(विशेष)पुत्रीरूपी रत्न की प्राप्तिअरुन शर्मा 'अनन्त'![]()
"लावण्या"
अरुन शर्मा 'अनन्त'
दास्ताँने - दिल (ये दुनिया है दिलवालों की)
मेरी मंगल कामना, चल अब उँगली थाम | कर्तव्यों का पालना, सीधा सा पैगाम | सीधा सा पैगाम, ख्याल रख माँ-बेटी का | रहे स्वस्थ खुशहाल, सीख ले तुरत सलीका | सुता यशस्वी होय, विनय सुन मैया मेरी ||
--------रविकर
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१"प्रकृति / मानव" पे अरुण निगम से रविकर की बहस-
होती पब्लिक दंग, नग्नता देख देख कर- |
Asha Saxena
दुनिया की रंगीनियाँ, ढकती असली रंग |
दिखा रंग असली जहाँ, होती पब्लिक दंग | होती पब्लिक दंग, नग्नता देख देख कर | होती श्रद्धा भंग, करे क्या दीदी रविकर | टेढ़ापन पहचान, नहीं कर पाती गुनिया |
कर जाता वह हानि, ठगी जाती है दुनिया-
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खोज सत्य कीसंगीता स्वरुप ( गीत )
गीत.......मेरी अनुभूतियाँ
तमसाकृत से है घिरा, निश्चय सत्य तमाम | मार तमाचा तमतमा, सत्य ताक ले आम | सत्य ताक ले आम, ख़ास इक बात बताई | तम ही तो है सत्य, समझ में रविकर आई | मनुवा सत्य निकाल, डाल दे थोड़ा घमसा | भरत-सत्य साकार, पार कर जाए तमसा |
SANDEEP PANWAR
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३भक्ति- मार्गीय धुंध
Virendra Kumar Sharma
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४तमाम उम्र का वादा मैं तुम से कैसे करूँ ..........आदिल रशीद तिलहरी
yashoda agrawal
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५शंखनाद की पहली वर्षगाँठ पर सबका हार्दिक आभार !!
पूरण खण्डेलवाल
शंखनाद -
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९मुझे सोने दो ....
Dr (Miss) Sharad Singh
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१०कार्टून :- दिल्ली मेट्रो वालों को तो धेले की अक्ल नहींKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून |
रूपचन्द्र शास्त्री मयंक
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१४संघ भारत में इजरायली आतंक का भारतीय संस्करण है : पूर्व संघ प्रचारक
Yashwant Mathur
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१५भारत का बेटा भारत पर शासन करे
ZEAL
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हम ले दे के चार मन, दिग्गी मम्मी पूत ।
हमले रो के रोक लें, पर कैसे यमदूत ।
पर कैसे यमदूत, नस्ल कुत्ते की इनकी ।
मार काट का पाठ, पढ़े ये कातिल सनकी ।
मन्दिर मस्जिद हाट, पहुँच जाते हैं बम ले ।
पुलिस जोहती बाट, भाग जाते कर हमले ॥
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ये दिल ही जानता है कौन चलता है इन पलकों तले
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नमस्कार रविकर जी!
ReplyDeleteआज की चर्चा में कुछ पोस्टों के लिंक नहीं नजर आ रहे हैं। जबकि सम्पादन में लिंक मौजूद है।
इतना ही नहीं...मेरे द्वारा लगायी गयी तीन पोस्टो के लिंक भी प्रदर्शित नहीं हो रहे हैं।
कृपया देख लें कि कहाँ गड़बड़ है?
मैं 2-3 बार प्रयास कर चुका हूँ लेकिन समस्या हल नहीं हो पा रही है।
सादर!
बहुत बहुत आभार
Deleteआदरणीय शास्त्री जी-
सुबह आई समस्या को ठीक कर देने के लिए सादर आभार-
बढ़िया लिंक्स के साथ सजा
ReplyDeleteआज का चर्चा मंच
रचना अपनी औरउस पर टिप्पणी देख ,
मन हुआ प्रसन्न |
रविकर जी अब चर्चा को ठीक कर दिया है। सभी लिंक दिखाई दे रहे हैं।
ReplyDeleteआप परेशान न हो!
सूचनार्थ!
बहुत बहुत आभार
Deleteआदरणीय शास्त्री जी-
सुबह आई समस्या को ठीक कर देने के लिए सादर आभार-
बहुत सुन्दर चर्चा.....
ReplyDeleteहमारी नज़्म को स्थान देने का शुक्रिया रविकर जी.
सादर
अनु
रोचक व पठनीय सूत्र..
ReplyDeleteबहुत ख़ूब!
ReplyDeleteबहुत ख़ूब!
ReplyDeleteबेहतरीन से बेहतरीन चर्चा सजाता है
ReplyDeleteरविकर खूबसूरत सूत्रों को दिखाता है
मयंक जी का दिल आभारी हो जाता है
उनके कोने में उल्लूक जब दिख जाता है !
अरुण जी के घर पर छोटी सी गुडिया के आगमन पर उन्हें ढेर सारी बधाइयाँ !!
ReplyDeleteसुन्दर सूत्रों से सजी सुन्दर चर्चा !!
सादर आभार !!
सभी लिंक्स एक से बढ़कर एक
ReplyDeleteबढिया चर्चा
सुंदर चर्चा, आभार.
ReplyDeleteरामराम.
सभी लिंक्स एक से बढ़कर एक हैं....
ReplyDeleteरविकर जी, मेरी रचना को शामिल करने के लिए हार्दिक आभार ....
बहुत बढ़िया चर्चा प्रस्तुति ....आभार!
ReplyDeletesabhi sootr sundar hain .meri blog post ko yahan sthan pradan karne hetu shastri ji ka hardik aabhar
ReplyDeleteशुभ संध्या
ReplyDeleteबधाई अरुण को....लक्ष्मी प्राप्ति के लिये
आभार भाई रविकर जी
आज अपरिहार्य कारणों से दिन भर ऑनलाईन नहीं थी
कसर पूरी करूँगी रात तक
सादर
मनीषा अरुण शर्मा को बधाई..........
ReplyDeleteआई घर में लक्ष्मी , पूरी हुई मुराद
शुभ-अवसर पर दे रहा, मन से आशीर्वाद
मन से आशीर्वाद , रूप माँ का है कन्या
रहे स्वस्थ खुशहाल , सदा बिटिया लावण्या
अरुण मनीषा तुम्हें , हमारी बहुत बधाई
पूरी हुई मुराद , लक्ष्मी घर में आई ||
bahut bahut badhiya ..arun ji ko putri ratn ki badhaai bahut bahut
ReplyDeleteरविकर जी बहुत अच्छी चर्चा लिखी है सभी शानदार सूत्र हैं बधाई आपको
ReplyDeleteरोशन करेगा बेटा बस एक ही कुल को
ReplyDeleteदो-दो कुलों की शान बढाती है बेटियाँ,
कोई नहीं है दोस्तों एक दूसरे से कम
हीरा है अगर बेटा तो मोती हैं बेटियाँ,
बहुत सुंदर लिंक्स, अरूण मनीषा जी को हार्दिक बधाईयां.
ReplyDeleteबधाई बधाई बधाई बेहतरीन सेतु चयन संयोजन ,प्रस्तुति और दृष्टि के लिए .
ReplyDeleteबधाई बधाई बधाई बेहतरीन सेतु चयन संयोजन ,प्रस्तुति और दृष्टि के लिए .