आज की चर्चा में आपका हार्दिक स्वागत है
चर्चा मंच के संचालक आदरणीय रूपचन्द्र शास्त्री मयंक जी ने अपने सुखद वैवाहिक जीवन के 39 वर्ष पूरे कर लिए है उन्हें मुबारिकबाद 40 वीं वर्ष गाँठ पर
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अखबार का डर
इजहारे मुहब्बत
बाद उसके कोई भाता ही नहीं

सृजन यात्रा में निमग्न ऋता शेखर

राम और न्याय

भारतीय इतिहास और अंग्रेज
वो सर्द सी ताज़ी हवा

कोई भूल न हो
भूल गया खेत खलिहान

श्रीनिवास वत्स का बाल उपन्यास

दोहरे मापदंड
मजदूर कभी नींद की गोली नहीं खाते
श्रद्धांजली महेश अनघ जी को
गीर अभ्यारण के शेर
![[25032011127.jpg]](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEjshcjazDW0DTSS3LmV3kDoGI4skl6G1Bd10P0_pQZX9LDxmRDqRUOAQTew_Uq8zkzsPD5-LKSJVLbOIkDDk7rT4QCRWc5BIzs-DH_HvmufO_kr73BJ_XdO0wdiA9C51C4bj86crYE0FfE/s200/25032011127.jpg)
मां तेरा फोन क्यों नहीं आता..?

गुणकारी पपीता

डायलसिस पर देश
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ब्लॉग परिचय - मेरी कलम मेरे जज्बात

व्यथा नेता जी की

उस चोट ने मुझे शायद बडा कर दिया है,

लहरों पर हस्ताक्षर
आज की चर्चा में बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग विर्क
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बहुत सुन्दर आलेख सजाये हैं आज की चर्चा में।
जवाब देंहटाएंचर्चा में बहुत अच्छे लिंक लिए हैं आपने।
जवाब देंहटाएंआभार!
बहुत बढ़िया चर्चा |
जवाब देंहटाएंआभार भाई दिलबाग जी -
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ...आभार!
जवाब देंहटाएंसुन्दर लिंक्स से सजी सार्थक चर्चा
जवाब देंहटाएंबेहतरीन लिंक्स के साथ अनुपम चर्चा
जवाब देंहटाएंदिलबाग सर बेहद रोचक लिंक्स सुन्दर चर्चा आदरणीय शास्त्री सर को 40वीं वर्ष-गांठ पर हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं.
जवाब देंहटाएंबढ़िया है दिलबाग़ जी
जवाब देंहटाएंबढिया चर्चा
जवाब देंहटाएंमुझे यहां जगह देने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया भाई दिलबाग जी
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति. मुझे यहां जगह देने के लिए बहुत बहुत शुक्रिया.
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जवाब देंहटाएंबढ़िया समन्वयन और सेतु चयन कुछ सेतुओं का परिचय भी दें अपने ज़ज्बातों में , अंदाज़ में , तो चर्चा और सार्थक हो जाए .
रोचक लिंक्स.... शास्त्री जी के, 40वीं वर्ष-गांठ पर हार्दिक शुभकामनाएं.,,,
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