आज की चर्चा में आप सबका हार्दिक स्वागत है
बारिश की बूंदों से कभी मौसम सुहाना हो जाता है तो कभी उमस से बुरा हाल , मौसम तो मौसम है मर्जी का मालिक , क्या किया जाए ? कुदरत का कहर तो हम देख ही चुके हैं । खुद को कितना बड़ा समझता है आदमी और वास्तव में कितना छोटा है । बात तो सोचने की है मगर सोचने की फुर्सत किसे है ?
बारिश की बूंदों से कभी मौसम सुहाना हो जाता है तो कभी उमस से बुरा हाल , मौसम तो मौसम है मर्जी का मालिक , क्या किया जाए ? कुदरत का कहर तो हम देख ही चुके हैं । खुद को कितना बड़ा समझता है आदमी और वास्तव में कितना छोटा है । बात तो सोचने की है मगर सोचने की फुर्सत किसे है ?
चलते हैं चर्चा की ओर
गार्गी की कलम से
था लुटेरों का जहां गाव, वहीं रात हुई
खत्म हुआ है प्यार
हे वर्षाजल
अक्षुण रखकर मित्रता, रिश्ते कर मजबूत
था लुटेरों का जहां गाव, वहीं रात हुई
खत्म हुआ है प्यार
हे वर्षाजल
अक्षुण रखकर मित्रता, रिश्ते कर मजबूत
साठ की अम्मा पर घूंघट में डोलती थी
इंतज़ार हाजरी की रजिस्टर की तरह हो गया है
कम्बोडिया हिन्दी सम्मेलन
प्रशासक सभी बहरे हैं .....
हाय पैसा !
आज की चर्चा में बस इतना ही
धन्यवाद
दिलबाग
आगे देखिए..."मयंक का कोना"
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ब्लॉग.हमारीवाणी पर हमारीवाणी
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सिक्का उछाल आया
गलियाँ ख़ुद पे उठा ख़ुद से सवाल कर आया
लिख सच को सच एक नया बवाल कर आया...
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किस्मत की लहरें
बामुश्किल चल पाए थे चार कदम साथ ...
Mera avyakta पर-राम किशोर उपाध्याय
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मुस्काती चंपा ....
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कुछ लोग कह रहे हैं कि कांग्रेसियों के कीड़े पड़ेंगे
लेकिन अलबेला खत्री कहता है नहीं पड़ेंगे
Hasya Kavi Albela Khatri
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सुखी और लम्बी उम्र चाहिए?
लोकसभा और विधानसभाओं के चुनाव लड़िये !
बहनजियों / भाभीजियों ! जी चौंकिए मत, शीर्षक एकदम सही पढ़ा आपने। और ये नहीं कि इस रामबाण औषधि के बारे में आपको पहले से कोई जानकारी न हो....
अंधड़ !परपी.सी.गोदियाल "परचेत"
(7)
कुछ लिंक सृजन मंच ऑनलाइन से...
(अ)
दोहा छंद
(आ)
जो मन की पाती पढ़ें ,तो दुख काहे होय
(इ)
***नीति के दोहे ***
(ई)
हिन्दी छन्द परिचय, मात्रा गणना
(उ)
"समीक्षा पोस्ट"
badiya links or sunder charcha
जवाब देंहटाएंमाउस की बटनों की कुछ ट्रिक्स
भाई दिलबाग विर्क जी आपका बहुत-बहुत आभार!
जवाब देंहटाएं--
सृजन मंच ऑनलाइन में भी योगदानकर्ता के रूप में अपनी सेवाएँ देकर मुझे अनुग्रहीत करें!
--
सादर...!
sundar links ,sabhi acche lage dilbag ji , hame mayank me shamil karne ke liye shashtri ji ka tahe dil se abhar
हटाएंचर्चा में मेरी प्रविष्ठी शामिल करने हेतु आपका आभार शास्त्री जी और दिलबाग विर्क जी का भी आभार !
जवाब देंहटाएंअच्छे सूत्रों से सजी अच्छी चर्चा !!
जवाब देंहटाएंसुन्दर-
जवाब देंहटाएंआदरणीय शास्त्री जी, इस मंच पर मेरी रचना ' किस्मत की लहरें' की चर्चा करने के लिए हार्दिक आभार ,
जवाब देंहटाएंसादर,
रामकिशोर उपाध्याय
शुभ प्रभात
जवाब देंहटाएंआज का अंक मेरी पसंदीदी लिंक्स के साथ
आभार
सादर
कई अच्छे लिंक मिले आज...शुक्रिया...मेरी रचना को स्थान देने के लिए आपका आभार...
जवाब देंहटाएंSARTHAK LINKS .AABHAR
जवाब देंहटाएंविस्तार से दिए हैं सभी लिंक ...
जवाब देंहटाएंशुक्रिया आज मेरी रचना को स्थान देने का ...
बहुत बढ़िया सार्थक चर्चा प्रस्तुति ...आभार
जवाब देंहटाएं