्डा पानी,
सब ही पीना छोड़ चुके हैं।
नदिया-नाले, संगी-ग्वाले,
याद बहुत आते हैं।।
घूँघट में से नयी बहू का,
पुलकित हो शरमाना।
सास-ससुर को खाना खाने,
को आवाज लगाना।
हँसी-ठिठोली, फागुन-होली,
याद बहुत आते हैं।।
सुन्दर सूत्रों से सजी चर्चा...
जवाब देंहटाएंये भारत है मेरे दोस्त
जवाब देंहटाएंजिंदगी एक सफर आज हर किसी का है जारी ,
क्या पता कब कहाँ और किसकी जाने की बारी.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
एक ब्लाग सबका
जवाब देंहटाएंबाबू मोशाय
एक ब्लाग सबका में लिखी बाबु मोशाय की जीवनी ,
आप भी श्रधान्जली अर्पित कीजिये पढ़कर उनकी जीवनी.
कल बाबु मोशाय कह गये इस दुनिया को अलविदा ,
70 ,80 के दौर में जिन पर था हर एक फ़िदा.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
ज्ञान दर्पण
जवाब देंहटाएंबेईमान एयरटेल---- ऐसा ही होता है जी
एयरटेल वालों पे निकाली रतन जी ने भड़ास ,
ताऊ गिरी में उनको सुनाई अपने दिल की बात.
एयरटेल वालों ने पढ़ी ज्ञान दर्पण की पोस्ट ,
बेईमानी की बात पढ़कर उनके उड़ गये होश.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
आभार दिलबाग जी ...मेरी कविता आज की चर्चा मे शामिल की ...!!बहुत बढ़िया लिंक्स..! बस सुकीर्ती को सुकृति कर दीजिये प्लीज़.
जवाब देंहटाएंमहानायक राजेश खन्ना को श्रद्धांजलि....!!
पुन: आभार.
डा. जोगा सिंह
जवाब देंहटाएंमोटे होते बच्चे
जोगा सिंह को फ़िक्र है बच्चे मोटे होते जा रहे हैं ,
जो भी हाथ में आया उसको खाते जा रहे हैं.
माता पिता को रखना चाहिए बच्चों का ख़याल ,
ज्यादा खाना होता है पेट के लिए वबाल.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
देते हैं नवज्योत जी, कम्प्यूटर का ज्ञान।
जवाब देंहटाएंरोज-रोज हमको यहाँ, सिखा रहे विज्ञान।।
अंत में है
जवाब देंहटाएंदिनेश की दिल्लगी
दिनेश जी की दिल्लगी हर किसी को भाय ,
पढने को पाठक यहाँ दौड़ा आता जाये.
दिल्लगी तो नाम है बस दिल को छु जाएगी ,
इनकी बातें आपके के भी दिल को भा जाएगी.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
सुधिनामा..
जवाब देंहटाएंसबला नारी हो रहीं, इतनी क्यों लाचार।
नारी से होता श्रजन, सारा ही संसार।।
युवापहल
जवाब देंहटाएंमुखौटों की ये दुनिया है,
मुखौटे ही मुखौटे हैं।
शरीफों के सपोले तो,
सभी बदजात खोटे हैं।।
चाँद पुखराज का
जवाब देंहटाएंयाद
चाँद पुखराज ने भी किया राजेश खन्ना को याद ,
सदियाँ याद करेंगी काका को इनके जाने के बाद.
काका का प्रशंशक वर्ग बड़ा है आज उदास ,
हर एक को याद आ रहा है उनका रोमेंटिक अंदाज़.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
आज की चर्चा का विषय रहे बाबु मोशाय ,
जवाब देंहटाएंकई ब्लोगर्स उनको देने श्रधान्जली को आये ,
दिलबाग़ का ये अंदाज चर्चा मंच सजा गया ,
जो भी आया काका को श्रधा सुमन चढ़ा गया.
मोहब्बत नामा
मास्टर्स टेक टिप्स
राजेश खन्ना जी को विनम्र श्रधांजलि.
जवाब देंहटाएंराजेश खन्ना जी को मेरी ओर से भी श्रद्धासुमन ...सुन्दर चर्चा..
जवाब देंहटाएंअच्छी चर्चा दिलबाग जी , लेकिन एक बात कहना चाहूँगा कि वैसे तो गलत इसमें भी कुछ नहीं है लेकिन अगर आप " बाबू मोशाय " की जगह उन्हें " आनंद बाबू " शब्द इस्तेमाल करते तो ज्यादा बेहतर रहता क्योंकि बाबू मोशाय तो राजेश खन्ना जी स्वयम अमिताभ बच्चन के लिए इस्तेमाल करते थे !
जवाब देंहटाएंभारतीय फिल्म जगत के प्रथम सुपर स्टार राजेश खन्ना को भावभीनी श्रद्धांजलि ! उनके निधन ने उनके असंख्य फैन्स को निश्चित रूप से आज बहुत दुखी और विचलित किया है ! ईश्वर उनको अपने ह्रदय में स्थान दें यही कामना है ! आज की चर्चा में आपने मेरी रचना को स्थान दिया उसके लिए आभारी हूँ !
जवाब देंहटाएंआज की चर्चा का शीर्षक 'अलविदा बाबू मोशाय ' के स्थान पर 'अलविदा आनंद ' कर देंगे तो उचित होगा ! ' आनंद ' फिल्म में 'बाबू मोशाय' नाम अमिताभ के किरदार के लिए प्रयुक्त किया गया था ! ईश्वर से कामना है वे उन्हें दीर्घायु का आशीर्वाद दें !
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स ... आभार
जवाब देंहटाएंखूब ही बढ़िया सजाई चर्चा आपने मोटे होते बच्चे सहित कई पोस्ट ध्यान खींचते हैं ओर काका की याद ...
जवाब देंहटाएंकृपया यहाँ भी पधारें -
जिसने लास वेगास नहीं देखा
जिसने लास वेगास नहीं देखा
रविकर फैजाबादी
नंगों के इस शहर में, नंगों का क्या काम ।
बहु-रुपिया पॉकेट धरो, तभी जमेगी शाम ।
तभी जमेगी शाम, जमी बहुरुपिया लाबी ।
है शबाब निर्बंध, कबाबी विकट शराबी ।
मन्त्र भूल निष्काम, काम-मय जग यह सारा ।
http://kabirakhadabazarmein.blogspot.com/
चल रविकर उड़ चलें, घूम न मारामारा ।।
बहुत सुंदर चर्चा
जवाब देंहटाएंजिन्दगी का सफ़र, है ये कैसा सफ़र...
जवाब देंहटाएंजिन्दगी कैसी है पहेली हाए...,
जिसने कहा.. ''जिन्दगी इक सफर है सुहाना''
उस महान कलाकार को
विनम्र श्रद्धांजलि !!
मेरी रचना शामिल करने के लिए आभार...
राजेश खन्ना जी को विनम्र श्रद्धांजलि...
जवाब देंहटाएंदुनिया ने खो दिया एक महान कलाकार,
जिन्होंने कि फिल्म इंडस्ट्री कि नैय्या पार|
सुपर स्टार राजेश खन्ना को भावभीनी श्रद्धांजलि,,,,,,
जवाब देंहटाएंसाधना जी, गोदियाल जी, की सलाह उचित है,,,,,,