मित्रों!,,,आज देखिए...'मयंक' की त्वरित चर्चा...!
आज सुबह 7 बजे तक अरुण शर्मा अनन्त जी की चर्चा नहीं थी।
लेकिन 7:40 पर डार्फ्ट दिखाई दे गया तो उनकी चर्चा भी सम्मिलित है।
आज एक चर्चा में लिंकों का डबल मज़ा लीजिए।
आज सुबह 7 बजे तक अरुण शर्मा अनन्त जी की चर्चा नहीं थी।
लेकिन 7:40 पर डार्फ्ट दिखाई दे गया तो उनकी चर्चा भी सम्मिलित है।
आज एक चर्चा में लिंकों का डबल मज़ा लीजिए।
आज मैं अपनी हर बात पे अड़ूँगा, महफिल में तेरी तुझसे ही लड़ूँगा, जमाने गुजारे हैं मैने बन्दगी में तेरी, शान में तेरी न अब कशीदे पढ़ूँगा...
मेरी धरोहर पर yashoda agrawal
--
मेरी धरोहर पर yashoda agrawal
--
कर्मों का खाता आप स्वभाव वश बारहा किसी का दिल दुखाकर यह नहीं कह सकते -आई एम सोरी .यह व्यवहार परपीड़क का धीरे धीरे आपका स्वभाव ही बन जाता है....कबीरा खडा़ बाज़ार में--
धर्म संगमशुभम् सुहृद मित्रों... दोस्तों माह-ए-रमज़ान चल रहा हैं,मुस्लिम भाइयों का पवित्रत् महीना,धर्म कोई भी हो सभी की मूलशिक्षाएं लगभग वही हैं। अब हम किसी धर्म या संस्कृति को प्रतिष्ठा का विषय मान बैठें तो हमारी अज्ञानता ही तो है। हम 'सत्य' को ही लेलें,तो सभी धर्म सभाषी हैं,हमारा सनातन धर्म कहता है- ''स वै सत्यमेव वदेत् । एतद्धवै देवा''- शतपथ ब्राम्हण...
Nirjhar Times पर Vandana Tiwari
--
Nirjhar Times पर Vandana Tiwari
--
वापस अपने घर...
अरसे बाद खुद के साथ वक़्त बीत रहा है यूँ लगता है जैसे बहुत दूर चलकर आए हैं सदियों बाद वापस अपने घर ! उफ़... कितना कठिन था ...लम्हों का सफ़र--
अरसे बाद खुद के साथ वक़्त बीत रहा है यूँ लगता है जैसे बहुत दूर चलकर आए हैं सदियों बाद वापस अपने घर ! उफ़... कितना कठिन था ...लम्हों का सफ़र--
लिखने से कोई विद्वान नहीं होता है !*सम्पादक जी को* *देखते ही साथ में किसी जगह कहीं मित्र से रहा ही * *नहीं गया बस कह बैठे यूँ ही भाई ये भी तो * *लिख रहे हैं कुछ* *कुछ आजकल* *कुछ कीजिये इन पर कृपा कहीं पीछे पीछे के पृष्ट पर ही सही...
उल्लूक टाईम्स पर सुशील--
--
उल्लूक टाईम्स पर सुशील--
--
कभी वक़्त मिले तो*कभी वक़्त मिले* *तो बैठना * *कहीं एकांत में * *कोलाहल से दूर* *निर्जन और शांत में * *फिर याद करना * *वो एक-एक लम्हा * *जब हम मिले थे * *जीवन की डगर में *
....अंतर्मन की लहरें --
....अंतर्मन की लहरें --
तेरी याद आ गई ...
बरसात आई तो लगा कि बहार आ गई तेरे इन्तजार में बसंत की बहार आ गई, आइना जब भी देखूँ तो लगता है मुझे पीछे से लगा जैसे आप मेरे पास आ गई...
काव्यान्जलि पर धीरेन्द्र सिंह भदौरिया
--
"स्वागतगान-बालकृति-हँसता गाता बचपन से"
बरसात आई तो लगा कि बहार आ गई तेरे इन्तजार में बसंत की बहार आ गई, आइना जब भी देखूँ तो लगता है मुझे पीछे से लगा जैसे आप मेरे पास आ गई...
काव्यान्जलि पर धीरेन्द्र सिंह भदौरिया
--
"स्वागतगान-बालकृति-हँसता गाता बचपन से"
लगभग 28 वर्ष पूर्व मैंने एक स्वागत गीत लिखा था।
इसकी लोक-प्रियता का आभास मुझे तब हुआ,
जब खटीमा ही नही
इसके समीपवर्ती क्षेत्र के विद्यालयों में भी
इसको उत्सवों में गाया जाने लगा।
आप भी देखे-
स्वागतम आपका कर रहा हर सुमन।
आप आये यहाँ आपको शत नमन।।
भक्त को मिल गये देव बिन जाप से,
धन्य शिक्षा-सदन हो गया आपसे,
आपके साथ आया सुगन्धित पवन।
आप आये यहाँ आपको शत नमन।।..
--
ओ! कुर्सी के निर्माता एक कुर्सी हमें भी भिजवा दो
धरणी का संताप देख ..... वरुण हुए करुण... सघन घन में भरा आह्लाद ... ... करुणा सारी बरसा जाने को ... वसुंधरा की हर पीड़ा हर लाने को ... उमड़ घुमड़ ...गरज गरज ... बूंद बूंद ... बरसने को हो रहे आकुल ...
--
--
--
--
--
--
--
"ग़ज़ल-गुनगुनाओ तो सही"
तार की झनकार पर, कुछ गुनगुनाओ तो सही
ज़िन्दगी इक साज है, इसको बजाओ तो सही
गिले-शिकवों का नहीं, देना कोई तोहफा यहाँ
प्यार के सागर में तुम, गोता लगाओ तो सही
दिल है नाज़ुक सा खिलौना, तोड़ मत देना इसे
प्यार के अन्दाज़ से, तुम पेश आओ तो सही..
--
--
आज की त्वरित चर्चा में बस इतना ही...!
आपका रविवार मंगलमय हो...!
"जय माता दी" अरुन की ओर से आप सबको सादर प्रणाम. आज देर से उपस्थित होने के कारण क्षमा प्रार्थी हूँ, बिना विलम्ब किये चलते हैं आप सभी के चुने हुए प्यारे लिंक्स पर.
| ||
रश्मि शर्मा
| ||
शकुन्तला शर्मा
| ||
ताऊ रामपुरिया
| ||
सुशील
| ||
Anupama Tripathi
| ||
Dr. Sarika Mukesh
| ||
अरुणा
| ||
आशा जोगळेकर
| ||
| ||
Manish Mishra
| ||
Priyankaabhilaashi
| ||
रविकर
| ||
Sunita Agarwal
| ||
Vijay Kumar Sappatti
| ||
Virendra Kumar Sharma
| ||
Anju (Anu) Chaudhary
| ||
इसी के साथ आप सबको शुभविदा मिलते हैं रविवार को. आप सब चर्चामंच पर गुरुजनों एवं मित्रों के साथ बने रहें. आपका दिन मंगलमय हो |
गुरु जी प्रणाम
जवाब देंहटाएंत्वरित चर्चा के लिए
और अरुण के लिंक्स के लिए दोनों को बधाई
शुभम
सरिता
दिल से शुक्रिया सर .
जवाब देंहटाएंमेरी पोस्ट को शामिल करने के लिए आपका आभारी हूँ.
अन्य सारे लिंक भी बहुत अच्छे है .
आपका धन्यवाद.
विजय
डबल चर्चा डबल मजा डबल सेतु सब कुछ डबल डबल शुक्रिया चर्चामंच में शरीक करने के लिए। ॐ शान्ति
जवाब देंहटाएंआज की डबल मज़ा पोस्ट के लिए आप दोनों को हृदय से धन्यवाद! अरुण जी का देर से आना ही इसका मूल है;-))!
जवाब देंहटाएंहमारी रचना को आज रविवार (28-07-2013) को त्वरित चर्चा डबल मज़ा चर्चा मंच पर स्थान देने हेतु आपको हार्दिक धन्यवाद!
सादर/सप्रेम,
सारिका मुकेश
डबल चर्चा डबल मजा डबल सेतु सब कुछ डबल डबल शुक्रिया चर्चामंच में शरीक करने के लिए। ॐ शान्ति
जवाब देंहटाएंAabhar Sir ji !
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा...
जवाब देंहटाएंसभी लिंक रोचक है...
Resent post
अहंकार।
बहुत बढ़िया डबल चर्चा मंच .मेरी रचना को सामिल किया, आपका आभार मयंक जी !
जवाब देंहटाएंदेखने और पढने -- दोनों में , सुन्दर चर्चा।
जवाब देंहटाएंसुंदर चर्चा, आभार.
जवाब देंहटाएंरामराम.
बहुत बढ़िया डबल चर्चा मंच,सभी लिंक रोचक है,आप दोनों को धन्यवाद!
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया लिनक्स संजोये हैं.... आभार
जवाब देंहटाएंशास्त्री जी नमस्कार ...!!
जवाब देंहटाएंबढ़िया चर्चा है ...!!बहुत आभार आपका मेरी रचना का चयन किया आज की इस चर्चा में....!!रोचक प्रस्तुतीकरण हेतु बधाई .....!!
सुन्दर चर्चा सजाई है !!
जवाब देंहटाएंआदरणीय गुरुदेव श्री आज की चर्चा अनोखी अद्भुत अलग और बहुत ही रोचक है इस हेतु हार्दिक आभार आपका. भाई अरुण सिंह रूहेला जी का हार्दिक स्वागत है.
जवाब देंहटाएंक्या बात है-
जवाब देंहटाएंगजब त्वरित चर्चा-
सचमुच डबल मजा-
आभार गुरूजी-
डबल चर्चा डबल मजा
जवाब देंहटाएंआभार
जवाब देंहटाएंवाकई में डबल मजा
सच में आ गया
सादर
धन्यवाद मयंक साब..
जवाब देंहटाएंआभारी हूँ..!!
nice
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर डबल डेकर सजाई है
जवाब देंहटाएंचर्चा कुछ विशेष बन आई है
दो बार है आभार भी मेरा
उल्लूक की पोस्ट भी एक
नहीं दो बार जो दिखाई है !
doble maja post dekh kar links double links par ghum kar sach me double maja aayaa bahut bahut subhkamnaye .. evem meri rachna ko yaha samil kar mujhe sammna dene ke liya haardik aabhar @arun sharma ji evem adarniy @roopchand mayank ji .sadar naman :)
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा और बेहतरीन प्रस्तुति।।
जवाब देंहटाएंनये लेख : प्रसिद्ध पक्षी वैज्ञानिक : डॉ . सलीम अली
जन्म दिवस : मुकेश
हार्दिक धन्यवाद
जवाब देंहटाएंसादर
रोचक लिंक्स मेरे पोस्ट को मंच में शामिल करने के लिए आभार
जवाब देंहटाएंरोचक लिंक्स मेरी रचना को सम्मिलित करने का आभार ।
जवाब देंहटाएंवाकई डबल मजा आ गया....आप दोनों का शुक्रिया...
जवाब देंहटाएंसुन्दर चर्चा | मेरी रचना को जगह देने के लिए धन्यवाद् |
जवाब देंहटाएंसुन्दर व रोचक सूत्रों से सजी चर्चा..
जवाब देंहटाएंUsually, I never comment on blogs but your article is so convincing that I never stop myself to say something about it. You’re doing a great job Man, Keep it up. �� �� % surely I will share your post on YouTube, & Social media with my friends and family…
जवाब देंहटाएंWhat dinosaur has 500 teeth and thanks ...